केंद्र सरकार ने 12 फरवरी को सुबह-सवेरे कई राज्यों के राज्यपाल बदल दिए हैं. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी और लद्दाख के उप-राज्यपाल राधा कृष्णन माथुर का इस्तीफा भी मंजूर कर लिया है. बिहार झारखंड समेत कुल 13 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के राज्यपाल-उपराज्यपाल बदले गए हैं.
संडे की सुबह 13 राज्यपाल और LG बदल गए, सबका इतिहास-भूगोल जान लीजिए
महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी का इस्तीफा भी मंजूर हो गया है.
सरकार ने महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी का इस्तीफा मंजूर कर लिया है. उनकी जगह झारखंड के राज्यपाल रहे रमेश बैस को महाराष्ट्र का नया राज्यपाल बनाया गया है.
बैस लगातार सात बार लोकसभा सांसद रहे हैं और त्रिपुरा और झारखंड के राज्यपाल भी रह चुके हैं. तीन दिन पहले ही उन्होंने झारखंड विधानसभा से पारित हुए वित्त विधेयक 2022 को तीसरी बार लौटा दिया था.
तमिलनाडु के बीजेपी नेता सीपी राधाकृष्णन को झारखंड का राज्यपाल बनाया गया है. वे दो बार कोयंबटूर से लोकसभा सांसद रहे हैं. हालांकि, 3 बार वे चुनाव हारे भी हैं. 16 साल की उम्र से वे आरएसएस और जनसंघ से जुड़े हुए हैं. वर्तमान में बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य हैं और तमिलनाडु में पार्टी के अध्यक्ष भी रहे हैं.
ला. गणेशनमणिपुर के राज्यपाल ला गणेशन को नागालैंड का राज्यपाल नियुक्त किया गया है. इससे पहले वे मणिपुर और पश्चिम बंगाल के गवर्नर रहे हैं. डूरंड कप फुटबॉल टूर्नामेंट के दौरान अवॉर्ड सेरेमनी का उनका एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वे दिग्गज फुटबॉलर सुनील छेत्री को धक्का देते नजर आए थे.
फागू चौहानबिहार के राज्यपाल फागू चौहान को मेघालय भेजा गया है. फागू चौहान उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ के रहने वाले हैं और घोषी सीट से छह बार बीजेपी के टिकट पर यूपी विधानसभा पहुंचे हैं. जुलाई 2019 में उन्होंने बिहार के राज्यपाल के रूप में शपथ ली थी.
आंध्र प्रदेश के राज्यपाल बिस्वा भूषण हरिचंदन को छत्तीसगढ़ का राज्यपाल बनाया गया है. वहीं, छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुइया उइके को मणिपुर भेजा गया है. एक दिन पहले ही भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा छत्तीसगढ़ दौरे पर थे. बीजेपी जॉइन करने से पहले उइके कांग्रेस में थीं.
गुलाब चंद कटारियाराजस्थान के पूर्व गृह मंत्री और फिलहाल राजस्थान विधानसभा में विपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया को असम का राज्यपाल बनाया गया है. उन्हें पहली बार राज्यपाल पद की जिम्मेदारी मिली है.
एस अब्दुल नजीरकेंद्र सरकार ने पूर्व जस्टिस एस अब्दुल नजीर को आंध्रप्रदेश का नया राज्यपाल नियुक्त किया है. वे सुप्रीम कोर्ट में करीब 6 साल जज रहे और पिछले महीने ही रिटायर हुए हैं. रिटायरमेंट के 40 दिन बाद ही उन्हें राज्यपाल पद की जिम्मेदारी मिली है. वे राम मंदिर मामले में फैसला सुनाने वाली बेंच का हिस्सा रहे हैं, जिसमें उन्होंने मंदिर बनाने के पक्ष में फैसला दिया था.
जब वे रिटायर हुए तब उन्होंने कहा था कि अगर राम मंदिर के विरोध में उन्होंने अपना फैसला दिया होता, तो समाज के हीरो बन गए होते, लेकिन उन्होंने देश के बारे में सोचा. इसके अलावा वे ट्रिपल तलाक और नोटबंदी जैसे मामलों पर फैसला देने वाली बेंच में भी शामिल रहे हैं.
ब्रिगेडियर बीडी मिश्रारिटायर्ड ब्रिगेडियर बीडी मिश्रा को लद्दाख का उप-राज्यपाल बनाया गया है. वे अरुणाचल प्रदेश और मेघालय के राज्यपाल भी रहे हैं. वे 1962 के भारत-चीन युद्ध, 1964 में नागालैंड में नागा विद्रोह और 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में अहम भूमिका निभा चुके हैं.
राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकरहिमाचल प्रदेश के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर को बिहार का राज्यपाल बनाया गया है. 23 अप्रैल 1954 को जन्मे आर्लेकर ने गोवा से अपनी पढ़ाई की है. वे युवा उम्र से ही आरएसएस से जुड़े रहे हैं और गोवा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे हैं. 2012 में वे गोवा विधानसभा के अध्यक्ष बनाए गए और 3 साल तक इस पद पर रहे.
इसके अलावा लेफ्टिनेंट जनरल कैवल्य त्रिविक्रम परनाइक को अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल के रूप में नियुक्त किया गया है. लक्ष्मण प्रसाद आचार्य को सिक्किम की जिम्मेदारी मिली है. वहीं, सीपी राधाकृष्णन को झारखंड के राज्यपाल और शिव प्रताप शुक्ला को हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल के रूप में नियुक्त किया गया है. शिव प्रताप ने बीजेपी के छात्र संगठन एबीवीपी से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी. मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में वे वित्त राज्यमंत्री बनाए गए थे.
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