उमर अब्दुल्ला (omar abdullah) ने जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है. सुरेंद्र चौधरी को उपमुख्यमंत्री बनाया गया है. अनुच्छेद 370 के हटने के 5 साल बाद जम्मू कश्मीर में नई सरकार का गठन हुआ है. 16 अक्टूबर को उमर अब्दुल्ला को उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. अब्दुल्ला सरकार में चार कैबिनेट मंत्रियों ने भी शपथ ली. इनमें जावेद डार, सकीना इट्टू, जावेद राणा और सतीश शर्मा शामिल हैं.
उमर अब्दुल्ला जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री बने, कांग्रेस का कोई विधायक मंत्री नहीं बना
Jammu-kashmir में नई सरकार का गठन हो गया है. Omar abdullah ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है. अनुच्छेद 370 के हटने के 5 साल बाद जम्मू-कश्मीर में नई सरकार का गठन हुआ है. वहीं, कांग्रेस का नहीं बना कोई मंत्री, पता है क्यों?
नेशनल कांफ्रेस और कांग्रेस ने मिलकर विधानसभा का चुनाव लड़ा था. लेकिन कांग्रेस सरकार में शामिल नहीं हुई, वो बाहर से समर्थन दे रही है. रिपोर्ट्स के मुताबिक इसके पीछे दो वजहें बताई जा रही हैं. पहली ये कि उमर अब्दुल्ला सरकार में कांग्रेस दो मंत्री पद चाहती थी. लेकिन उमर केवल एक ही पद देने को तैयार थे. इसलिए कांग्रेस ने सरकार को बाहर से समर्थन देने का फैसला किया. दूसरा कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व जम्मू-कश्मीर में पार्टी के खराब प्रदर्शन के चलते प्रदेश यूनिट के नेताओं से नाराज है. और वो नहीं चाहते कि उनको मंत्री पद मिले. कांग्रेस भले ही सरकार में शामिल नहीं हुई, लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए.
कांग्रेस ने शामिल नहीं होने की वजह बताईजम्मू कश्मीर प्रदेश अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा ने उमर अब्दुल्ला मंत्रिमंडल में शामिल नहीं होने को लेकर बयान दिया है. उन्होंने बताया कि कांग्रेस ने केंद्र से जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा बहाल करने की पुरजोर मांग की है. प्रधानमंत्री ने भी सार्वजनिक बैठकों में बार-बार यही वादा किया है. लेकिन जम्मू कश्मीर का राज्य का स्टेट्स बहाल नहीं किया गया. जिसके विरोध में कांग्रेस मंत्रिमंडल में शामिल नहीं हो रही है. कांग्रेस प्रमुख ने आगे बताया कि कांग्रेस पार्टी राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए लड़ाई जारी रखेगी.
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