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गलवान के बाद इंडियन एयरफोर्स ने LAC पर ऐसा काम किया, चीन को नींद नहीं आएगी!

भारतीय वायुसेना (IAF) ने करीब 70,000 जवानों और 9,000 टन से ज़्यादा वजन वाले टैंक, आर्टिलरी गन्स और BMPs को LAC में एयरलिफ्ट किया है.

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भारत और चीन के बीच LAC विवाद के बाद भारतीय सेना मुस्तैद, 3 सालों में एयरलिफ्ट कर पहुंचाए हथियार. (फोटो क्रेडिट - इंडिया टुडे/ट्विटर)

भारत और चीन के बीच लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) को लेकर पिछले तीन सालों से विवाद बढ़ गया है. 15 जून 2020 को यहां दोनों देशों की सेनाओं के बीच झड़पें हुई थीं. इस बीच भारतीय वायुसेना (IAF) ने करीब 70,000 जवानों और 9,000 टन से ज़्यादा वजन वाले टैंक, आर्टिलरी गन्स और BMPs को यहां एयरलिफ्ट किया है.

2020 में लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीन के बीच झड़पें हुई थीं. इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट में अधिकारियों के हवाले से बताया गया कि इसके बाद से ही यहां सेना की कई टुकड़ियों को नियुक्त किया गया है. अनुमान है कि इनमें 70 हजार से भी ज़्यादा जवान शामिल हैं. इसके साथ ही 300 से ज़्यादा BMPs, करीब 100 टैंक और आर्टिलरी गन्स को यहां एयरलिफ्ट किया गया है. 

बड़े पैमाने पर एयरलिफ्ट किए गए हथियार

रिपोर्ट के मुताबिक, एक अधिकारी ने बताया कि इस अभियान में रडार और सर्फेस टू एयर गाइडेड हथियार भी गलवान घाटी पहुंचाए गए हैं. उन्होंने कहा कि भारत और चीन के बीच झड़पों के बाद गलवान घाटी में तेजी से जवानों की तैनाती हुई है.

अधिकारी ने आगे कहा कि यहां कम समय में बड़े पैमाने पर हथियारों को एयरलिफ्ट किया गया है. ये सामान्य रूप से होने वाले काम से करीब डेढ़ गुना ज़्यादा है. भारतीय सेना की रणनीतिक एयरलिफ्ट क्षमता, हेलिकॉप्टर्स और ट्रांसपोर्ट सुविधाओं के चलते इसे करने में कम समय लगा.

मीडिया की कई रिपोर्ट्स में ये भी बताया गया कि चौबीस घंटे निगरानी रखने वाले Su-30 MKI और खुफिया जानकारियां जुटाने के लिए जैगुआर जेट को भी यहां तैनात किया है. गलवान घाटी में फेसऑफ के बाद से ही सरकार 3,500 किलोमीटर लंबी LAC पर इनफ्रास्ट्रक्चर डेवलेपमेंट करने पर ज़ोर दे रही है.

पिछले 3 सालों में भारत और चीन के बीच कई दौर की बातचीत हुई है. 14 अगस्त को दोनों देशों की सेनाओं के बीच 19वें दौर की बातचीत होने जा रही है. इसमें LAC पर देपसांग प्लेन्स और डेमचोक जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी. 

वीडियो: गलवान घाटी की हिंसा के दौरान चीन ने कौन से हथियार इस्तेमाल किए थे उसकी जानकारी सामने आई है