मध्य प्रदेश के इंदौर (Indore) में एक गरबा कार्यक्रम (Garba Event Cancelled) को रद्द कर दिया गया. मामला नवरात्रि के पहले दिन यानी 3 अक्टूबर का है. आयोजकों ने कहा है कि एक दक्षिणपंथी संगठन ने आयोजन समिति में एक मुस्लिम व्यक्ति के शामिल होने पर आपत्ति जताई थी. जिस मुस्लिम व्यक्ति पर आपत्ति जताई गई थी, उन्होंने कहा है कि वो बचपन से ही इस कार्यक्रम से जुड़े हुए हैं.
गरबा कराने वाला मुसलमान था, बजरंग दल की शिकायत के बाद कैंसिल हो गया, 'लव जिहाद' बढ़ाने का आरोप लगाया
Garba Cancelled at Indore: विश्व हिंदू परिषद के एक स्थानीय नेता ने बताया कि बजरंग दल ने पुलिस को एक ज्ञापन सौंपा. उन्होंने दावा किया है कि गणेश नगर में 10 दिन के इस कार्यक्रम का आयोजन ‘लव जिहाद’ को बढ़ावा देने और अश्लीलता फैलाने के लिए किया गया था.
न्यूज एजेंसी PTI ने इस मामले को रिपोर्ट किया है. विश्व हिंदू परिषद (VHP) के स्थानीय नेता राजेश बिंजवे ने बताया कि बजरंग दल ने भंवर कुआं पुलिस को एक ज्ञापन सौंपा. उन्होंने दावा किया है कि गणेश नगर में 10 दिन के इस कार्यक्रम का आयोजन ‘लव जिहाद’ को बढ़ावा देने और अश्लीलता फैलाने के लिए किया गया था.
उन्होंने बताया कि बजरंग दल ने ही पुलिस से ‘शिखर गरबा मंडल’ द्वारा आयोजित कार्यक्रम पर प्रतिबंध लगाने का आग्रह किया था. क्योंकि इस गरबा इवेंट से फिरोज खान नाम के व्यक्ति जुड़े थे.
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त राजेश दंडोतिया ने भी कहा कि गरबा आयोजन के खिलाफ बजरंग दल की ओर से ज्ञापन मिला है. उन्होंने कहा कि आयोजकों ने इस इवेंट के लिए पुलिस की अनुमति नहीं मांगी है. उन्होंने आगे बताया कि अगर कोई इस गरबा आयोजन के लिए अनुमति मांंगता है, तो कानून के अनुसार इस पर विचार किया जाएगा.
हालांकि, फिरोज खान ने PTI को बताया कि इस आयोजन के लिए उन्हें पुलिस से अनुमति मिली थी. उन्होंने आगे कहा,
“जिस जगह पर गरबा इवेंट होना था, उस जमीन मालिक पर अनुचित दबाव बनाया गया. नतीजतन, इसे रद्द कर दिया गया है. हम पिछले 36 सालों से गणेश नगर में गरबा कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं. मैं बचपन से ही गरबा पंडाल में सेवा कर रहा हूं. लेकिन पहली बार, कुछ लोगों को इस इवेंट से परेशानी है क्योंकि मैं एक मुसलमान हूं.”
खान ने कार्यक्रम का विरोध करने वालों से ऐसा ना करने की अपील की है. उन्होंने कहा कि उन्हें इवेंट कराने की अनुमति दी जाए. ताकि पिछले कई दिनों से तैयारी कर रहीं 250 से 300 महिलाओं को परफॉर्म करने का मौका मिल सके. उन्होंने कहा,
“अगर लोगों को मेरे नाम से परेशानी है, तो मैं गरबा पंडाल में पैर नहीं रखूंगा.”
उन्होंने आगे कहा कि वो अपने इलाके में एकमात्र मुस्लिम हैं और ईद की तरह ही दिवाली भी धूमधाम से मनाते हैं. एक अन्य आयोजक दीपक हार्डिया ने कहा,
“हमारा पंडाल सजकर तैयार था. हमने पंडाल में देवी दुर्गा की मूर्ति स्थापित करने के लिए जगह भी तय कर ली थी. लेकिन हम धार्मिक आयोजन में कोई विवाद नहीं चाहते, इसलिए हमने पंडाल को हटा दिया और कार्यक्रम रद्द कर दिया.”
हार्डिया ने कहा कि खान उनकी समिति में एकमात्र मुस्लिम व्यक्ति हैं और वो 8 साल की उम्र से हिंदू आयोजनों में भाग लेते रहे हैं.
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