गाजा के हास्पिटल पर हुए हमले (Gaza hospital attack) की दुनियाभर में निंदा की जा रही है. फिलिस्तीन के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक 17 अक्टूबर को हुए इस हमले में कम से कम 500 लोग मारे गए हैं. हमले को लेकर इजरायल और चरमपंथी संगठन फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद की तरफ से एक दूसरे पर आरोप लगाया है.
"यह नरसंहार है"- गाजा अस्पताल हमले पर दुनियाभर के नेताओं ने क्या-क्या कहा?
Gaza Hospital Attack: गाजा में अस्पताल पर यह हमला तब हुआ है जब अमेरिका के राष्ट्रपति इजरायल आने वाले हैं. फिलिस्तीन के स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि इस हमले में कम से कम 500 लोग मारे गए हैं.
वहीं अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन, ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी, तुर्किए के राष्ट्रपति रेचप तैयब एर्दोगन और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन समेत दुनियाभर के कई बड़े नेताओं ने हॉस्पिटल पर हुए हमले की निंदा की है. जो बाइडन ने कहा,
''मैं गाजा में अल अहली अरब अस्पताल में विस्फोट और मौतों की खबर सुनने के बाद बहुत गुस्से और दुख में हूं. यह खबर सुनने के तुरंत बाद, मैंने जॉर्डन के राजा अब्दुल्ला द्वितीय, और इज़राइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू से बात की. साथ ही राष्ट्रीय सुरक्षा टीम को निर्देश दिया है कि वास्तव में क्या हुआ, इसके बारे में जानकारी इकट्ठा करना जारी रखें. अमेरिका संघर्ष के दौरान नागरिक जीवन की सुरक्षा के लिए स्पष्ट रूप से खड़ा है और हम मरीजों, चिकित्सा कर्मचारियों और इसमें मारे गए लोगों और घायलों के प्रति शोक व्यक्त करते हैं.''
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जबकि ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी ने हमले के लिए इजरायल और उसके सहयोगी अमेरिका को दोषी ठहराया है. रायसी ने कहा,
“गाजा अस्पताल में घायल फिलीस्तीनी नागरिकों पर गिराए गए अमेरिकी-इजरायली बमों की लपटें जल्द ही जायनवादियों को भस्म कर देंगी. ऐसे युद्ध अपराध के सामने किसी भी स्वतंत्र इंसान की चुप्पी स्वीकार्य नहीं है. एक इस्लामी राष्ट्र का हिस्सा होने के नाते ईरान इस हमले का शोक मना रहा है.”
वहीं हमास के नेता इस्माइल हानिया ने इस हमले को पूरी लड़ाई का नया टर्निंग पॉइंट बताया है. हानिया ने कहा कि अस्पताल में हुआ नरसंहार दुश्मन की क्रूरता को दिखाता है और बताता है कि दुश्मन ने हार मान ली है.
इस हमले को लेकर WHO की तरफ से कहा गया है,
अस्पताल में मरीजों का इलाज चल रहा था. वहां मरीजों की देखभाल करने वाले और कई विस्थापित लोगों ने शरण ली थी. शुरुआती रिपोर्ट्स में सैकड़ों मौतों की जानकारी है. यह अस्पताल गाजा पट्टी के उत्तर में स्थित 20 अस्पतालों में से एक था, जो इजरायली सेना के गाजा खाली करने के आदेशों का सामना कर रहा है. असुरक्षा, कई मरीजों की गंभीर हालत और विस्थापित लोगों के लिए एम्बुलेंस, बेड क्षमता और रहने की व्यवस्था की कमी को देखते हुए निकासी के आदेश को लागू करना असंभव है. इजरायली सेना को लोगों को नॉर्थ गाजा खाली करने का आदेश वापस लेना चाहिए. उसे अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का पालन करना चाहिए. जिसके मुताबिक, अस्पतालों को टारगेट नहीं करना चाहिए.
वहीं संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा,
आज गाजा में एक अस्पताल पर हुए हमले में सैकड़ों फिलिस्तीनी नागरिकों की हत्या से मैं भयभीत हूं. मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूं. मैं पीड़ितों के परिवार वालों साथ खड़ा हूं. अस्पताल और डॉक्टर्स अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून के तहत संरक्षित हैं.
तुर्किए के राष्ट्रपति एर्दोगन ने गाजा पर इजरायल के हमले का विरोध करते हुए कहा ,
‘’गाजा पट्टी के महिलाओं, बच्चों और निर्दोष लोगों वाले अस्पताल पर हमला करना बुनियादी मानवीय मूल्यों के खिलाफ है. ये इजरायल के इस तरह के हमलों का सबसे ताजा उदाहरण है. मैं पूरी मानवता से कहता हूं कि गाजा में हो रही इस अभूतपूर्व क्रूरता को रोकन के लिए आगे आएं.‘’
इधर, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने अल-अहली अरब अस्पताल पर हमले की निंदा की है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में मैक्रॉन ने लिखा,
‘’ फ्रांस गाजा में अल-अहली अरब अस्पताल पर हमले की निंदा करता है, जिससे कई फिलिस्तीनी लोग पीड़ित हुए हैं. हमारी संवेदनाएं उनके साथ हैं.''
बताते चलें कि गाजा के अस्पताल में हुए हमले के बाद जॉर्डन के राजा अब्दुल्ला, मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी और फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास के साथ होने वाली जो बाइडन की शिखर बैठक रद्द कर दी गई है.
वीडियो: हथियार और तैयारी पूरी, फिर भी गाज़ा में जमीनी हमला क्यों नहीं कर रही है इजरायल की सेना?