ईरान की ‘मोरालिटी पुलिस’ एक बार फिर सड़कों पर दिखाई देने लगी है. उन्होंने राजधानी तेहरान के साथ ही कई शहरों में गश्त करना शुरू कर दिया है. यहां इनका काम महिलाओं के हिजाब पहनने को सुनिश्चित करना है. साथ ही ये भी देखना है कि महिलाएं ईरान के हिजाब और कपड़ों से जुड़े हुए नियमों का सख्ती से पालन करें. ऐसे कपड़े पहनें, जिनमें किसी भी तरह उनके शरीर का कोई हिस्सा दिखाई न दे.
ईरान की पुलिस फिर से चेक करने लगी हिजाब, महसा की मौत पर हुआ था भयंकर बवाल
सितंबर 2022 में हिजाब नहीं पहनने पर एक 22 साल की लड़की महसा अमीनी को गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद अस्पताल में उसकी मौत हो गई थी.
इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले 10 महीनों से ये पुलिस दिखाई नहीं दे रही थी. तब एक 22 साल की लड़की महसा अमीनी की पुलिस कस्टडी में मौत हो गई थी. इसके बाद से पूरे देश में हिजाब को लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए थे. दुनिया भर में इसे लेकर बहस छिड़ गई थी.
ईरान की लॉ इन्फॉर्समेंट फोर्स के प्रवक्ता सईद मोंटेज़ेरलमहदी ने मीडिया से कहा,
"मोरल पुलिस पैदल गश्त कर रही है. साथ ही गाड़ियों में भी लोगों पर निगरानी रखने का काम कर रही है. ये ड्रेस कोड नहीं मानने वाले लोगों पर नकेल कसेंगे. मोरल पुलिस लोगों को चेतावनी देगी. फिर उन पर न्यायिक प्रणाली के तहत कार्रवाई होगी. जो बार-बार नियम तोड़ते हैं. और इसके परिणामों की चिंता नहीं करते."
मोंटेज़ेरलमहदी ने कहा कि पुलिस चाहती है सभी लोग नियमों का पालन करें. ताकि अधिकारियों के पास बाकी ज़रूरी मुद्दों से निपटने के लिए समय रहे.
CCTV के जरिए रखी जा रही है निगरानीपिछले कुछ महीनों में मोरल पुलिस CCTV के जरिए भी लोगों पर निगरानी रख रही है. वो महिलाओं को हिजाब ना पहनने पर चेतावनी देते हैं. जुर्माना भरने या कोर्ट में पेश होने की हिदायत भी दी जा रही है. अगर महिलाएं कार में बैठी होती हैं, तो उनकी कार को जब्त कर लिया जाता है. महिलाओं के कपड़ों को लेकर यही सख्त नियम रेस्टॉरेंट्स और शॉपिंग मॉल्स में भी हैं. जो महिलाओं को बिना हिजाब पहने या ढीला हिजाब पहनने पर सेवाएं देते हैं, उन्हें बंद कर दिया गया है.
मोरल पुलिस कभी-कभी पुरुषों के कपड़ों पर भी निगरानी रखने का काम करती है. देखती है कि वो कैसे कपड़े पहनते हैं. वो कभी भी महिलाओं को अपना हिजाब ठीक करने या ऐसे कपड़े पहनने के लिए कह सकती है जो ईरान के नियमों के अनुसार हों. अगर महिलाएं इन नियमों को तोड़ती हैं, तो उन्हें उन केंद्रों में भेजा जाता है जहां उन्हें कपड़े पहनने के बारे में कथित तौर पर शिक्षा दी जाती है.
इससे पहले, सितंबर 2022 में कथित तौर पर हिजाब नहीं पहनने के लिए महसा अमीनी को गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद अस्पताल में उसकी मौत हो गई थी. कहा गया कि मोरल पुलिस की पिटाई के चलते महसा की जान चली गई. इसके बाद पूरे देश में हिजाब के खिलाफ प्रदर्शन होने लगे थे. कई महिलाओं ने हिजाब न पहनकर और अपने बाल काटकर ईरानी शासन का विरोध किया था.
प्रशासन ने इन प्रदर्शनों को बुरी तरह कुचलने की कोशिश की. यहां सैकड़ों प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया था. साथ ही इनमें करीब 500 लोगों के मारे जाने की खबरें भी सामने आई थीं. साथ ही पूरी दुनिया में कई महिला सेलिब्रिटीज़ ने भी इस प्रदर्शन का साथ दिया. उन्होंने अपने बाल काटकर इसके वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किए थे.
वीडियो: ईरान में भंग हुई मोरैलिटी पुलिस, जिसकी हिरासत में महसा अमीनी की 'मौत' हुई थी