चरमपंथी संगठन हमास ने इजरायल पर जो हमला किया, उसमें इस्तेमाल हुए हथियारों को लेकर बड़ी जानकारी सामने आई है. न्यूज़ एजेंसी AP ने अपनी एक रिपोर्ट में आशंका जताई है कि हमास ने हमले में उत्तर-कोरिया के हथियारों का इस्तेमाल किया था. न्यूज एजेंसी ने बताया कि इज़रायल पर हमले, एक वीडियो और इज़रायल द्वारा ज़ब्त किए गए हथियारों से पता चलता है कि किम जोंग उन का उत्तर कोरिया ग़ाज़ा के चरमपंथी समूह को हथियार दे रहा है. हालांकि उत्तर कोरिया ने इस तरह के दावों का खंडन किया था.
हमास ने नॉर्थ कोरिया के हथियारों से इजरायल पर हमला किया? इतना बड़ा दावा आया कहां से?
रिपोर्ट के मुताबिक इज़रायल ने जो हथियार ज़ब्त किए, उनसे पता चलता है कि उत्तर-कोरिया ग़ाज़ा के चरमपंथी समूह को हथियार दे रहा है.
हमास ने बीती 7 अक्टूबर को इजरायल की सीमा में घुसकर उसके सैकड़ों नागरिकों को मार डाला था. तब से शुरू हुई हमास और इज़रायल (Israel-Gaza War) की जंग में दोनों तरफ़ से क़रीब 5,000 हज़ार लोगों की मौत हो चुकी है.
उत्तरी कोरिया का 'अवैध धंधा'AP की रिपोर्ट के मुताबिक़, दक्षिण कोरिया के दो हथियार एक्सपर्ट्स ने बताया है कि हमास ने उन्हें क़ैद कर लिया था. तब उन्होंने देखा कि हमास के पास उत्तर-कोरिया के F-7 ग्रेनेड लॉन्चर है. हथियार-बंद गाड़ियों पर हमला करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है. एक बार में एक ग्रेनेड और तुरंत री-लोड. हथियारों के विशेषज्ञ एन. आर. जेनज़ेन-जोन्स ने एजेंसी को जानकारी दी है कि कि F-7 का इस्तेमाल सीरिया, इराक़, लेबनान और ग़ाज़ा पट्टी में देखा गया है.
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रिपोर्ट कहती है कि इन सबूतों से उत्तर-कोरिया के अवैध हथियारों के धंधे से पर्दा हटता है. वो धंधा, जिसकी बदौतल प्रतिबंधों से जूझ रहा उत्तर कोरिया कथित तौर पर अपने डिफ़ेंस सिस्टम और परमाणु हथियार प्रोग्राम्स के लिए पैसे जुटाता है. पश्चिमी देशों ने कई बार ऐसे आरोप लगाए हैं, कि यूक्रेन पर आक्रमण के लिए किम जोंग-उन ने रूस को भर-भरकर गोला-बारूद, कारतूस और रॉकेट दिए हैं. ग़ाज़ा को लेकर उनका रुख क्या है? इस पर जेनज़ेन-जोन्स ने बताया कि उत्तर कोरिया लंबे समय से फ़िलिस्तीन के चरमपंथी समूहों को समर्थन दे रहा है. और, पहले भी उनके हथियार ऐसे समूहों के पास से ज़ब्त किए गए हैं.
लाल पट्टी से पहचान में आयाहमास ने अपने लड़ाकों की कुछ फ़ोटोज़ जारी की हैं, जिनमें वो ग्रेनेड लॉन्चर के साथ दिख रहे हैं. एपी ने बताया है कि इसके वॉरहेड पर एक ख़ास लाल पट्टी है, जो एफ-7 लॉन्चर में होती है. डिज़ाइन में और भी समानताएं हैं. इज़रायली सेना ने जो लॉन्चर ज़ब्त किए हैं, उनमें भी लाल पट्टी और F-7 से मेल खाने वाले फ़ीचर्स हैं.
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UN में उत्तर कोरिया के मेंबर्स ने अभी तक इस बारे में कोई जवाब नहीं दिया है. मगर राजधानी प्योंगयांग ने पिछले हफ़्ते ही ऐसे दावों को ख़ारिज किया था. कहा था कि ये बेबुनियाद और झूठी अफ़वाहें हैं.