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टैरिफ के फैसले पर ट्रंप पीछे तो हटे लेकिन मार्केट पर कोई खास असर नहीं पड़ा, अस्थिरता बनी रही

Global Market Crash: ट्रंप ने टैरिफ को लेकर अपने फैसले को 90 दिनों के लिए टाल दिया है. लेकिन इसके बाद भी मार्केट की अस्थिर स्थिति में कुछ खास बदलाव नहीं आया है. निवेशक अब भी आशंकाओं से घिरे हुए हैं.

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बाजार में अस्थिरता बनी हुई है. (सांकेतिक तस्वीर: AI)

अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप (Donald Trump) दुनिया भर के निवेशकों के लिए परेशानी का सबब बन गए हैं. पिछले कुछ दिनों में उनके लिए फैसलों ने ग्लोबल मार्केट (Global Market) में अस्थिरता ला दी है. अमेरिकी बाजार के मुंह के बल गिरने के बाद, आखिरकार ट्रंप ने अपने टैरिफ (US Tariff) के फैसले को 90 दिनों के लिए टाल ही दिया. हालांकि, इसमें चीन को कोई राहत नहीं दी गई है. लेकिन बाकी देशों को दी गई राहत से भी बाजार की अस्थिरता पर कोई खास असर नहीं पड़ा.

10 अप्रैल को भारी गिरावट देखी गई. वॉल स्ट्रीट का डॉउ जोन्स हजार से ज्यादा अंकों से गिरा और 39,593 पर बंद हुआ. 11 अप्रैल को खबर लिखे जाने तक इसमें करीब 330 अंकों की और गिरावट दर्ज की गई है. S&P भी 150 से ज्यादा अंकों की गिरावट के बाद 5,456 पर क्लोज हुआ था. इसके बाद वो 188 अंक और नीचे गया है और 5,268 पर पहुंच गया है. Nasdaq इंडेक्‍स भी 737 अंकों की गिरावट के साथ 16,387 पर पहुंच गया है.

टेक स्टॉक भी तेजी से नीचे गए

इसके अलावा टेक स्टॉक में भी गिरावट रही. 10 अप्रैल को एप्पल का स्टॉक 3.8 प्रतिशत, टेस्ला का 5 प्रतिशत और एनवीडिया का 4 प्रतिशत से नीचे गिरा. इसके अलावा,  मेटा प्लेटफॉर्म में 1.7 प्रतिशत की गिरावट आई. 

डॉलर का ग्लोबल वैल्यू भी लगातार नीचे जा रहा है. 11 अप्रैल को इसमें 0.80 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है. इस बीच, बॉन्ड की कीमतों में उछाल देखा गया है. क्योंकि निवेशकों ने सोना, स्विस फ्रैंक और येन जैसी परिसंपत्तियों में निवेश किया है. इसके अलावा, ब्रेंट क्रूड (मिश्रित कच्चा तेल) की कीमत 62 डॉलर प्रति बैरल के करीब पहुंच गई.

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एशियन मार्केट में क्या चल रहा है?

Gift Nifty में 452 अंको की बढ़त है. वहीं Nikkei 225, 1460 अंकों से और Straits Times, 75 अंकों से नीचे गिरा है. 10 अप्रैल को India VIX में पांच प्रतिशत की तेजी देखी गई थी. अमेरिकी बाजारों की अस्थिरता ने भारतीय बाजार को लेकर भी आशंका बढ़ा दी है. 

(वित्तीय सलाहकार की मदद और खुद के रिसर्च के बाद ही निवेश करें.)

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