कुलदीप फज्जा क्राइम की दुनिया का बड़ा नाम था लिहाजा पूरी दिल्ली पुलिस को अलर्ट कर दिया गया. कुलदीप की तलाश शुरू हुई जो दिल्ली पुलिस को रोहिणी सेक्टर 14 तक ले गई. स्पेशल सेल की टीम ने कुलदीप और उसके साथियों को देखा था. पता चला कि यहां के तुलसी अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर डी-9 में कुलदीप अपने साथियों योगेंद्र और भूपेंद्र के साथ छुपा हुआ है.
https://twitter.com/CellDelhi/status/1376068895811850241
पुलिस ने इन सभी बदमाशों को गिरफ्तार करने के लिए एक ऑपरेशन प्लान किया. आजतक संवाददाता अरविंद ओझा की खबर के मुताबिक 27 मार्च की रात पुलिस यहां पहुंची. पुलिस ने इन बदमाशों से सरेंडर करने के लिए कहा, लेकिन बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी. पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की. पुलिस की गोलियों से कुलदीप फज्जा की मौत हो गई. बदमाशों की गोलियां भी पुलिसकर्मियों को लगी, लेकिन पुलिसवालों ने बुलेटप्रूफ जैकेट पहनी हुई थी जिसने उनकी जान बचा ली.

कुलदीप को गोली लगते ही योगेंद्र और भूपेंद्र की हिम्मत जवाब दे गई. पुलिस ने दोनों को दबोच लिया. तुरंत ही कुलदीप को पास के ही अंबेडकर अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया. आपको बता दें कि कुलदीप फज्जा गोगी गैंग का सदस्य था और उस पर 70 से अधिक केस दर्ज थे. दिल्ली पुलिस के अलावा हरियाणा की पुलिस को भी कुलदीप की तलाश थी. दिल्ली पुलिस ने कुलदीप पर दो लाख रुपये का ईनाम भी रखा हुआ था. साल 2020 में दिल्ली पुलिस ने कुलदीप को गिरफ्तार किया था.