इजरायली सेना (Israel) ने कहा है कि उसने बेरूत (Beirut Air Strike) में हिजबुल्लाह (Hezbollah) के एक सीनियर कमांडर को मार गिराया है. हिजबुल्लाह की ओर से अब तक कमांडर की मौत को कंफर्म या इनकार नहीं किया गया है. 30 जुलाई की शाम को इजरायल की ओर से किए गए हवाई हमले में इनकी मौत हुई है. सेना के एक प्रवक्ता ने न्यूयॉर्क टाइम्स को बताया कि ये हमला ‘इजरायल नियंत्रित गोलान हाइट्स’ में 12 बच्चों और टीनएजर्स की हत्या के जवाब में था. 27 जुलाई को जब वो फुटबॉल खेल रहे थे तब उनपर घातक हमला हुआ था. हालांकि हिजबुल्लाह ने इस हमले की जिम्मेदारी लेने से इनकार कर दिया था, लेकिन इजरायल ने जवाबी कार्रवाई की बात कही थी.
इजरायली हमले में हिजबुल्लाह के एक सीनियर कमांडर की मौत, बच्चों की मौत का बदला बताया
Israel ने कहा है कि उन्होंने पिछले सप्ताह हुए बच्चों की मौत का बदला लिया है. हालांकि Hezbollah ने बच्चों पर हुए हमलों की जिम्मेदारी लेने से इनकार किया था. लेकिन इजरायल ने बदला लेने की ठान ली थी.
30 जुलाई को इजरायली सेना ने दक्षिणी बेरूत के एक उपनगर हारेट हरेक पर हमला किया. इजरायल ने हिजबुल्लाह के लेबनानी आतंकवादी समूह के वरिष्ठ कमांडर फुआद शुकर को निशाना बनाया. इजरायल का मानना है कि 12 बच्चों और टीनएजर्स की हत्या के पीछे उसी कमांडर का हाथ था. इजरायली सेना ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया है. लिखा है,
"मजदल शम्स में बच्चों की हत्या और कई अन्य इजरायली नागरिकों की हत्या के लिए जिम्मेदार कमांडर को टारगेट करके हमला किया गया. फिलहाल, होम फ्रंट कमांड के रक्षात्मक दिशा-निर्देशों में कोई बदलाव नहीं किया गया है. यदि कोई बदलाव किया जाएगा, तो अपडेट जारी किया जाएगा."
ये भी पढ़ें: "सद्दाम हुसैन जैसा हाल होगा", इजरायल के मंत्री की अर्दोआन को चेतावनी
कम से कम 3 लोगों की मौतलेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा है कि इस हमले में 1 महिला और 2 बच्चों सहित कम से कम तीन लोगों की मौत हुई है. दर्जनों लोग घायल हैं और अब भी कई लोग लापता हैं. अधिकारी अभी भी अन्य पीड़ितों की तलाश कर रहे हैं. बयान में ये नहीं बताया गया है कि हमले में फुआद शुकर की मौत हुई या नहीं, जैसा कि इजरायल की सेना ने दावा किया है. लेबनानी रेड क्रॉस ने एक बयान में कहा कि एक आवासीय बिल्डिंग पर हमला किया गया था.
हमले के बाद मलबे का ढेर लग गया था. इसके कारण अपातकालीन कर्मचारियों को बिल्डिंग में फंसे लोगों की मदद करने और मलबा हटाने के लिए संघर्ष करना पड़ा. घनी आबादी वाले इस इलाके में जब हमला किया गया तो यहां काफी भीड़ थी.
वीडियो: दुनियादारी: इजरायल के मंत्री बेनी गेंट्ज़ का इस्तीफ़ा, क्या नेतन्याहू की सरकार गिरेगी?