इजरायल और हमास के बीच शुरू हुई जंग (Israel Hamas War) को एक हफ्ता पूरा होने को आया है. अब तक दोनों तरफ के 3200 से ज्यादा लोग इस संघर्ष में जान गंवा चुके हैं. हमास के हमलों से इजरायल में करीब 1300 लोग मारे गए हैं. वहीं, इजरायल की कार्रवाई के बाद गाजा और वेस्ट बैंक में 1900 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी हैं. घायलों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. खबर है कि इजरायल की सेना ने गाजा में जमीनी हमले की तैयारी शुरू कर दी है.
हमास के हमले को लीड करने वाला मारा गया, नेतन्याहू बोले- 'ये तो शुरुआत है', अब तक क्या हुआ?
इजरायल की सेना ने जमीनी हमले की तैयारी कर ली है. वो गाजा में घुस-घुस कर छापेमारी कर रही है.
14 अक्टूबर को इजरायली वायुसेना ने बताया कि हमास के हमले की अगुवाई करने वाले कमांडर अली कादी को मार दिया गया. इजरायली एयरफोर्स ने एक्स (ट्विटर) पर बताया,
"IDF और ISA से मिली जानकारी के आधार पर, इजरायली एयरफोर्स ने अली कादी को मार गिराया. वो हमास की 'नुखबा' कमांडो फोर्स का कंपनी कमांडर था. उसी ने पिछले हफ्ते गाजा पट्टी से इजरायल पर आतंकी हमले को लीड किया था."
इजरायली एयरफोर्स के मुताबिक, साल 2005 में इजरायली लोगों की हत्या और अपहरण के आरोप में अली को गिरफ्तार किया गया था. लेकिन बाद में कैदियों की अदला-बदली के दौरान उसे रिहा कर दिया गया. इसी दौरान हमास ने इजरायली सैनिक गिलाद शलित को छोड़ा था.
इजरायली सेना का अगला कदम
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, IDF (Israel Defence Force) ने गाजा में स्थानीय तौर पर पहली छापेमारी की शुरुआत कर ली है. IDF सेना के प्रवक्ता के मुताबिक, उसकी इन्फैंट्री फोर्स (पैदल सेना बल) ने गाजा में सर्च ऑपरेशन चलाए और इजरायली क्षेत्र में घुसपैठ करने का इरादा रखने वाले एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल दस्तों को विफल कर दिया. बताया कि इजरायली सैनिकों ने बंधकों की तलाश भी शुरू कर दी है.
इजरायल के PM ने कहा- अभी तो शुरुआत है
ताजा बयान में इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि उनके देश की सेना “शेरों की तरह” लड़ रही है. उन्होंने कहा,
“हम दुश्मनों के अत्याचारों को कभी नहीं भूलेंगे और हम उन्हें कभी माफ नहीं करेंगे. हम दुनिया को भी इन अत्याचारों को कभी नहीं भूलने देंगे. कई दशकों में यहूदी लोगों के साथ ऐसा नहीं हुआ. हम अपने दुश्मनों पर ताकत से हमला कर रहे हैं. मैं कहना चाहता हूं कि ये केवल शुरुआत है. हमारे दुश्मनों ने अभी कीमत चुकाना शुरू ही किया है.”
अमेरिका को हमास हमले के बारे में पहले से पता था?
अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी अधिकारियों ने बताया कि जंग के कुछ दिन पहले जारी की गई CIA इंटेलिजेंस रिपोर्ट में इजरायल पर हमास के एक बड़े हमले का जिक्र किया गया था. हालांकि उसमें इतने बड़े हमले की भविष्यवाणी नहीं की गई थी. 28 सितंबर की पहली खुफिया रिपोर्ट में संभावना जताई गई थी कि हमास कुछ दिनों में इजरायल में रॉकेट लॉन्च करेगा. 5 अक्टूबर की दूसरी रिपोर्ट में कुछ और डीटेल शामिल थी.
दक्षिण गाजा में घुसने से पहले इजरायली सेना की चेतावनी
13 अक्टूबर को इजरायली सेना ने चेतावनी जारी कर सभी फिलीस्तीनियों को 24 घंटे में उत्तरी गाजा खाली करने को कहा था. इस कड़ी में हजारों फिलिस्तीनी नागरिक उत्तरी गाजा से भागने की कोशिश कर रहे हैं. हमास के अधिकारियों का कहना है कि गाजा शहर से भाग रहे लोगों पर इजरायली हवाई हमलों में कम से कम 70 लोग मारे गए हैं. दावा है कि इनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं. मामले पर अब तक इजरायल की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. अब इजरायल ने दक्षिण गाजा में घुसने के लिए भी लोगों से इलाका खाली करने की घोषणा की है.
हमास ने रूस के युद्धविराम के आह्वान का स्वागत किया
हमास ने रूस द्वारा युद्धविराम और मध्यस्थता की पेशकश का स्वागत करते हुए बयान जारी किया,
“हमारे लोगों के खिलाफ चल रही आक्रामकता, गाजा घेराबंदी, राहत सप्लाय में कटौती और सुरक्षित नागरिकों को निशाना बनाने को लेकर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के स्टैंड की हम सराहना करते हैं.”
इजरायली गोले से पत्रकार की मौत
जंग के बीच एक पत्रकार की मौत होने की भी खबर सामने आई. कुछ इंटरनेशनल जर्नलिस्ट दक्षिण लेबनान के बॉर्डर से जंग की रिपोर्टिंग कर रहे थे. इस दौरान उन पर इजरायली शेल गिरा, जिससे एक की मौत हो गई. छह लोग जख्मी भी हो गए. मरने वाले पत्रकार का नाम इस्सम अब्दुल्लाह बताया जा रहा है. वो इंटरनेशनल न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के लिए वीडियोग्राफर के तौर पर काम करते थे. समाचार एजेंसी AP की रिपोर्ट के मुताबिक, ये घटना लेबनान-इजराइल सीमा पर इजरायली सैनिकों और हिज़्बुल्लाह समूह के सदस्यों के बीच गोलीबारी के दौरान हुई.
वाइट फॉस्फोरस यूज कर रहा इजरायल?
अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों ने आरोप लगाया है कि इजरायल गाजा के खिलाफ कार्रवाई में वाइट फॉस्फोरस का इस्तेमाल कर रहा है. एमनेस्टी इंटरनेशनल ने भी इजरायली सेना के पास वाइट फॉस्फोरस होने के आरोप लगाए हैं. वहीं इजरायली सेना ने वाइट फॉस्फोरस का इस्तेमाल करने से इनकार किया है. वाइट फॉस्फोरस एक घातक केमिकल है, जिससे स्किन बुरी तरह जल जाती है.