इजराइल-हमास युद्ध (Israel-Hamas War) के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन (Joe Biden) 18 अक्टूबर को इजरायल के दौरे पर जाएंगे. बाइडन, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) से मुलाकात करेंगे. अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने इस बात की जानकारी दी है. ब्लिंकन के मुताबिक इजरायल, मिडिल ईस्ट और पूरी दुनिया के लिए ये काफी महत्वपूर्ण क्षण है, इसी को ध्यान में रखते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति वहां के दौरे पर जा रहे हैं.
7 अक्टूबर को भड़के संघर्ष के बाद अमेरिकी विदेश मंत्री दूसरी बार इजरायल की राजधानी तेल अवीव पहुंचे हैं. जहां उन्होंने एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा,
गाजा में मदद पहुंचाने के लिए राजी हुए अमेरिका-इजरायल, बाइडन के आने से पहले क्या प्लान बना?
अमेरिकी राष्ट्रपति Joe Biden 18 अक्टूबर को इजरायल के दौरे पर जाएंगे. इससे पहले अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के बीच फिर से मुलाकात हुई.
''प्रेसिडेंट बाइडन यहां आकर इस बात की पुष्टि करेंगे कि इस लड़ाई में इजरायल और अमेरिका एकजुट हैं. साथ ही बाइडन यहां आकर फिर से यह स्पष्ट करेंगे कि इजरायल को हमास और अन्य आतंकवादी संगठनों से अपने नागरिकों की रक्षा करने और संभावित हमलों को रोकने का पूरा अधिकार है. राष्ट्रपति बाइडन इस बात का भी स्पष्ट संदेश देंगे कि इस मुश्किल हालात का फायदा उठाकर कोई भी देश या संगठन इजरायल पर हमला करने की हिमाकत ना करे.''
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इसके साथ ही ब्लिंकन ने इस बात का ऐलान किया कि इजरायल और अमेरिका मिलकर गाजा में फंसे लोगों को मानवीय सहायता पहुंचाने की कोशिश करेंगे. उन्होंने कहा,
''अमेरिका और इजरायल एक ऐसी व्यवस्था बनाने पर सहमत हुए हैं, जो मदद पहुचाने वाले देशों और बहुपक्षीय संगठनों को गाजा में नागरिकों तक मानवीय सहायता को पहुंचाने में सक्षम बनाएगी.''
इजरायल के अलावा जो बाइडन, जॉर्डन का भी दौरा करेंगे. वॉइट हाउस ने बताया कि राष्ट्रपति बाइडन पहले इजरायल के दौरे पर जाएंगे. फिर वहां से जॉर्डन रवाना होंगे. यहां उनकी किंग अब्दुल्ला से मुलाकात होगी. साथ ही वो इजिप्ट के राष्ट्रपति अब्देल फतेह अल सीसी और फिलिस्तीनी अथॉरिटी के प्रेसिडेंट महमूद अब्बास से भी मुलाकात करेंगे.
वहीं इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के बीच 16 अक्टूबर को एक मीटिंग चल रही थी. इसी दौरान सायरन की आवाज सुनाई देने पर दोनों को एक बंकर में जाकर छिपना पड़ा. अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने इस बात की जानकारी दी. मिलर ने बताया कि एंटनी ब्लिंकन और नेतन्याहू की रक्षा मंत्रालय के कमांड सेंटर में बैठक चल रही थी, तभी हवाई हमले का सायरन बजा. जिस कारण उन्हें पांच मिनट के लिए बंकर में जाना पड़ा.
बताते चलें कि गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय की जानकारी के मुताबिक अब तक संघर्ष में 2,750 फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं. जबकि 9,700 लोग घायल हुए हैं. वहीं इस संघर्ष में अब तक 1400 से अधिक इज़रायली लोगों की मौत हो चुकी है.
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