ट्विटर पर दो टॉप ट्रेंड्स चलते दिखे. ढेरों ट्वीट आए इन पर. एक ट्रेंड था गगन_प्रताप_माफ़ी_मांगो. और दूसरा था I_Stand_With_ गगन_प्रताप. ये विवाद जाति आधारित था. मामला क्या था जानने के पहले जानना होगा कि गगन प्रताप (Gagan Pratap Singh) कौन हैं? ऑनलाइन एजुकेटर हैं. सरकारी परीक्षाओं की तैयारी कराते हैं. मैथ्स पढ़ाते हैं. Youtube पर 47 लाख से ज्यादा सबस्क्राइबर हैं इनके.
Gagan Pratap के आरक्षण वाले ट्वीट पर बात बहुत आगे बढ़ गई, विरोधी और समर्थक मान ही नहीं रहे!
Gagan Pratap Singh ने आरक्षण के मसले पर पोस्ट किया था. इसके बाद सोशल मीडिया पर उनके समर्थन और विरोध में हैशटैग चलने लगे.

एक ट्वीट का स्क्रीन शॉट चलता दिखा. जो गगन प्रताप के वेरीफाइड हैंडल से किया गया. इसमें लिखा था,
"भविष्य में भारत का परीक्षा पैटर्न 2040
UR- सभी प्रश्नों के उत्तर दें
OBC- कुछ प्रश्नों के उत्तर दें
SC- परीक्षा देने के लिए धन्यवाद
ST-आवेदन करने के लिए धन्यवाद
अगर राज्य सरकारें इसी तरह केवल आरक्षण ही बढ़ाती रहेंगी तो यही होगा, आरक्षण के अलावा हमें और कुछ भी सोचना होगा."

दावे हैं कि ये ट्वीट गगन प्रताप ने अपने हैंडल से किया था. और बाद में डिलीट कर दिया. खबर लिखे जाने तक गगन प्रताप के X हैंडल या इंस्टाग्राम से इसको नकारने जैसा कोई पोस्ट नहीं आया है. ट्वीट डिलीट करने वाली बात को रेखांकित करते हुए ट्वीट आए. कहा गया,
"ट्वीट डिलीट करने से कुछ नहीं होगा आपका जातिवादी चेहरा सबके सामने आ गया है. ट्वीट डिलीट करना तो आपकी पुरानी आदत रही है. माफी तो आपको मांगनी ही पड़ेगी."

कुछ लोगों ने समर्थन में भी लिखा. एक यूजर ने लिखा,
"गगन प्रताप सर ने अपने दिल की बात कही. एक शिक्षक को अच्छे से पता है कि देश आगे कैसे बढ़ सकता है. देश को आगे बढ़ने में क्या-क्या रुकावटें हैं? इन्होंने लाखों बच्चों को ऑफिसर बनाया है. देश इनके साथ है, हम इनके साथ हैं."

किसी ने लिखा कि जातिवादी यूट्यूबर गगन प्रताप में सरकार से बेरोजगार युवाओं के लिए रोजगार मांगने की हिम्मत नहीं है. उन्होंने लिखा,
“सरकारी भर्ती आ नहीं रही हैं. धंधा चल नहीं रहा है तो वंचित तबकों के खिलाफ ही जहर फैलाने लग गया. जनरल वर्ग के छात्रों को भी गुमराह कर रहा है. धंधा है पर गंदा है.”

एक यूजर का कहना था कि लोकतंत्र में सबकों बात रखने का अधिकार है. उन्होंने लिखा,
"सर ने जो कुछ भी बोला है वह भारत की वर्तमान राजनीतिक व्यवस्था के हिसाब से बोला है."

एक अन्य यूजर ने लिखा,
“ये हैं गगन प्रताप जो आरक्षण का विरोध कर रहे है. इन्होने सब कुछ कंपटीशन की कोचिंग पढ़ाकर हासिल किया है. OBC, SC और ST वर्ग के 85% बच्चे इनसे पढ़ते होंगे और ये उनसे ही नफरत करते हैं.”

गगन प्रताप के समर्थकों ने शो ऑफ भी किया. उन्होंने लिखा,
"जलने वाले जलते रहो. ये लो डिफेंडर. एक बार गूगल करके दाम चेक कर लो."

विरोधियों ने गगन प्रताप से माफी की मांग की. एक यूजर ने लिखा,
“गगन प्रताप ने अपनी नफरती और जहरीली सोच को प्रदर्शित करके इस देश की 85 फीसदी जनसंख्या का अपमान किया है. इससे पढ़ने वाले सभी SC, ST और OBC स्टूडेंट दूर हो जाएं क्योंकि आप इसकी जेब भरोगे और यह आपसे नफरत करेगा.”
एक यूजर ने सोशल मीडिया का असली दर्शन कराते हुए इंगेजमेंट लाने वाला सवाल किया. दोनों हैशटैग यूज किये कि दोनों तरफ की भीड़ आए. लिखा गया- गगन प्रताप जैसे जातिवादी मानसिकता के लोग टीचर बने बैठे हैं, इन्हें OBC, SC, ST का आरक्षण दिख रहा है लेकिन असंवैधानिक EWS आरक्षण नहीं दिखा?

उन्होंने लिखा कि गगन प्रताप ने EWS आरक्षण के बारे में दो शब्द भी नहीं बोला.
वीडियो: सोशल लिस्ट : गणित के टीचर गगन प्रताप के ट्वीट पर मचा बवाल, आरक्षण और परीक्षाओं पर क्या लिखा?