इज़रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) ने 19 मार्च को जुडिया और सामरिया अंडरकवर यूनिट बेस का दौरा किया. उनके साथ बॉर्डर पुलिस कमांडर ब्रिक यित्ज़ाक, सामरिया डिस्ट्रिक्ट कमांडर निसो गुएटा और इज़रायली पुलिस महानिदेशक डैनी लेवी मौजूद थे. नेतन्याहू ने इस दौरान जुडिया और सामरिया में नया फ्रंट खुलने की आशंका जताई.
युद्ध विराम खत्म करने के बाद नेतन्याहू ने IDF के अंडर कवर यूनिट का दौरा किया, भारत ने जताई चिंता
Israel और Hamas के बीच लगभग बीते दो महीने से चल रहा सीजफायर टूट गया है. 18 मार्च की सुबह इजरायल ने गाजा पट्टी में ताबड़तोड़ हवाई हमले किए. इस हमले के बाद इजरायली प्रधानमंत्री Benjamin Netanyahu ने Judea और Samaria अंडरकवर यूनिट बेस का दौरा किया.

18 मार्च की सुबह, इज़रायल ने ग़ाज़ा पट्टी में ताबड़तोड़ हवाई हमले किए थे. यह हमला लगभग दो महीने तक चले सीज़फायर के बाद हुआ था. नेतन्याहू ने अंडरकवर यूनिट कमांडर से युद्ध से जुड़ी गतिविधियों के बारे में विस्तृत जानकारी ली. इस दौरान, अंडरकवर यूनिट ने उन्हें अपनी ऑपरेशनल और स्ट्रैटेजिक क्षमताओं के बारे में बताया. नेतन्याहू ने अपनी यात्रा के दौरान अंडरकवर यूनिट के सैन्य अभ्यास का भी मुआयना किया.
दि प्राइम मिनिस्टर ऑफ इजरायल के सोशल मीडिया पेज के अनुसार, इस विजिट के दौरान नेतन्याहू ने बताया,
मैं यहां जुडिया और सामरिया अंडरकवर यूनिट बेस पर हूं. यह हमारा अग्रिम दस्ता है. ये दुश्मन आतंकियों को चौंकाते हैं और उनसे निपटते हैं. ये इज़रायल राज्य के लिए पवित्र कार्य करते हैं. यह हमेशा से महत्वपूर्ण रहा है, लेकिन अब विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि हम ग़ाज़ा पट्टी में हमास के खिलाफ एक तीव्र लड़ाई लड़ रहे हैं और इस संभावना से अवगत हैं कि जुडिया और सामरिया में एक और बड़ा मोर्चा खोला जा सकता है.
उन्होंने आगे कहा कि हमारी बॉर्डर पुलिस यूनिट, इज़रायल पुलिस और IDF ने विशेष यूनिट के सहयोग से इज़रायल के नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में कई महत्वपूर्ण परिणाम दिए हैं. प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ उनके चीफ ऑफ स्टाफ तजाही ब्रेवरमैन, सैन्य सचिव मेजर जनरल रोमन गोफमैन और उनके प्रवक्ता डॉ. ओमर दोस्त्री भी मौजूद थे.
गाजा में हुए हमले पर भारत ने जताई चिंताभारत ने 18 मार्च को ग़ाज़ा में हुई इज़रायली एयर स्ट्राइक पर चिंता जाहिर की है. PTI के मुताबिक, भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा:
हम ग़ाज़ा की स्थिति को लेकर चिंतित हैं. यह महत्वपूर्ण है कि सभी बंधकों को रिहा किया जाए. हम ग़ाज़ा के लोगों को मानवीय सहायता की आपूर्ति जारी रखने की भी अपील करते हैं.
ये भी पढ़ें - रमजान के मौके पर इजरायल ने गाजा में सप्लाई रोकी, हमास ने बड़ा आरोप लगा दिया
भारत की यह चिंता ऐसे समय में आई है जब इज़रायल ने सीज़फायर के बाद दोबारा ग़ाज़ा में हवाई हमले शुरू कर दिए हैं. फ़िलिस्तीन के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, इज़रायल की बमबारी में कम से कम 400 लोगों की जान गई है.
वीडियो: दुनियादारी: गाजा में बमबारी के पीछे इजरायल का मक़सद क्या है?