गूगल ने अपने प्ले स्टोर से कई भारतीय ऐप्स को हटा दिया है. बताया जा रहा है कि इन ऐप्स ने गूगल को सर्विस चार्ज (Google Service Charge) नहीं दिया था. जिसके चलते इन एप्स को प्ले स्टोर से हटा दिया गया है. इधर कुछ भारतीय स्टार्टअप ने गूगल के फीस स्ट्रक्चर पर आपत्ति जताई थी. इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने भी फैसला सुनाया था. आइए जानते हैं क्या मामला है. (Goole Play Store removed Indian Apps)
शादी डॉटकॉम, नौकरी डॉटकॉम समेत कई बड़े एप्स प्ले स्टोर से गायब, Google ने बड़ा 'खेल' क्यों किया?
Google Removed Indian Apps: गूगल ने Play Store से Bharat Matrimony, Shaadi.com, Naukri.com और 99 acres जैसे कई बड़े एप्स हटा दिए हैं. बताया भी है कि ऐसा क्यों किया?

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक गूगल ने 99 एकड़, ऑल्ट बालाजी, भारत मैट्रीमोनी, कुकू FM, नौकरी, क्वैक क्वैक, शादी.कॉम, स्टेज, ट्रूली मैडली, स्टेज OTT एप्स को गूगल प्ले स्टोर से हटा दिया है. गूगल की बिलिंग पॉलिसी के खिलाफ कई स्टार्टअप कंपनियों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी. इसको लेकर 9 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस DY चंद्रचूड़ की अगुवाई वाली बेंच ने सुनवाई की थी. बेंच ने कंपनियों के एप्स को प्ले स्टोर से हटाने से बचाने वाली याचिका के लिए अंतरिम आदेश पारित करने से मना कर दिया था.
Google ने क्यों की कार्रवाई?गूगल ने अपने प्ले स्टोर का इस्तेमाल करने की पॉलिसी में बदलाव किए थे. इसके चलते गूगल ने सर्विस चार्जेस को 11 फीसद से बढ़ा कर 26 फीसद कर दिया था. जिसके बाद गूगल ने सर्विस चार्ज ना देने वाली कंपनियों पर एक्शन के तहत उन्हें प्ले स्टोर से हटाने का फैसला लिया था. इससे पहले देश की एंटीट्रस्ट अथॉरिटी ने पुराना सिस्टम खत्म करने का आदेश दिया था.
फाइनेंशियल एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक मामले को लेकर गूगल ने कहा था कि कई जानी-मानी फर्मों और कंपनियों ने उनकी बिलिंग के नियमों का उल्लंघन किया है. गूगल ने बताया था कि कुछ कंपनियां बिक्री पर लागू होने वाले सर्विस चार्ज नहीं दे रहीं हैं. गूगल ने पहले ही इन एप्स को लेकर कह दिया था कि वो इन एप्स को प्ले स्टोर से हटाने में जरा भी संकोच नहीं करेगा.
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कंपनियों ने क्या कहा?भारत मैट्रीमोनी की पेरेंट कंपनी ने प्ले स्टोर से एप हटाए जाने वाली खबर की पुष्टि की है. मैट्रीमोनी.कॉम के फाउंडर मुरुगवेल जानकीरमण ने गूगल के इस कदम को भारतीय इंटरनेट का काला दिन बताया. उन्होंने बताया कि उनके एप्स एक-एक करके डिलीट किए जा रहे हैं.
मामले को लेकर IT मिनिस्टर अश्विणी वैष्णव का भी बयान सामने आया है. मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि उन्होंने डेवलपर्स से बात की है. अगले हफ्ते उनके साथ मीटिंग है. उनका कहना है कि भारतीय स्टार्टअप्स को जरूरी सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी. जिसे लेकर उन्होंने पहले ही गूगल और ऐप डेवलपर्स(जिन ऐप को डीलिस्ट कर दिया गया है) को कॉल कर दिया है. उन्होंने बताया कि इस तरह से ऐप हटाने की परमिशन नहीं दी जा सकती है.
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