बहुजन समाज पार्टी (BSP) से पूर्व विधायक इमरान मसूद (Imran Masood expelled from BSP) को निष्कासित कर दिया गया है. मसूद को अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी गतिविधियों के मामले में पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया गया है. ये फैसला बसपा के सहारनपुर जिला अध्यक्ष जनेश्वर प्रसाद ने 29 अगस्त को लिया है.
पहले कांग्रेस फिर सपा और अब बसपा में भी नहीं रहे इमरान मसूद, मायावती ने क्यों बाहर कर दिया?
बसपा से निकाले गए पूर्व विधायक इमरान मसूद ने PM मोदी को 'बोटी-बोटी' करने की धमकी दी थी

इमरान मसूद को पार्टी से निष्कासित किए जाने पर पार्टी की तरफ से एक प्रेस नोट जारी किया गया. इस दौरान जनेश्वर प्रसाद ने बताया,
“सहारनपुर जिला यूनिट ने पूर्व विधायक इमरान मसूद को पार्टी से अनुशासनहीनता अपनाने व पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने की वजह से पार्टी ने निष्कासित कर दिया है.”
नोट में आगे बताया गया है कि इमरान मसूद को पार्टी में अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी गतिविधियों को लेकर कई बार चेतावनी भी दी गई थी. उनसे कहा गया था कि उनकी कार्यशैली को ध्यान में रखते हुए ही उन्हें लोकसभा का टिकट दिया जाएगा, इसलिए इसे सुधारें. लेकिन, मसूद की कार्यशैली में कोई सुधार नहीं आया. इस वजह से अब बसपा ने उनके निष्कासन का फैसला ले लिया.
पार्टी द्वारा जारी प्रेस नोट में बताया गया है कि बसपा अनुशासनहीनता व दबाव की राजनीति को कतई बर्दाश्त नहीं करती है. इसी को ध्यान में रखते हुए पूर्व विधायक को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा गया है.
सपा छोड़ बसपा का दामन थामा थाइमरान मसूद को पश्चिमी यूपी का प्रभावशाली मुस्लिम नेता माना जाता है. अक्टूबर 2022 में मसूद ने सपा छोड़ बसपा ज्वाइन कर ली थी. BSP सुप्रीमो मायावती ने पार्टी में उनका स्वागत किया था और कहा था कि मसूद का आना ये दिखाता है कि मुस्लिम समाज को बसपा में विश्वास है.
यूपी के सहारनपुर जिले से आने वाले इमरान मसूद कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय सचिव भी रह चुके हैं. यूपी में 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने समाजवादी पार्टी (सपा) ज्वाइन की थी. चुनाव के बाद वो बसपा में आ गए थे.
मसूद ने साल 2007 में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में पहली बार सहारनपुर की मुजफ्फराबाद (वर्तमान में बेहट) सीट से चुनाव जीता था. जिसके बाद वो कभी भी विधानसभा चुनाव जीतने में सफल नहीं हुए. साल 2012 और 2017 के विधानसभा चुनाव में मसूद सहारनपुर की नकुड़ विधानसभा सीट से खड़े हुए. वो दोनों चुनाव हार गए. इसके अलावा साल 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में मसूद कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लडे़. लेकिन दोनों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा. 2014 में सहारनपुर लोकसभा सीट से बीजेपी के राघव लखनपाल जीते थे, जबकि 2019 में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के हाजी फजलुर रहमान ने इमरान मसूद को शिकस्त दी थी.
पीएम मोदी पर दिए बयान के बाद चर्चा में आएइमरान मसूद ने पीएम नरेंद्र मोदी को लेकर साल 2014 में ‘बोटी-बोटी’ वाला बयान दिया था. इसी बयान के बाद वो चर्चा में आए थे. 2014 में इमरान मसूद ने भरी सभा में बीजेपी के पीएम उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी के खिलाफ आग उगली थी. उन्होंने कहा था कि गुजरात में चार फीसदी मुसलमान हैं, यहां 40 फीसदी. नरेंद्र मोदी यहां आ जाएं, तो उनकी बोटी-बोटी कर डालेंगे. इस बयान को लेकर मसूद के खिलाफ सहारनपुर की देवबंद कोतवाली में FIR दर्ज कराई गई थी जिसके बाद उन्हें गिरफ़्तार कर लिया गया था.
(ये भी पढ़ें: सपा जॉइन करने जा रहे इमरान मसूद ने मोदी को 'बोटी-बोटी' करने की धमकी दी थी)
वीडियो: UP चुनाव: इमरान मसूद ने बताई कांग्रेस छोड़ने और समाजवादी पार्टी जॉइन करने की वजह