इजरायल के गाजा इलाके में हमले जारी हैं. 19 अक्टूबर (गुरुवार) को गाजा पट्टी पर हवाई हमले किए, जिसमें यहां का दक्षिण वाला इलाका भी शामिल था. ये वो इलाका है, जहां फिलिस्तीन के नागरिकों को शरण लेने के लिए कहा गया था. शरण लेने वाली एक और जगह पर भी तगड़ा विस्फोट हुआ है. ये विस्फोट गाजा शहर में स्थित ग्रीक ऑर्थोडॉक्स चर्च में हुआ.
अब गाजा में चर्च पर अटैक, 8 की मौत, मरने वालों में ईसाई भी, इजरायल के लिए खतरे की घंटी?
Gaza के ग्रीक ऑर्थोडॉक्स चर्च को निशाना बनाया गया है. चर्च के पादरी ने आशंका जता दी थी कि कौन जल्द हमला कर सकता है? और अब किस पर लगा चर्च पर हमले का आरोप? Hamas ने क्या कहा?
फ़िलिस्तीनी समाचार एजेंसी वफ़ा के अनुसार जिस चर्च पर हमला हुआ है वो गाजा के अल-ज़ायटौन इलाके में स्थित है और इसका नाम सेंट पोर्फिरियस है. एजेंसी के मुताबिक ग्रीक ऑर्थोडॉक्स चर्च में मरने वालों की संख्या बढ़कर आठ हो गई है. जबकि दर्जनों अन्य घायल हुए हैं. हमले में मारे गए लोगों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं.
वफा ने आगे बताया कि मृतकों की संख्या अभी और बढ़ सकती है क्योंकि कई लोग गंभीर रूप से घायल हैं. समाचार एजेंसी के मुताबिक हमले में चर्च के मैनेजमेंट ऑफिस की इमारत पूरी तरह ढह गई, जिसमें कई फिलिस्तीनी परिवारों ने शरण ले रखी थी, इनमें ईसाई और मुस्लिम दोनों धर्मों के परिवार शामिल थे.
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अलजजीरा अरबी न्यूज़ चैनल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इस घटना से जुड़ा एक वीडियो भी शेयर किया है. वीडियो क्लिप में दो घायल पीड़ितों को गाजा के एक अस्पताल में एंबुलेंस से ले जाते हुए दिखाया गया है.
चर्च पर हमले को लेकर फिलिस्तीन के उग्रवादी संगठन हमास की तरफ से एक बयान जारी किया गया है. इसमें इजरायल पर बड़ा आरोप लगाया गया है. हमास ने कहा है कि गाजा में स्थित चर्च पर इजरायल एयर फ़ोर्स ने बम गिराया है. आगे कहा कि इजरायल की बमबारी धार्मिक स्थानों और शरण पाए नागरिकों के खिलाफ एक और अपराध है. हमास के मुताबिक इससे पहले यहां के अस्पताल पर हमला किया गया था. और अब सेंट पोर्फिरियस के प्राचीन ग्रीक ऑर्थोडॉक्स चर्च को निशाना बनाया गया है. संगठन का दावा है कि इजरायली हमले में चर्च में शरण लेने वाले ईसाई लोगों में से कई लोग हताहत हुए हैं. साथ ही चर्च के एक बड़े हिस्से को भारी नुकसान पहुंचा है.
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हमास ने मांग की है कि इस घटना को लेकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय और दुनिया भर की चर्च परिषदों को निंदा करना चाहिए, ताकि पूजा स्थलों और शरण लेने वाले नागरिकों के खिलाफ इजरायल की इस फासीवादी आक्रामकता को रोका जा सके.
खबर लिखे जाने तक चर्चा पर हुए हमले को लेकर इजरायल की तरफ से कोई बयान नहीं आया था.
चर्च के पादरी ने कहा था- इजरायल हमला कर सकता हैगाजा के सेंट पोर्फिरियस चर्च का एक लंबा इतिहास है. इसका निर्माण 1150 और 1160 के दशक के बीच क्रुसेडर्स द्वारा कराया गया था, और इसका नाम गाजा के 5वीं शताब्दी के बिशप के नाम पर रखा गया था. अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक इजरायल ने जब गाजा पर हमला करना शुरू किया था, तब ही इस चर्च के पादरी फादर एलियास ने आशंका जताते हुए कहा था कि जल्द ही इजरायल चर्च को भी निशाना बना सकता है. उस दौरान उनका ये भी कहना था कि किसी चर्च पर किया गया कोई भी हमला धर्म पर अटैक करने के बराबर होगा, क्योंकि ये न केवल एक घृणित कार्य होगा, बल्कि मानवता पर भी हमला होगा.
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