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भारत ने फिर से किया फिलिस्तीन का समर्थन, आम लोगों की मौत पर किसे बड़ा मेसेज दे दिया?

फिलिस्तीनी लोगों के लिए 28 नवंबर को अंतरराष्ट्रीय एकजुटता दिवस मनाया गया. इस मौके पर UN में भारत की स्थाई प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने फिलिस्तीन के साथ लंबे समय से चले आ रहे भारत के संबंधों की एक बार फिर तसदीक की है.

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UN में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने कहा कि भारत इजरायल-हमास युद्ध में संघर्ष-विराम का स्वागत करता है. (फोटो क्रेडिट - UN)

भारत ने एक बार फिर कहा है कि वो फिलिस्तीनी (India Palestine Support) लोगों के साथ है. संयुक्त राष्ट्र(UN) में भारत की स्थाई प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने 28 नवंबर को फिलिस्तीन के साथ लंबे समय से चले आ रहे संबंधों की फिर से पुष्टि की है.

समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक, फिलिस्तीनी लोगों के लिए अंतरराष्ट्रीय एकजुटता दिवस के मौके पर रुचिरा कंबोज ने UN महासभा को संबोधित करते हुए कहा,

"हम एक बार फिर से फिलिस्तीन के साथ लंबे समय से चली आ रही अपनी दोस्ती की तसदीक करते हैं. ये दोस्ती लोगों से लोगों और गहरे ऐतिहासिक संबंधों पर आधारित है. इसके साथ ही हम फिलिस्तीन के लोगों की देश का दर्जा, शांति और समृद्धि हासिल करने की आकांक्षाओं के लिए अपने अनवरत समर्थन को दोहराते हैं."

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इसके साथ ही, उन्होंने आतंकवाद के लिए जीरो-टॉलरेंस पॉलिसी की बात कही. वे बोलीं,  

“आतंकवाद और लोगों को बंधक बनाए जाने को जायज नहीं ठहराया जा सकता. बंधक बनाए गए लोगों के साथ हमारी संवेदनाएं हैं. हम बंधकों को छोड़े जाने का स्वागत करते हैं. साथ ही हम बाकी बचे बंधकों को तुरंत बिना किसी शर्त के रिहा करने का भी अपील करते हैं. आतंकवाद के लिए भारत जीरो-टॉलरेंस पॉलिसी अपनाता है. हमारा मानना है कि अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानूनों को मानने के लिए सभी देशों की बराबर की जिम्मेदारी है.”

'मानवीय संघर्ष-विराम का स्वागत'

रुचिरा कंबोज ने इजरायल-हमास युद्ध में हुई नागरिकों की मौत की निंदा की. उन्होंने कहा कि इसे साफ तौर पर स्वीकार नहीं किया जा सकता. कंबोज ने आगे कहा,

"इजरायल-हमास युद्ध में मानवीय संघर्ष-विराम के कदम का स्वागत है. इसके जरिए गाजा में समय पर और लगातार मानवीय सहायता पहुंचाई जा रही है. भारत ने अभी तक गाजा में 70 टन मानवीय सहायता भेजी है. इसमें 16.5 टन दवाएं और मेडिकल सप्लाई शामिल हैं."

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कंबोज ने इजरायल-हमास युद्ध को बातचीत और कूटनीति के जरिए शांतिपूर्ण तरीके से खत्म करने पर जोर दिया. उन्होंने कहा,

"भारत ने इजरायल-फिलिस्तीन मुद्दे पर हमेशा से बातचीत के जरिए दो देशों के समाधान के सिद्धांत का समर्थन किया है. इससे फिलिस्तीन एक संप्रभु, आजाद और व्यावहारिक राष्ट्र-राज्य बन पाएगा, जो इजरायल के साथ बराबरी और शांति से सुरक्षित और मान्यता मिली हुई सीमाओं के अंदर रहे."

रुचिरा कंबोज ने ये भी कहा कि भारत अपनी तरफ से फिलिस्तीन का समर्थन करना जारी रखेगा. भारत अपनी द्विपक्षीय विकास साझेदारी के जरिए स्वास्थ्य, शिक्षा, महिला सशक्तिकरण, उद्यमिता और सूचना प्रौद्योगिकी के साथ और भी कई फील्ड्स में फिलिस्तीन को समर्थन देता रहेगा. इसके साथ ही, भारत फिलिस्तीन के लोगों को मानवीय सहायता भेजना भी जारी रखेगा.

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