11 जुलाई, 2023: नैतिकता को सबसे ऊपर रखने वाले क्रिप्टो इस्लामिक कॉइन ने अल्फा ब्लू ओशियन के ABO डिजिटल से $200M हासिल करके फिर से एक नया रिकॉर्ड बना दिया है. Circle, BlockFi और Solana को पछाड़ते हुए अब इसकी कुल फंडिंग $400 मिलियन तक पहुंच गई है और इसी के साथ क्रिप्टो की दुनिया में ये अब तक की सबसे बड़ी फंडिंग में से एक बन गई है.
प्रचार प्रसार: इस्लामिक कॉइन ने ABO डिजिटल से $200 मिलियन हासिल किए, क्रिप्टो में सबसे बड़ा रिकॉर्ड
इसकी कुल फंडिंग $400 मिलियन तक पहुंच गई है और इसी के साथ क्रिप्टो की दुनिया में ये अब तक की सबसे बड़ी फंडिंग में से एक बन गई है.
क्रिप्टो इस्लामिक कॉइन को इतनी मज़बूती देने में इस्लामिक कॉइन और हक़ नेटवर्क दोनों का ही बहुत बड़ा हाथ है. इन दोनों का ध्यान हमेशा ही दुनिया के 1.9 बिलियन मुसलमानों की ज़िन्दगी को एक नई दिशा देने वाले उत्पादों और ऐसी ही सेवाएं देने की तरफ़ रहता है, जिसके बारे में कोई कल्पना भी नहीं कर सकता. पुरस्कार विजेता इस डिजिटल मनी को अंतरराष्ट्रीय दिग्गजों, राज्य और क्षेत्रीय नेतृत्वों से दुनिया भर में मान्यता मिली है.
मुस्लिम समुदाय के लोगों को इस डिजिटल युग में लगातार आगे बढ़ाने और आर्थिक तौर पर उनकी स्थिति को मज़बूत करने के लिए ये टीम वित्तीय साधनों के ज़रिए लगातार ही अपने मिशन पर काम करती जा रही है. शर्म अल शेख में संयुक्त राष्ट्र के COP 27 में प्रस्तुतीकरण से लेकर अबु धाबी ब्लॉकचेन अवार्ड्स में सबसे भरोसेमंद ESG क्रिप्टो के रूप में अपनी पहचान बनाने तक, इस कार्यकारी टीम को निजी निवेशकों के फंड्स के साथ-साथ वित्तीय जगत दोनों से ही जबरदस्त अंतर्राष्ट्रीय समर्थन हासिल हुआ है.
इस नई साझेदारी के बाद ABO नेटवर्क को अपने निवेशकों के लिए इस्लामिक कॉइन को लागू करना जरूरी बन जायेगा. जिसकी वजह से टीम को शरिया का पालन करने वाले नए-नए तरह के वित्त संबंधी उत्पादों को बनाने में मदद मिलेगी. फिर इन उत्पादों का इस्तेमाल डिजिटल ऐसेट स्पेस में वैकल्पिक फंडिंग जुटाने के लिए भी किया जा सकता है. और अगर जरूरत पड़ेगी तो इस सौदे को अधिकतम $200 मिलियन तक पहुंचाया जा सकता है.
लेकिन ये बात सिर्फ इतने पर ही खत्म नहीं होती, क्योंकि अपने इन कदमों से टीम ये भी सुनिश्चित करेगी कि इस्लामिक कॉइन का ये सफ़र बिना किसी रुकावट के अंतहीन होकर चलता रहे. इस्लामिक कॉइन से जुड़ी इन योजनाओं को लेकर ABO डिजिटल के CEO ऐमीन नेदजाई की ये टिप्पणी काफ़ी महत्वपूर्ण है,
“इस्लामिक कॉइन के साथ उसके सहयोगी के रुप में जुड़ना... ABO डिजिटल के लिये काफी सम्मान की बात है. इसमें हम एक ऑल्टरनेटिव फाइनेंस प्रोवाइडर यानी वैकल्पिक फंडिंग जुटाने का काम करेंगे. इस महत्वाकांक्षी परियोजना को एक बेहद जानी-मानी, मज़बूत और अनुभवी टीम का सहयोग मिल रहा है. और इसी टीम के साथ मिलकर शरिया-अनुपालक बाजार में हम डिजिटलीकरण की शुरुआत करके क्रांति ला रहे है. इसलिए इसमें एक साझेदार के रूप में चुने जाने पर हम काफी सम्मानित भी महसूस कर रहे हैं."
