फिलिस्तीनी चरमपंथी समूह हमास के हमले (Hamas attack on Israel) में अब तक कम से कम 300 इजरायली नागरिकों की मौत हो चुकी है. लगभग 1600 लोग घायल हुए हैं. इसे दशकों में फिलिस्तीनी चरमपंथियों की तरफ से सबसे बड़ा हमला माना जा रहा है. इधर, इजरायल के गाजा पट्टी (Gaza Strip) पर जवाबी हमलों में करीब 230 लोगों के मारे जाने और करीब 1700 लोगों के घायल होने की खबर है. इस तरह कुल मिलाकर 530 से ज्यादा लोग अब तक जान गंवा चुके हैं.
इजरायल-गाजा हमलों में 500 से ज्यादा लोगों की मौत, बमबारी जारी, अब तक क्या हुआ?
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि उनकी सेना हमास को नष्ट करने के लिए तुरंत अपनी पूरी ताकत लगा देगी.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दक्षिणी इजरायल में इजरायली सेना और हमास उग्रवादियों के बीच भीषण लड़ाई 8 अक्टूबर की सुबह भी जारी है. जानकारी है कि सुबह के वक्त सडेरोट, किबुत्ज निर अम, याद मोर्दचाई और नेतिव हासारा जैसे क्षेत्रों में रॉकेट सायरनों की गूंज सुनाई दी. ये इलाके गाजा पट्टी के पास पड़ते हैं. इजरायली सेना के प्रवक्ता का कहना है कि स्थिति पूरी तरह कंट्रोल में नहीं है.
खबर है कि तनाव के बीच इजरायली सरकार ने 7 अक्टूबर को गाजा पट्टी में बिजली की सप्लाय बंद कर दी. 8 अक्टूबर की सुबह इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक्स (पहले ट्विटर) पोस्ट में लिखा,
“हम एक लंबे और मुश्किल युद्ध की ओर बढ़ रहे हैं. हमास के जानलेवा हमले के चलते हमें जबरन युद्ध करना पड़ रहा है. हम इजराइल के नागरिकों को सुरक्षा बहाल करेंगे और जीतेंगे.”
एक दूसरे पोस्ट में PM नेतन्याहू ने जानकारी दी,
“आज सुबह छुट्टी के दिन भी हमास ने इजरायली क्षेत्र पर हमला किया और बच्चों-बुजुर्गों समेत निर्दोष नागरिकों की हत्या कर दी. हमास ने एक क्रूर युद्ध शुरू कर दिया है. ये हम सभी के लिए बहुत कठिन दिन है. हमास हम सभी की हत्या करना चाहता है. ये एक ऐसा दुश्मन है जो बच्चों और माताओं की उनके घरों में हत्या करता है. एक ऐसा दुश्मन है जो बुजुर्गों, बच्चों और युवा महिलाओं का अपहरण करता है. सेना हमास को नष्ट करने के लिए तुरंत अपनी पूरी ताकत लगा देगी. मैं गाजा के लोगों से कहता हूं कि अभी चले जाओ क्योंकि हम हर जगह जबरदस्ती कार्रवाई करेंगे.”
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वहीं हमास का कहना है कि वो अल-अक्सा की गरिमा की रक्षा के लिए लड़ रहे हैं. ग्रुप के राजनीतिक ब्यूरो के प्रमुख इस्माइल हानियेह ने अल-जज़ीरा को बताया कि ये 'उनके लोगों पर होने वाले ज़ुल्म का बदला' है. वेस्ट बैंक पर 'क़ब्ज़े' का बदला है. अपने बयान में हमास में अल-अक्सा मस्जिद का भी ज़िक्र किया:
"..हम अल-अक्सा की रक्षा के लिए सम्मान, प्रतिरोध और गरिमा की लड़ाई लड़ रहे हैं. और, कमांडर-इन-चीफ़ अबू ख़ालिद अल-दीफ़ के दिए नाम 'अल-अक्सा बाढ़' के तहत लड़ रहे हैं. ये बाढ़ ग़ाज़ा में शुरू हुई है. लेकिन जल्द ही पश्चिमी तट और हर उस जगह तक फैल जाएगी, जहां हमारे लोग मौजूद हैं."
खबर है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने इजराइल को 8 बिलियन डॉलर के आपातकालीन सैन्य सहायता पैकेज को मंजूरी दे दी है. तुर्की के विदेश मंत्री ने इज़राइल और फिलिस्तीनियों के बीच लड़ाई पर चर्चा करने के लिए अपने क्षेत्रीय समकक्षों को फोन किया है. वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी 7 अक्टूबर को कहा कि भारत इस कठिन समय में इज़रायल के साथ एकजुटता से खड़ा है.