भारत में बीते दिनों अचानक दिल के दौरे पड़ने के कई मामले सामने आए हैं. जिम में ट्रेडमिल पर दौड़ते हुए, गरबा महोत्सव या शादियों में डांस करते हुए लोगों को दिल के दौरे पड़ रहे हैं. अब इसपर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने आईसीएमआर यानी 'इंडियन काउन्सिल ऑफ मेडिकल रिसर्च' के एक अध्ययन का हवाला देते हुए बयान दिया है.
सरकार ने आखिर माना कि कोरोना के बाद हार्ट अटैक के मामले बढ़ रहे हैं
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने लोगों को सलाह दी कि अगर सीवियर कोविड हुआ हो, तो एक दो साल भारी मेहनत न करें.

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने आईसीएमआर के शोध का हवाला देते हुए कहा,
"आईसीएमआर ने एक विस्तृत अध्ययन किया और पाया कि वो लोग जो कोविड-19 संक्रमण से गंभीर रूप से पीड़ित रहे हैं, उन्हें कुछ समय के लिए कठिन परिश्रम या कड़ी मेहनत नहीं करनी चाहिए. इसे एक या दो साल के लिए टाल दें."
बीते कुछ समय में हार्ट अटैक से होने वाली मौतों का आंकड़ा बढ़ा है. यही हाल गुजरात का भी है. सूबे के सौराष्ट्र में हार्ट अटैक के केसेस चिंताजनक रूप से बढ़े हैं. सबसे ज़्यादा युवा वर्ग के लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं. गुजरात के कपडवंज खेड़ा में हाल ही में एक 17 साल के लड़के की गरबा खेलते वक्त अचानक कार्डिएक अरेस्ट से मौत हो गयी थी.
समाचार एजेंसी एएनआई (ANI) से बात करते हुए एमडी(मेडिसिन) डॉक्टर आयुष पटेल ने बताया,
"एक 17 साल का लड़का, वीर शाह कपडवंज के गरबा मैदान में गरबा खेल रहा था जब उसने चक्कर आने की शिकायत की और गश खाकर गिर गया. मौके पर मौजूद वॉलंटियर्स की एक टीम ने तुरंत उसे देखा. उसके सभी मेन अंगों की जांच की गई, पर कोई पल्स नहीं मिली. सांस लेने के कोई संकेत नहीं थे. उसे 3 बार सीपीआर (Cardiopulmonary Resuscitation) दिया गया. हमने उसे एम्बुलेंस से अस्पताल ले गए. लेकिन अस्पताल ने लड़के को मृत घोषित कर दिया"
इसके पहले उत्तर प्रदेश की गवर्नर और गुजरात की पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने एक बयान दिया. आनंदीबेन पटेल, पाटन जिले के सन्दर गांव में पाटीदार समाज के एक मंदिर 'खोडलधाम धाम' के भूमि पूजन में आईं थीं. यहां उन्होंने कैंसर, ट्यूबरक्लोसिस(टीबी) और युवाओं में हार्ट अटैक के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई थी. इसमें उन्होंने कहा कि हार्ट अटैक के बढ़ते मामलों के पीछे कोविड 19 (कोरोना वायरस) कारण नहीं है. उन्होंने आगे कहा था कि स्वास्थ्य मंत्री(मनसुख मांडविया) ने इसपर एक सर्वे और रिसर्च कराई पर उसमें कहीं भी इन हार्ट अटैक के केसेस से कोरोना का लिंक नहीं मिला.
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