The Lallantop

गाजा अस्पताल हमले के बाद इजरायल ने जो ऑडियो जारी किया उसमें कौन, क्या बात कर रहा?

इजरायली सेना ने कहा है कि गाजा के अस्पताल पर हमले के पीछे उसका हाथ होने का आरोप झूठा और निराधार है. उसके इसके लिए फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद नाम के संगठन को जिम्मेदार बताया है. साथ ही सबूत के तौर पर एक ऑडियो भी जारी किया है.

post-main-image
गाजा के अल-अहली अस्पताल पर हुए हमले के लिए इजरायल और फिलीस्तीन लगातार एक-दूसरे पर इल्जाम लगा रहे हैं. (फोटो क्रेडिट - यूट्यूब)

इजरायली सेना (IDF) ने कहा है कि गाजा के अल-अहली अरब अस्पताल (Al-Ahli Arab Hospital attack) पर हुए हमले में उसका कोई हाथ नहीं है. IDF प्रवक्ता डेनियल हगारी ने इस हमले पर की एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि इजरायल पर अस्पताल पर हमला करने के आरोप झूठे और निराधार हैं.

इसके बाद IDF ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर इससे जुड़ी एक रिकॉर्डिंग भी शेयर की. इसमें दो लोग आपस में बात कर रहे हैं. IDF ने दावा किया कि ये हमास संगठन के लोग हैं. रिकॉर्डिंग शेयर करते हुए उन्होंने लिखा,

"IDF ने नहीं, इस्लामिक जिहाद ने गाजा के एक अस्पताल पर हमला किया. इन आतंकवादियों की बातें सुनिए, वे खुद बोल रहे हैं."

हमास सदस्यों ने बातचीत में क्या कहा?

कथित हमास संगठन के सदस्यों की ये बातें अरबी भाषा में हैं. IDF ने अपनी तरफ से रिकॉर्डिंग में ही इसके अंग्रेजी सबटाइटल्स भी जारी किए. उसने बताया हमास के दो लोग बात कर रहे हैं, “फेल हुई मिसाइल फिलिस्तीन में ही बनाई गई थी. वो इजरायली मिसाइलों जैसी नहीं थी. उसे अस्पताल के पीछे बने कब्रिस्तान से चलाया गया था. वो मिस फॉयर होकर वहीं गिर गई.”  

ये भी पढ़ें- गाजा अस्पताल हमले पर दुनियाभर के नेताओं ने क्या-क्या कहा?

IDF के मुताबिक इसी बातचीत में एक व्यक्ति कहता है कि ये पहली बार है कि कोई मिसाइल इस तरह फेल हुई हो और इसलिए उसे लगता है कि ये फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद की मिसाइल थी. इजरायली सेना ने दावा किया कि 7 अक्टूबर के बाद गाजा पट्टी से दागे गए करीब 450 फिलिस्तीनी रॉकेट अपने लक्ष्य से पहले ही गिर गए और अस्पताल में हुआ विस्फोट इसी का एक उदाहरण है.

IDF ने कहा कि शाम 6 बजकर 59 मिनट के आसपास फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद ने 10 रॉकेट लॉन्च किए थे. उसी समय अस्पताल पर मिसाइल हमले की खबर आई थी. IDF के मुताबिक उसके एयरियल फुटेज एनालिसिस में ये पक्के तौर पर पता चला है कि इस्लामिक जिहाद का रॉकेट मिसफायर हुआ और उसी के चलते अस्पताल को नुकसान हुआ है.

अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, IDF प्रवक्ता डेनियल हगारी ने बताया,

"सबसे पहले तो मैं ये साफ करना चाहता हूं कि IDF ने हवाई, समुद्री या जमीनी किसी भी तरह से अस्पताल पर रॉकेट नहीं दागा. हमारे रडार सिस्टम ने विस्फोट के समय आतंकवादियों के गाजा से दागे गए रॉकेटों को ट्रैक किया है. मैं आपको अस्पताल के पास से इस समय एक के बाद एक दागे गए रॉकेटों की ट्रैजेक्ट्री एनालिसिस (प्रक्षेपण संबंधी विश्लेषण) दिखाऊंगा."

ये भी पढ़ें- ग़ाज़ा अस्पताल हमले पर PM नरेंद्र मोदी ने क्या कहा?

हगारी ने आगे बताया,

"इसके अलावा दो अलग-अलग वीडियो भी हैं, जिनमें दिखाई दे रहा है कि रॉकेट मिस फायर हुआ और जमीन की तरफ आते हुए गाजा पट्टी में बने अस्पताल पर जाकर गिर गया."

हगारी ने कहा कि उनके पास इससे जुड़ी खुफिया जानकारी भी हैं. 

इसमें उन्होंने हमास के सदस्यों के बीच हुई बातचीत के बारे में बताया. गाजा के अल-अहली अरब अस्पताल में हुए विस्फोट में कम से कम 500 लोग मारे जा चुके हैं. इजरायल और फिलिस्तीन(Israel-Hamas War) दोनों ने ही इस हमले के लिए एक दूसरे को जिम्मेदार ठहराया है.

फिलिस्तीन के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इजरायली सेना ने अस्पताल पर रॉकेट से हमला किया. वहीं इजरायल ने दावा किया है कि हमास का रॉकेट मिसफॉयर होकर अस्पताल पर गिर गया.

ये भी पढ़ें- इजरायल ने 'इस्लामिक जिहाद' पर डाली गाजा अस्पताल हमले की जिम्मेदारी

वीडियो: इज़राइल-हमास युद्ध के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन इज़रायल पहुंचकर क्या करने वाले हैं?