लेकिन सिर्फ ये गठबंधन ही इकलौती जीत नहीं है. इससे पहले ही इसने लंदन स्थित DDCAP समूह के साथ एक MoU पर साइन कर दिए थे. जिसके बाद हक़ नेटवर्क का 300 से अधिक वैश्विक इस्लामिक बैंकों के साथ एकीकरण का रास्ता भी खुल गया था. उस साझेदारी से इस्लामिक फाइनेंस के लिए कई समस्याओं के समाधानों के साथ-साथ उन समाधानों के विकास की प्रक्रिया में भी तेज़ी आएगी जिसमें डिजिटल एसेट प्लेटफॉर्म SWIFT का शरिया-अनुपालक Web3 विकल्प, CBDC, टोकनाइजेशन और कई दूसरे उद्यम शामिल हैं.
"हम इस खेल को पूरी तरह से बदल कर रख देने वाले एक फाइनेंशियल प्लेटफॉर्म यानी वित्तीय मंच का निर्माण कर रहे हैं, जो नैतिकता और इस्लामिक फाइनेंस यानी इस्लामी वित्त की परंपराओं को एक साथ लाता है. इन मसलों से जुड़ी समस्याओं के लिए एक मजबूत और भरोसेमंद समाधान देता है. इसके साथ ही जो दुनिया की स्थिति में उल्लेखनीय सुधार लाने के लिए ट्रेडिशनल सिस्टम्स यानी पारंपरिक प्रणालियों के साथ मिलकर काम करता है."
इस्लामिक कॉइन के सह संस्थापक मोहम्मद अलकाफ अलहाशमी ने ये अहम जानकारी देते हुए कहा. इस्लामिक कॉइन को मीना लीडरशिप का भी भरपूर समर्थन मिला है. अबू धाबी और दुबई के शाही परिवार पहले से ही सलाहकार बोर्ड का प्रतिनिधित्व करते आ रहे हैं. जिनमें संयुक्त अरब अमीरात के संस्थापक शेख डॉ. हज्जा बिन सुल्तान बिन जायद अल नाहयान के पोते, संयुक्त अरब अमीरात के नौसेना प्रमुख शेख सईद बिन हमदान बिन मोहम्मद अल नाहयान (निजी क्षमता में सलाह देने वाले), शेख खलीफा बिन मोहम्मद बिन खालिद अल नाहयान, शेख मोहम्मद बिन खलीफा बिन मोहम्मद बिन खालिद अल नाहयान, महामहिम शेख जुमा बिन मकतूम अल मकतूम और महामहिम शेखा मरियम सुहैल ओबैद सुहैल अल मकतूम के नाम शामिल हैं.
इस्लामिक कॉइन की टीम पारंपरिक और इस्लामी वित्त से जुड़े कई बड़े नामों के भी अपने साथ होने का दावा करती है. जैसे, इस्लामिक कॉइन के कार्यकारी बोर्ड में Emaar के हुसैन अल मीज़ा (जो इसके सह-संस्थापक भी हैं) शामिल हैं. हुसैन अल मीज़ा एक पुरस्कृत बैंकर होने के साथ-साथ इस्लामिक बैंकिंग, वित्त और बीमा क्षेत्रों में 45 वर्षों से अधिक का अनुभव रखते हैं. वो दुबई इस्लामिक बैंक की स्थापना में शामिल प्रमुख व्यक्तित्वों में से एक हैं. दुबई इस्लामिक बैंक, दुनिया का पहला पूर्ण विकसित इस्लामिक बैंक माना जाता है. उनके अलावा कार्यकारी बोर्ड में CEO, मुख्य निवेश अधिकारी, Extelus Advisors के संस्थापक भागीदार और सम्मानित फंड मैनेजर ग्रेग गिग्लियोटी का नाम भी शामिल है, जिनके पास अपने करियर के दौरान 16 बिलियन डॉलर से अधिक के पोर्टफोलियो के साथ Goldman Sachs और अन्य वैश्विक संस्थानों में काम करने का अनुभव है. इस्लामिक कॉइन जल्द ही एक्सचेंजों पर सूचीबद्ध किया जाएगा.
ABO डिजिटल के बारे मेंABO डिजिटल - ABO समूह की डिजिटल ऐसेट इनवेस्टमेंट आर्म यानी डिजिटल परिसंपत्ति निवेश शाखा है, जो दुनिया भर में सार्वजनिक रूप से सूचीबद्ध कंपनियों को PIPE (सार्वजनिक इक्विटी में निजी निवेश) वित्त पोषण यानी आर्थिक मदद प्रदान करती है. ABO डिजिटल ने पांच सालों में 2 बिलियन डॉलर से ज़्यादा के अपने फाइनेंशियल कमिटमेंट्स को पूरा किया है. ABO डिजिटल क्रिप्टोकरेंसी परियोजनाओं को नए तरह के और वैकल्पिक वित्त पोषण यानी इनोवेटिव एंड ऑल्टरनेटिव फाइनेंसिंग देने के लिए अपनी इन्स्टीट्यूशनल-ग्रेड एक्सपर्टीज यानी संस्थागत-ग्रेड विशेषज्ञता का लाभ उठाता है.
वीडियो: प्रचार प्रसार: कैसे देगी UP की जनता महंगाई को मात?