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गुजरात: एक मौत, डिप्टी SP घायल, जूनागढ़ में दरगाह को लेकर इतना बवाल क्यों?

अवैध निर्माण का नोटिस लेकर जब प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची, भीड़ ने उनपर हमला कर दिया.

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जूनागढ़ में हुआ बवाल (फोटो: आज तक/ANI)

गुजरात के जूनागढ़ (Junagadh) में अवैध दरगाह को हटाने को लेकर विवाद हो गया. 16 जून को दरगाह के अवैध निर्माण को लेकर महानगर पालिका की ओर से एक नोटिस जारी किया. जब प्रशासन वहां नोटिस लगाने पहुंची तो इसे पढ़कर वहां मौजूद लोग भड़क गए. लोगों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की और ऐसा करने से रोके जाने पर उपद्रवियों ने कथित तौर  पुलिस टीम पर हमला कर दिया. इसके बाद पुलिस ने भी लाठीचार्ज कर भीड़ को तितर-बितर करने की कोशिश की और आंसू गैस के गोले भी छोड़े. भीड़ के हमले में एक डिप्टी SP और तीन पुलिसकर्मी घायल हुए हैं

आजतक से जुड़ीं भार्गवी जोशी की रिपोर्ट के मुताबिक भीड़ ने जिले के मजेवड़ी चौक स्थित पुलिस चौकी पर जमकर तोड़फोड़ कर दी और गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया. इसके साथ ही पुलिस चौकी पर पत्थरबाजी भी की गई. 

पुलिस ने क्या कहा?

जूनागढ़ के SP रवि तेजा वसम शेट्टी के मुताबिक इस घटना के बाद 174 लोगों को हिरासत में लिया गया. फिलहाल इलाके में शांति है. उन्होंने कहा,

‘मजेवाड़ी गेट के पास एक दरगाह को 5 दिनों के भीतर दस्तावेज पेश करने का नोटिस दिया गया था. शुक्रवार को वहां करीब 500-600 लोग जमा हुए थे. पुलिस उन्हें सड़क जाम नहीं करने के लिए समझा रही थी. लेकिन रात करीब 10.15 बजे लोग पुलिस पर हमला करने लगे और पथराव किया गया. भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किया गया. फिलहाल 174 लोगों को राउंडअप किया गया है. पथराव में एक आम नागरिक की मौत हुई है लेकिन ये बात पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा. तब तक आगे की जांच चल रही है और उपद्रवियों को गिरफ्तार किया जाएगा.’

क्या है पूरा माजरा?

दरअसल, जूनागढ़ में मजेवड़ी गेट के सामने रास्ते के बीच एक दरगाह बनी हुई है. जिसको हटाने के लिए महानगर पालिका की ओर से सीनियर टाउन प्लानर द्वारा एक नोटिस जारी किया था. इस नोटिस में लिखा गया था कि ये धार्मिक स्थल अवैध तरीके से बनाया गया है. पांच दिनों के अंदर ये धार्मिक स्थल के कानूनी तौर पर सही होने के सबूत पेश करना होगा. वरना ये दरगाह तोड़ा जाएगा और इसका खर्च भी लोगों को देना होगा. इस नोटिस को वहां लगाने महानगर पालिका के अधिकारी पहुंचे थे. 

शुक्रवार, 16 जून को नोटिस लगाने के साथ ही शाम सात बजे वहां लोग इकट्ठा होने शुरू हो गए. 9 बजते वहां करीब 200-300 लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई और नारेबाजी करने लगी. इसके साथ ही उन्होंने रोड को भी जाम कर दिया. जब पुलिस ने उनको इस जगह से हटाने की कोशिश की तो भीड़ ने पुलिसकर्मियों पर पत्थर से हमला कर दिया. 
 

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