इजरायल और हमास (Israel Hamas War) के बीच जंग लगातार जारी है. हमास की तरफ से 7 अक्टूबर को किए गए हमले के बाद इजरायल की तरफ से इसका जवाब दिया जा रहा है. गाजा पर इजरायल की तरफ से लगातार बमबारी की जा रही है. कुछ देश इजरायल तो कुछ हमास के सर्मथन में आ चुके हैं. इसी कड़ी में ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी (Ebrahim Raisi) ने खुलकर हमास का समर्थन किया है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ईरान के राष्ट्रपति ने इस हमले को हमास की जीत बताया और फिलिस्तीन के लोगों को इस जीत के लिए बधाई दी है. उन्होंने कहा,
"हमास ने जिहाद किया..."- ईरान के राष्ट्रपति ने अब जो कहा, लड़ाई रोके नहीं रुकेगी?
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी (Ebrahim Raisi) ने खुलकर हमास का समर्थन किया है. इस बीच इजरायल और हमास के बीच लड़ाई जारी है.
‘हम ऊपरवाले के आभारी हैं, जिन्होंने खुदा के मार्ग पर चलने वाले सेनानियों को जीत का रास्ता दिखाया. यह फिलिस्तीन में जिहाद, शहादत और बलिदान की अभिव्यक्ति थी. यह ज़ायनवादी शासन के सामने प्रतिरोध और दृढ़ता का प्रदर्शन था. हमें इस जीत पर फिलिस्तीनी लोगों, लड़ाकों, समूहों और इस्लामी उम्माह को बधाई देनी चाहिए.’
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हालांकि, ये पहला मौका नहीं है जब इब्राहिम रायसी ने हमास के उग्रवादियों का खुलकर सपोर्ट किया है. रायसी ने 8 अक्टूबर को कहा था कि ईरान फिलिस्तीनियों के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन करता है. ईरान की समाचार एजेंसी IRNA के मुताबिक, राष्ट्रपति रायसी ने कहा कि राष्ट्रों की सुरक्षा को खतरे में डालने के लिए इजराइल और उसके समर्थक जिम्मेदार हैं और उन्हें इस मामले में जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए. उन्होंने मुस्लिम देशों की सरकारों से 'फिलिस्तीनी राष्ट्र का समर्थन' करने का आग्रह किया. इसके साथ ही हमास, फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद (PIJ), सीरिया, लेबनान और इराक के प्रयासों की तारीफ की.
वहीं ईरान के विदेश मंत्रालय ने हमास के हमले को फिलिस्तीनियों का ‘सेल्फ डिफेंस एक्ट’ बताया था. यानी आत्मरक्षा में उठाया गया कदम. ईरानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता कनानी ने कहा कि ये ऑपरेशन सत्ता हथियाने वाले शासन के चरमपंथियों के खिलाफ फिलिस्तीनियों की स्वाभाविक प्रतिक्रिया थी.