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इजरायल का वो अकेला सांसद जो फिलिस्तीन के पक्ष में खड़ा है, लेकिन क्यों?

सांसद ने कहा कि नेतन्याहू सरकार फिलिस्तीनियों के खिलाफ नरसंहार का समर्थन करती है और उसे बढ़ावा देती है.

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ओफर कासिफ ने इजरायली सरकार को फासीवादी बताया (फोटो- रॉयटर्स/ट्विटर)

फिलिस्तीनी चरमपंथी समूह हमास के हमले के बाद दुनिया के कई देश इजरायल के साथ खड़े हैं. लेकिन इजरायल के ही एक सांसद ने इस घटना के लिए प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की नीतियों को जिम्मेदार ठहराया है. वामपंथी सांसद ओफर कासिफ ने कहा है कि उन्होंने चेतावनी दी थी कि अगर नेतन्याहू सरकार फिलिस्तीनियों के प्रति अपनी नीतियों में बदलाव नहीं करती है, तो ऐसी स्थिति पैदा हो सकती है.

ओफर कासिफ इजरायल में वामपंथी दलों के गठबंधन 'हदाश' का हिस्सा हैं. इसमें इजरायली कम्युनिस्ट पार्टी के अलावा दूसरे वामपंथी दल शामिल हैं. इजरायली संसद 'नेसेट' में इस गठबंधन के चार सदस्य हैं. कासिफ प्रधानमंत्री नेतन्याहू और इजरायल की कब्जे वाली नीतियों के आलोचक माने जाते हैं.

अंतरराष्ट्रीय मीडिया नेटवर्क अलजजीरा से बात करते हुए कासिफ ने कहा, 

"निर्दोष लोगों पर किसी भी तरह के हमले की हम निंदा करते हैं. लेकिन इजरायली सरकार के उलट हम फिलिस्तीनी नागरिकों के खिलाफ भी किसी तरह के हमले का विरोध करते हैं. हमें इस तरह के दर्दनाक हमलों का सही संदर्भ में विश्लेषण करना होगा- और वो है कब्जाने की नीति."

कासिफ के मुताबिक, वे लगातार इसकी चेतावनी दे रहे थे...ये सब कुछ होने वाला है और सबको इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी, खासकर दोनों तरफ जो निर्दोष हैं. और दुर्भाग्य से वही हुआ.

'फिलिस्तीनियों के नरसंहार का समर्थन करती है सरकार'

ओफर कासिफ ने इजरायली सरकार को एक फासीवादी सरकार बताते हुए कहा कि ये सरकार फिलिस्तीनियों के खिलाफ नरसंहार का समर्थन करती है, बढ़ावा देती है और खुद इसकी अगुवाई करती है. अब भी ये जातीय नरसंहार जारी है.

कासिफ ने आगे बताया कि नेतन्याहू को सिर्फ अपनी फिक्र है, वे सिर्फ जेल से बाहर रहना चाहते हैं, यही उनका मोटिवेशन है. अलजजीरा के मुताबिक, नेतन्याहू के खिलाफ इजरायल में कई सारे केस दर्ज हैं. इनमें फ्रॉड और भ्रष्टाचार जैसे मामले भी हैं.

7 अक्टूबर की सुबह गाजा पट्टी से हमास ने जिस तरीके से इजरायल पर हमला किया, उसने इजरायल के साथ-साथ पूरी दुनिया को चौंका दिया था. किसी को इस तरह के अचानक हुए इस बड़े हमले की उम्मीद नहीं थी. इस हमले में अब तक इजरायल के 800 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं इजरायल की जवाबी कार्रवाई में गाजा पट्टी में भी करीब 500 लोग मारे गए हैं. इस अप्रत्याशित हमले के बाद दशकों से चला आ रहा विवाद और गहराता दिख रहा है.

इस हमले के दौरान हमास ने कई इजरायली नागरिकों को बंधक भी बना लिया था. अब हमास ने दावा किया है कि वो बंधकों के साथ मानवीय व्यवहार करेगा. इधर, इजरायल की सेना ने कहा है कि गाजा में हमास के ठिकानों को टारगेट किया जा रहा है.