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लखनऊ में HDFC बैंक की कर्मी की लंच के दौरान मौत, BJP पर 'प्रेशर पॉलिसी' का आरोप किसने लगा दिया?

घटना उत्तर प्रदेश के लखनऊ की है. यहां गोमतीनगर के HDFC बैंक के विभूति खंड ब्रांच में एक महिला कर्मचारी लंच करने के लिए कुर्सी पर बैठी ही थीं कि वो अचानक बेहोश होकर जमीन पर गिर गईं.

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डॉक्टरों ने इस मामले में हार्ट अटैक की आशंका जताई है. (सांकेतिक तस्वीर: unsplash.com)
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आशीष श्रीवास्तव

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक बैंक कर्मी की मौत हुई है. बताया जा रहा है कि महिला कर्मी लंच करने गई थीं. वो खाना खाने के लिए कुर्सी पर बैठी ही थीं कि अचानक बेहोश होकर गिर पड़ीं. उन्हें हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने बताया कि उनकी मौत हो चुकी है. पुलिस ने बैंक कर्मी के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा है. 

डॉक्टरों ने जताई हार्ट अटैक की आशंका

आजतक के आशीष श्रीवास्तव की रिपोर्ट के मुताबिक घटना 24 सितंबर की दोपहर की है. लखनऊ में HDFC बैंक के विभूतिखंड ब्रांच में महिला कर्मी ऑफिस में लंच करने जा रही थीं. वो कुर्सी पर बैठी ही थीं कि अचानक बेहोश होकर गिर पड़ीं. इसके बाद उन्हें हॉस्पिटल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने तुरंत ही उन्हें मृत घोषित कर दिया. 

मौके पर पहुंची पुलिस ने बैंक कर्मी के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा. वहीं डॉक्टरों ने इस मामले में हार्ट अटैक की आशंका जताई है. मृतक बैंक कर्मी की पहचान सदफ फातिमा के तौर पर हुई है. उनकी उम्र 45 साल बताई गई है. वो लखनऊ के ही वजीरगंज इलाके की रहने वाली थीं.

अखिलेश यादव ने BJP को ‘जिम्मेदार’ ठहराया

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने लखनऊ की इस घटना के लिए BJP सरकार को ‘जिम्मेदार’ ठहराया है. उन्होंने X पर पोस्ट किया कि 'काम के दबाव और तनाव' के कारण HDFC की एक महिला कर्मी की ऑफिस में ही मौत की खबर चिंतनीय है. उन्होंने लिखा कि इस तरह के समाचार देश में मौजूदा अर्थव्यवस्था के दबाव का प्रतीक हैं. इसके लिए अखिलेश यादव ने ‘भाजपा सरकार की नाकाम आर्थिक नीतियों’ की आलोचना की है.

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कन्नौज से सांसद और सपा नेता अखिलेश यादव ने आगे लिखा,

"भाजपा सरकार की नाकाम आर्थिक नीतियों के कारण कंपनियों का काम-कारोबार इतना घट गया है कि अपने व्यापार-व्यवसाय को बचाने के लिए वो कम लोगों से कई गुना काम करवाती हैं. ऐसी आकस्मिक मृत्यु के लिए जितनी भाजपा सरकार ज़िम्मेदार है, उतने ही जनमानस को मानसिक रूप से हतोत्साहित करनेवाले भाजपाइयों के बयान भी.

इस समस्या से उबरने के लिए कंपनियों और सरकारी विभागों को ‘तत्काल सुधार’ के लिए सक्रिय और सार्थक प्रयास करने चाहिए."

सपा प्रमुख ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के हालिया बयान पर भी कटाक्ष किया. दरअसल, पुणे में अर्नस्ट एंड यंग इंडिया कंपनी की 26 साल की CA एना सेबेस्चियन की मौत के बाद वित्त मंत्री का एक बयान आया था. इसमें उन्होंने पढ़ाई या नौकरी के दबाव को संभालना सीखने की बात कही थी.

अखिलेश यादव ने वित्त मंत्री के बयान को लेकर X पर पोस्ट किया,

"कार्य की दशाओं में सुधार की जगह देश के युवाओं को दबाव झेलने की शक्ति पैदा करने का प्रवचन देकर, दुख के इस माहौल में युवाओं को और भी अधिक व्यथित करनेवाली भाजपाई मंत्री महोदया से आग्रह है कि यदि उनकी सरकार कोई सांत्वना नहीं दे सकती है, कोई सुधार नहीं कर सकती है, तो न करे, लेकिन इस घटना के संदर्भ में अपनी हृदयहीन और असंवेदनशील सलाह से जनाक्रोश न बढ़ाएं."

क्या तनाव में थीं HDFC कर्मी?

मृतका के परिवार ने इस बात से इनकार किया है. मृतका की बहन तरन्नुम ने कहा कि उनकी बहन ऑफिस में किसी तरह के तनाव में नहीं थीं. मृतका के परिवार ने आगे कुछ भी कहने से इनकार किया है. 

बता दें कि इस साल जुलाई में 26 साल की CA एना सेबेस्चियन की मौत हो गई थी. एना ने मार्च में ही E&Y India (अर्नस्ट एंड यंग इंडिया) कंपनी ज्वॉइन की थी. एना की मां ने कंपनी को एक खुला खत लिखा था. इसमें उन्होंने आरोप लगाया था एना पर 'काम का बहुत अधिक दबाव' था, जिससे उनकी बेटी की मौत हो गई.

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