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हिजबुल्लाह से लड़ाई में इजरायल के 8 सैनिकों की मौत, ईरान पर नए प्रतिबंध की तैयारी में G-7 देश

Lebanon में इजरायली डिफेंस फोर्स के 8 सैनिकों की Hezbollah के हमले में मौत हो गई है. वहीं, G-7 देशों की एक मीटिंग हुई है, जिसमें Iran पर नए प्रतिबंध लगाए जाने की बात हुई है. वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति Joe Biden ने Israel के लिए भी एक चेतावनी जारी की है.

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लेबनान में 8 इजरायली सैनिकों की मौत (फोटो: AP)

इजरायल पर पूरी दुनिया की नजरें टिकी है. मिडिल ईस्ट में इजरायल एक साथ कई मोर्चों पर लड़ाई कर रहा है. हमास और हूती विद्रोहियों पर जहां इजरायली एयरफोर्स हवाई (Israeli Air Force) हमले कर रही है. वहीं लेबनान (Lebanon) में इजरायली डिफेंस फोर्स (IDF) हिजबुल्लाह (Hezbollah) के साथ जमीनी लड़ाई लड़ रही है. हालांकि इस लड़ाई का नुकसान भी इजरायल को उठाना पड़ रहा है. ईरान की तरफ से 180 मिसाइलें दागे जाने के बाद (Iran-Israel Missile Attack) इजरायल को एक और तगड़ी चोट लगी है. हिजबुल्लाह के साथ लड़ाई में इजरायल के 8 सैनिकों (8 Israeli Troops killed) की मौत हो गई है. जबकि सात सैनिक घायल भी हुए हैं.

न्यूज एजेंसी AP की रिपोर्ट के मुताबिक मरने वालों में इजरायली सेना का एक 22 साल का कमांडर भी शामिल है. इजरायली सेना की तरफ से भी अपने जवानों की मौत की पुष्टि कर दी गई है. पिछले 11 महीनों से चली आ रही लड़ाई में इजरायली सेना को हुई यह सबसे बड़ी क्षति मानी जा रही है. इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सैनिकों की मौत पर एक शोक संदेश जारी किया है. जिसमें उन्होंने कहा,

“मैं लेबनान में शहीद हुए हमारे वीर जवानों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करना चाहता हूं. हम ईरान जैसे दुष्टों की पूरी धुरी के खिलाफ़ एक कठिन युद्ध के बीच में हैं, जो हमें नष्ट करना चाहता है. लेकिन ऐसा नहीं होगा. क्योंकि हम सब एक साथ खड़े होंगे, और ईश्वर की मदद से हम इस जंग को जीतेंगे.”

हिजबुल्लाह ने सैनिकों को खदेड़ने का दावा किया

वहीं, हिजबुल्लाह ने दावा किया है कि उसने लेबनान में इजरायली सैनिकों को खासा नुकसान पहुंचाया है. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक चरमपंथी संगठन ने कहा कि उसने कई सीमावर्ती इलाकों के पास से इजरायली सेना को खदेड़ दिया है और इजरायल के अंदर सैन्य चौकियों पर रॉकेट भी दागे हैं. हिजबुल्लाह की तरफ से कहा गया है कि इजरायली सैनिकों के साथ ये लड़ाइयों का केवल "पहला दौर" था. हिजबुल्लाह ने दावा किया कि उसके पास इजरायल को पीछे धकेलने के लिए पर्याप्त लड़ाके, हथियार और गोला-बारूद हैं. 

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दरअसल, इजरायली डिफेंस फोर्स (IDF) ने दक्षिणी लेबनान में हिज्बुल्लाह (Hezbollah) के ठिकानों के खिलाफ 'लिमिटेड' ग्राउंड ऑपरेशन शुरू किया है. 30 सितंबर और 1 अक्टूबर की दरम्यानी रात इजरायली सेना लेबनान के अंदर घुस गई थी. इजरायली सेना ने इस अभियान को ऑपरेशन नॉर्दर्न एरोज नाम दिया है. साल 2006 में लेबनान युद्ध के बाद इजरायली सेना पहली बार लेबनान में घुसी है.

वहीं लेबनान सरकार की तरफ से जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक इजरायल के साथ 11 महीनों से चली आ रही लड़ाई में  1,900 से अधिक लोग मारे गए हैं. जबकि 9,000 से अधिक घायल हुए हैं. लेबनान सरकार के मुताबिक सबसे ज्यादा लोगों की मौत पिछले दो हफ्ते में हुई है.

सीरिया में इजरायल का हमला

इसके अलावा, इजरायल की तरफ से सीरिया में भी हवाई हमला किया गया है. इजरायल ने सीरिया में ईरान से जुड़े ठिकानों को निशाना बनाया है. रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक सीरिया की राजधानी दमिश्क के एक रिहायशी इमारत पर इजरायल के हवाई हमले में तीन नागरिक मारे गए हैं. जबकि तीन नागरिक घायल भी हो गए हैं.

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ईरान पर प्रतिबंध की तैयारी में G-7 देश

वहीं, 1 अक्टूबर की रात ईरान ने इजरायल पर 180 मिसाइलें बरसा (Iran Israel Missile Attack) दीं. जिसके बाद तनाव कम करने के लिए G-7 देशों की तरफ से आपात बैठक बुलाई गई. 2 अक्टूबर को इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी की अध्यक्षता में हुई इस मीटिंग में  G-7  के नेताओं ने ईरान के हमले की कड़ी निंदा की. G7 में इटली के साथ अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी और जापान जैसे देश शामिल हैं. 

मीटिंग के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि ईरान पर और अधिक प्रतिबंध लगाए जाएंगे. रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक बाइडन ने कहा कि हम सभी सात देश (G-7 नेशन) इस बात पर सहमत हैं कि इजरायल के पास ईरानी हमलों का जवाब देने का अधिकार है. हालांकि अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि अगर इजरायल की तरफ से ईरान के परमाणु संयंत्रों पर हमला किया गया तो अमेरिका इसमें उसका साथ नहीं देगा. बताते चलें कि ईरान की तरफ से रॉकेट दागे जाने के बाद इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का बयान सामने आया था. जिसमें उन्होंने ईरान को करारा जवाब देने की बात कही थी. 

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