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नायब सिंह सैनी के जरिए OBC वोट बैंक पर BJP का निशाना, हरियाणा के नए CM से जुड़ी दिलचस्प बातें

Nayab Singh Saini को Manohar Lal Khattar का करीबी माना जाता है. सैनी को कुरूक्षेत्र से Lok Sabha का टिकट दिए जाने की पैरवी उन्होंने ही की थी.

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नायब सिंह सैनी को हरियाणा का मुख्यमंत्री बनाया गया है. (तस्वीर साभार: इंडिया टुडे)

हरियाणा (Haryana) की राजनीति में एक बड़ा उलटफेर हुआ. मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. सवाल उठा कि खट्टर के बाद मुख्यमंत्री की कुर्सी पर कौन बैठेगा? ज्यादा देर तक अटकलें नहीं चलीं. कुछ घंटों के भीतर एक नाम निकल कर आया- नायब सिंह सैनी (Nayab Singh Saini). और उस नाम पर मुहर भी लगी. राज्य में भाजपा के विधायक दल की बैठक हुई और सैनी को मुख्यमंत्री पद के लिए चुन लिया गया.  

कौन हैं Nayab Singh Saini?

कुरूक्षेत्र से सांसद हैं और हरियाणा BJP के प्रदेश अध्यक्ष हैं. OBC के नेता माने जाते हैं. सैनी को मनोहर लाल खट्टर का करीबी भी माना जाता है. अंबाला के मिर्जापुर माजरा के रहने वाले हैं. साल 2002 में नायब को भाजपा ने अंबाला BJP का जिला महामंत्री बनाया. इसके बाद 2005 में युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष बनाए गए.

सैनी को BJP ने किसान मोर्चा का प्रदेश महामंत्री भी बनाया. 2012 में BJP ने उन्हें अंबाला से पार्टी का जिला अध्यक्ष बनाया. साल 2014 में उन्होंने नारायणगढ़ विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा और जीत गए. उन्होंने कांग्रेस के उम्मीदवार राम किशन को 24 हजार से अधिक वोटों से हराया था. इसके बाद 2016 में उन्हें हरियाणा सरकार में राज्य मंत्री बनाया गया. फिर आया 2019 का लोकसभा चुनाव.

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भाजपा ने नायब सिंह सैनी को कुरूक्षेत्र लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में उतारा. उनके सामने खड़े थे कांग्रेस के निर्मल सिंह. 3 लाख 84 हजार वोटों से अधिक के अंतर से सैनी को जीत मिली. उन्हें कुल 56 फीसदी वोट शेयर्स मिले थे. इसके बाद भाजपा आलाकमान ने उन्हें एक और जिम्मेदारी दी. उन्हें भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष बना दिया गया.

Manohar Lal Khattar के करीबी

सैनी को पूर्व मुख्यमंत्री खट्टर का करीबी माना जाता है. दोनों एक दूसरे को संघ के दिनों से जानते हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पूर्व मुख्यमंत्री ने ही उन्हें कुरूक्षेत्र से टिकट दिए जाने की पैरवी की थी.

हरियाणा में BJP के पास 41 विधायक हैं और 6 निर्दलीय विधायक हैं. बहुमत के लिए भाजपा के लिए 46 विधायकों का समर्थन चाहिए. 6 महीने बाद अक्टूबर में हरियाणा में विधानसभा का चुनाव होना है.

2019 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को राज्य 40 सीटों पर जीत मिली थी. निर्दलीय विधायकों की संख्या 7 थी. बाद में 1 निर्दलीय विधायक BJP में शामिल हो गए. कांग्रेस के 31 सीटों पर, जननायक जनता पार्टी (JJP) को 10 सीटों पर, हरियाणा लोकहित पार्टी (HLP) को 1 सीट पर जीत मिली थी.

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