इजरायल-हमास जंग के बीच एक अच्छी खबर सामने आई है. जानकारी है कि फिलिस्तीनी चरमपंथी समूह हमास ने दो अमेरिकी बंधकों को रिहा कर दिया है. 20 अक्टूबर की रात को जूडिथ ताई रानन और उनकी 17 साल की बेटी नैटली शोशना रानन को गाजा बॉर्डर के पास इजरायली सेना को हैंड ओवर किया गया. वो शिकागो की रहने वाली हैं. रिश्तेदारों से मिलने इजरायल गई थीं. दो हफ्ते पहले शुरू हुए संघर्ष के बाद पहली बार किसी बंधक को छोड़ा गया है.
हमास ने अमेरिकी मां-बेटी को रिहा किया, परिवार ने जो बोला वो भावुक कर देगा
दो हफ्ते पहले शुरू हुए संघर्ष के बाद पहली बार किसी बंधक को छोड़ा गया है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हमास ने टेलीग्राम पर पोस्ट किए एक बयान में कहा,
“कतर की कोशिशों के जवाब में अल-कसम ब्रिगेड्स ने मानवीय वजहों से दो अमेरिकी नागरिकों को रिहा कर दिया है. हम अमेरिकी लोगों और दुनिया के सामने साबित करना चाहते हैं कि बाइडन और उनके फासीवादी प्रशासन द्वारा किए गए दावे झूठे और निराधार हैं.”
द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक, हमास ने कहा कि वो बंधकों को रिहा करने के लिए कतर और मिस्र के साथ काम कर रहा है. ये एक संकेत है कि आगे और रिहाई हो सकती है.
इजरायली PM ऑफिस के मुताबिक, ब्रिगेडियर जनरल गैल हिर्श ने इजरायली रक्षा बलों के सदस्यों के साथ मिलकर 20 अक्टूबर को फिलिस्तीनी एन्क्लेव की सीमा पर हमास से दो बंधकों को रिसीव किया. दोनों को एक सैन्य अड्डे पर ले जाया गया, जहां परिवार के सदस्य उनका इंतजार कर रहे थे.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि वे दोनों की रिहाई से बहुत खुश हैं. उन्होंने दोनों से फोन पर बात भी की. बाइडन ने दोहराया कि उनका प्रशासन हमास द्वारा बंधक बनाए गए अमेरिकियों को छुड़ाने के लिए 24 घंटे काम कर रहा है. भरोसा दिया कि दोनों महिलाओं और उनके परिवार को US सरकार का पूरा समर्थन मिलेगा. सभी को उनकी गोपनीयता का सम्मान करना चाहिए.
ये भी पढ़ें- गाजा बॉर्डर के पास लाइव ऑपरेशन में इजरायली सेना ने 60 'आतंकी' मारे, 250 बंधक छुड़ा लिए!
नैटली के पिता उरी रानन ने CNN से कहा कि बेटी की रिहाई के बारे में सुनकर उन्हें काफी राहत मिली है. उन्होंने बताया,
"मैं दो हफ्ते से सो नहीं रहा था, अगले हफ्ते 24 तारीख को नैटली का जन्मदिन है और हम उसका जन्मदिन अपने घर पर मनाएंगे, मैं उसे गले लगाऊंगा, ये मेरे जीवन का सबसे अच्छा दिन होगा."
रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी मां और बेटी को 7 अक्टूबर को इजराइल-गाजा सीमा के पास नाहल ओज किबुत्ज से पकड़ा गया था.