The Lallantop

गाजा के अल-शिफा अस्पताल में घुसी इजरायली सेना, हमास पर बड़े एक्शन की तैयारी

इजरायली सेना ने गाजा के अल शिफा अस्पताल पर छापेमारी शुरू कर दी है. उन्होंने बताया कि वे हमास के खिलाफ सटीक और टारगेट को ध्यान में रखकर हमले कर रहे हैं. दूसरी तरफ गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि जो लोग अपनी जान बचाने के लिए अस्पताल के एक कॉरिडोर से भागने की कोशिश कर रहे थे, वे गोलीबारी की चपेट में आ गए.

post-main-image
इजरायल-हमास युद्द में अभी तक 11,000 से ज्यादा फिलिस्तीनी मारे गए हैं, इसमें से 40% बच्चे हैं. (फोटो क्रेडिट - एपी)

इजरायली सेना ने 15 नवंबर की सुबह गाजा के अल शिफा अस्पताल (Gaza Al Shifa Hospital) के अंदर कार्रवाई शुरू कर दी. उन्होंने कहा कि वो हमास के खिलाफ छापेमारी कर रहे हैं. इजरायली सुरक्षाबलों (IDF) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट कर इसकी जानकारी दी. IDF ने बताया,

"IDF हमास को हराने और हमारे बंधकों को छुड़ाने के लिए गाजा में जमीनी कार्रवाई कर रहा है. हमारा युद्ध हमास के खिलाफ है. गाजा के नागरिकों के खिलाफ नहीं. खुफिया सूचना के आधार पर अल-शिफा अस्पताल के एक निश्चित इलाके में हमास के खिलाफ सटीक और टारगेट को ध्यान में रखते हुए ऑपरेशन चल रहा है."

IDF ने इसी पोस्ट में कहा,

"हम अस्पताल में मौजूद हमास के तमाम आतंकवादियों को आत्मसमर्पण करने की चेतावनी देते हैं."

ये भी पढ़ें- इजरायली ने घेरा तो अल-शिफा अस्पताल में ही खोदी सामूहिक कब्र

दूसरी तरफ, गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के महानिदेशक डॉ. मुनीर अल बुर्श ने अल जजीरा को दिए एक इंटरव्यू में बताया कि इजरायली सेना ने अस्पताल के पश्चिमी हिस्से पर छापेमारी की है.

'अस्पताल के अंदर पहुंची IDF'

द गार्जियन ने अपनी लाइव रिपोर्ट में गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता अशरफ अल किद्रा के अल जजीरा के साथ इंटरव्यू का हवाला दिया. उन्होंने बताया कि किद्रा ने कहा है, 'हम पर कब्जा करने वाली सेना(इजरायली सेना) अस्पताल के बेसमेंट में है. वे वहां की तलाशी ले रहे हैं. वे परिसर के अंदर घुस आए हैं. सेना गोलीबारी और बमबारी कर रही है.'

ये भी पढ़ें- 'गाजा में हर 10 मिनट में एक बच्चे की मौत हो रही'

वहीं, गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय में अस्पतालों के निदेशक मोहम्मद जकाउत ने बताया कि इजरायली सेना ने सबसे पहले सर्जरी और आपातकालीन विभागों पर छापा मारा. उन्होंने ये भी बताया कि अल शिफा अस्पताल में शरण लेने वाले कुछ लोग सुरक्षित घोषित किए गए कॉरिडोर से निकलने की कोशिश में गोलीबारी की चपेट में आ गए. फिलहाल ये नहीं पता चला है कि इस कॉरिडोर को किसने सुरक्षित घोषित किया था.

जकाउत ने ये भी कहा कि हम पर कब्जा करने वाली सेना के हमले के दौरान अस्पताल के अंदर से एक भी गोली नहीं चली है. वहीं इस लाइव रिपोर्ट में गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के एक अधिकारी यूसुफ अबुल रीश ने न्यूज एजेंसी AFP को बताया कि वे अल शिफा अस्पताल में टैंक, आपातकालीन और रिसेप्शन बिल्डिंग्स में दर्जनों सैनिकों और कमांडोज को देख पा रहे हैं. रीश अल शिफा अस्पताल के अंदर ही मौजूद हैं.

ये भी पढ़ें- गाजा के सबसे बड़े रिफ्यूजी कैंप पर इजरायल का हमला

विश्व स्वास्थ्य संगठन(WHO) ने कहा कि अल शिफा में करीब 1,500 लोगों ने शरण ली थी. उन्होंने 12 नवंबर को बताया था कि अस्पताल में 600 से 650 मरीज हैं. वहीं, 200 से 500 कर्मचारी और करीब 1,500 शरणार्थी मौजूद हैं. वहीं, गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इस युद्ध में अभी तक 11,000 से ज्यादा फिलिस्तीनियों की मौत हुई है. इसमें करीब 40% बच्चे शामिल हैं. वहीं अनगिनत लोग मलबों में फंसे हुए हैं. 

वीडियो: '400 बम, 700 मौतें’ इज़रायल ने गाजा में भयंकर तबाही मचाई, 1500 लोग कहां लापता हो गए?