गुजरात में नवरात्रि समारोह के दौरान गरबा (Gujarat Garba) करते समय सिर्फ एक दिन में कम से कम 10 लोगों की मौत होने की खबर है. ये मौतें गुजरात के अलग-अलग इलाकों में हुई हैं. मौत की वजह हार्ट अटैक (Heart Attack) बताई जा रही है. गरबा करने के दौरान मरने वालों में किशोरों से लेकर अधेड़ उम्र के लोग हैं. गुजरात में नवरात्रि का त्योहार जोरो-शोरों से मनाया जा रहा है. हालांकि, इस दौरान गरबा खेलते हुए लोगों को हार्ट अटैक आने की घटनाएं भी लगातार सामने आ रही हैं.
गुजरात: एक दिन में 10 लोगों की मौत, गरबा खेलते लोगों को पड़ रहा हार्ट अटैक
गुजरात में गरबा खेलते हुए लोगों को हार्ट अटैक आने की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं. सिर्फ एक दिन में कम से कम 10 लोगों की मौत होने की खबर है. ये मौतें गुजरात के अलग-अलग इलाकों में हुई हैं.

इंडिया टुडे से जुड़े अतुल तिवारी की रिपोर्ट के मुताबिक, नवरात्रि के छह दिनों में ही इमरजेंसी एम्बुलेंस सेवाओं को दिल से जुड़ी समस्याओं के लिए 521 कॉल और सांस फूलने की समस्या से जुड़ी 609 कॉल रिसीव हुईं. ये कॉल शाम 6 बजे से रात 2 बजे के बीच की गई थीं, वो वक्त जब आमतौर पर गरबा उत्सव होता है.
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एक 13 साल के लड़के की भी मौत हुई है, जो वडोदरा के डभोई इलाके का रहने वाला था. 20 अक्टूबर को अहमदाबाद में एक 24 साल का युवक गरबा खेलते समय अचानक गिर पड़ा और उसकी मौत हो गई. इसी तरह कपड़वंज में एक 17 साल के लड़के की भी गरबा खेलते समय मौत हो गई.
न्यूज एजेंसी ANI से इस घटना के बारे में डॉ. आयुष पटेल ने कहा,
“एक 17 साल का लड़का, वीर शाह, कपड़वंज के गरबा मैदान में गरबा खेल रहा था. उसने अचानक चक्कर आने की शिकायत की और बेहोश हो गया. वहां मौजूद स्वयंसेवकों की टीम ने तुरंत उसे कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (CPR) दिया. लेकिन उसने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी, उसकी सांस नहीं चल रही थी. तीन बार CPR दिया गया. लड़के को एंबुलेंस से हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां उसे मृत बताया गया.”
कपड़वंज में ही 17 साल के सगीर की मौत भी गरबा खेलते समय हो गई. वडोदरा में अपनी सोसाइटी में गरबा खेलते समय हार्ट अटैक से एक 55 साल के व्यक्ति की मौत हो गई. राजकोट से भी गरबा खेलते वक्त 2 लोगों की मौत की खबर सामने आई है.
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गरबा आयोजकों को निर्देशदिल और सांस से जुड़ी बढ़ती समस्याओं को देखते हुए गुजरात सरकार और गरबा कार्यक्रम के आयोजक एहतियाती उपाय कर रहे हैं. राज्य सरकार ने गरबा स्थलों के पास सभी सरकारी अस्पतालों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (CHC) को अलर्ट जारी किया. अस्पतालों को हाई अलर्ट पर रहने को कहा गया है.
गरबा आयोजकों ने कार्यक्रम स्थल पर डॉक्टरों और एम्बुलेंस की व्यवस्था की है, ताकि गरबा में भाग लेने वालों की सुरक्षा निश्चित की जा सके. उन्हें इमरजेंसी हालात के लिए कार्यक्रम में एम्बुलेंस की तेजी से एंट्री की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है. इसके अलावा आयोजकों को निर्देश दिया गया है कि वो अपने स्टाफ को CPR की ट्रेनिंग दें और गरबा कार्यक्रम में शामिल लोगों के लिए पर्याप्त पानी की व्यवस्था करें.
CPR क्या होता है?CPR यानी कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (Cardiopulmonary Resuscitation) एक लाइफ सेविंग तकनीक है, जो कि उन हालात में काम आती है, जब किसी की सांस रुक जाए या दिल की धड़कन रुक जाए. CPR हार्ट अटैक या मेजर ट्रॉमा जैसे रोड एक्सिडेंट या बिजली का झटका लगने जैसी स्थितियों में दिया जाता है. इससे दिल फिर से काम करना शुरू कर सकता है. ये तकनीक तब काम आती है, जब आसपास डॉक्टर या नर्स से मदद उपलब्ध न हो.
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