The Lallantop

हरदा हादसा: मृतकों की संख्या 11 तक पहुंची, घायल 100 के पार, पहले भी हुआ है हादसा

Harda Factory Blast के बाद CM Mohan Yadav ने बैठक बुलाई और हर ज़िले के कलेक्टर्स को कुछ निर्देश जारी किए हैं.

post-main-image
हरदा की पटाखा फैक्ट्री में ब्लास्ट के बाद जारी रेस्क्यू. (फोटो- आजतक)

मध्यप्रदेश के हरदा की पटाखा फैक्ट्री में 6 फरवरी को हुए विस्फोट में मृतकों की संख्या 11 तक पहुंच गई है. राहत और बचाव कार्य जारी है. इस बीच मंगलवार शाम को ही मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मंत्रालय से सभी कलेक्टर्स और कमिश्नर की ऑनलाइन बैठक बुलाई. CM ने सभी कलेक्टर्स को निर्देश दिए कि 24 घंटे में गृह विभाग को एक रिपोर्ट भेजी जाए. रिपोर्ट में बताया जाए कि उनके ज़िले में संचालित पटाखा फैक्ट्री का संचालन लाइसेंस की शर्तों के अनुसार हो रहा है या नहीं. CM ने सभी कलेक्टर्स को सख़्ती से और तत्काल इसकी जांच कराने के निर्देश दिए हैं.

वहीं दूसरी तरफ प्रदेश के डिप्टी CM राजेंद्र शुक्ला ने इस बारे में कहा है कि जांच कराई जाएगी और किसी भी दोषी को बख़्शा नहीं जाएगा. 

इंडिया टुडे से जुड़े हेमेंद्र शर्मा और लोमेश कुमार गौर की रिपोर्ट के मुताबिक हादसे के वक्त फैक्ट्री में कई लोग मौजूद थे. रेस्क्यू के लिए SDRF की टीम मौके पर पहुंची. तब तक कई लोग फैक्ट्री के अंदर फंस चुके थे. घायलों की संख्या 100 के पार बताई जा रही है. हादसे का वीडियो भी सामने आया है.

हादसा कितना भयानक था ये इस बात से समझा जा सकता है कि फैक्ट्री में एक के बाद एक कई ब्लास्ट हुए. धमाके में आस-पास के कई घर भी चपेट में आ गए. प्रशासन ने ऐहतियातन आस-पास के 100 घर खाली करा लिए. ब्लास्ट की आवाज़ 20 किलोमीटर दूर तक सुनाई दी. आजतक की एक ख़बर के मुताबिक- पटाखा फैक्ट्री में सुरक्षा मानकों को तोड़ा गया. फैक्ट्री के पास लाइसेंस नहीं था और आग लगने की स्थिति में सुरक्षा के भी इंतजाम नहीं थे. 

हादसे के बाद ऐलान किया गया है कि मृतकों के परिजनों को प्रधानमंत्री नेशनल रिलीफ फंड से 2-2 लाख रुपये दिए जाएंगे. घायलों को 50-50 हज़ार रुपये दिए जाएंगे. CM मोहन यादव ने इस बारे में बताया कि घायलों के इलाज का खर्च और उनके बच्चों की पढ़ाई-लिखाई का खर्च सरकार उठाएगी.

आजतक के रवीश पाल की रिपोर्ट के मुताबिक इलाके के एडीएम नागार्जुन गौड़ा ने बताया है कि हादसे के बाद से फैक्ट्री के दोनों मालिक राजू अग्रवाल और सोमेश अग्रवाल फरार हैं. प्रशासन ने फैक्ट्री चलाने का लाइसेंस निरस्त कर दिया है. अधिकारी ने बताया कि इस फैक्ट्री में पहले भी ऐसा हादसा हो चुका है.

वीडियो: मुंडका फायर : फैक्ट्री चलाने की नहीं थी इजाज़त, मालिक के पिता की भी झुलसकर मौत हुई