हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. मनोहर लाल समेत पूरी कैबिनेट ने सीएम आवास में मीटिंग के बाद राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को अपना इस्तीफा सौंप दिया. इसके बाद नए सिरे से हरियाणा सरकार का गठन किया जाएगा.
हरियाणा में सीएम मनोहर लाल खट्टर का इस्तीफा, किस बात पर रूठे अनिल विज?
Haryana Political Crisis: मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) अपने पद से इस्तीफा दिया है. शाम 5 बजे नए मंत्रिमंडल के शपथ लेने की खबरें आ रही हैं. इस बीच खट्टर सरकार में गृह मंत्री रहे Anil Vij बीजेपी विधायक दल की बैठक से नाराज होकर निकल गए हैं.
हरियाणा बीजेपी विधायक दल की बैठक चंडीगढ़ के हरियाणा भवन में चल रही है. इस बैठक में वरिष्ठ बीजेपी नेता अर्जुन मुंडा और तरुण चुघ पर्यवेक्षक के तौर पर मौजूद हैं. आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक खट्टर सरकार में गृह मंत्री रहे अनिल विज (Anil Vij) इस बैठक से बाहर चले गए हैं. विज ने जाते समय सरकारी वाहन की जगह निजी कार को चुना. जिसके बाद आशंका जताई जा रही है कि विज नाराज होकर बैठक से बाहर आए. उधर, दूसरी तरफ राज्य के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला की 12 मार्च को दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात होने वाली है. इस दौरान लोकसभा चुनाव में गठबंधन को लेकर चर्चा होगी. दरअसल JJP, BJP से लोकसभा चुनाव में 1 से 2 सीटों की मांग कर रही है.
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इससे पहले 11 मार्च को बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी दुष्यंत चौटाला ने मुलाकात की थी, लेकिन चुनाव में गठबंधन को लेकर बात नहीं बन पाई. दरअसल जो रिपोर्ट्स सामने आ रही है, उसके मुताबिक BJP लोकसभा चुनाव में JJP को एक भी सीट देने के पक्ष में नहीं है. बीजेपी अकेले दम पर सभी दस सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है.
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हरियाणा के निर्दलीय विधायक नयन पाल रावत के मुताबिक बीजेपी-जेजेपी गठबंधन टूटने की प्रक्रिया पहले ही शुरू हो चुकी है. उन्होंने कहा,
नंबर गेम क्या है?“मैंने कल मुख्यमंत्री खट्टर से मुलाकात की थी. हम पहले ही सीएम खट्टर की सरकार को अपना समर्थन दे चुके हैं. हम लोकसभा चुनाव की रणनीति पर भी चर्चा कर सकते हैं. मुझे लगता है कि जेजेपी से गठबंधन टूटने की प्रक्रिया पहले से ही शुरू हो गई है. ”
90 सदस्यों वाली हरियाणा विधानसभा में बीजेपी के पास 41 विधायक हैं. जबकि बीजेपी के साथ 6 निर्दलीय विधायक भी हैं. वहीं गोपाल कांडा के हरियाणा लोकहित पार्टी के एक विधायक का भी बीजेपी को समर्थन प्राप्त है. ऐसे में भाजपा सरकार के पास कुल 48 विधायक हैं. बहुमत के लिए 46 सीटें चाहिए. ऐसे में जेजेपी के 10 विधायकों के चले जाने के बाद भी बीजेपी की सरकार को खतरा नहीं है.
वहीं, कांग्रेस पार्टी के पास 30 विधायक हैं. जबकि इंडियन नेशनल लोकदल के पास भी एक विधायक है. वहीं एक निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू का भी विपक्ष को समर्थन मिल रहा है.
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