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फ्रांस के राष्ट्रपति ने जंग रोकने का तरीका बताया, नेतन्याहू बात सुनकर बुरा भड़क गए

Israel Iran News: इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि इजरायल ईरान के समर्थन वाले समूहों के खिलाफ मल्टी फ्रंट वॉर लड़ रहा है और ऐसी स्थिति में सभी सभ्य देशों को इजरायल के पक्ष में मजबूती से खड़ा होना चाहिए. वो फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन की किस बात पर बेहद नाराज हो गए?

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फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन और इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (फाइल फोटो- इंडिया टुडे)

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने 5 अक्टूबर को अपने एक बयान में इजरायल को हथियारों की सप्लाई रोकने का आह्वान किया था (France on Israel Iran). अब इस पर इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने इमैनुएल मैक्रॉन के इस प्रस्ताव को अपमानजनक बताया और कड़ी निंदा की.

दरअसल, मैक्रॉन ने फ्रांस इंटर के साथ बातचीत में बताया कि फ्रांस इजरायल को कोई हथियार नहीं भेज रहा है. बोले,

मुझे लगता है कि आज प्राथमिकता ये है कि हम राजनीतिक समाधान की ओर लौटें और गाजा में लड़ने के लिए हथियार पहुंचाना बंद करें. लेबनान नया गाजा नहीं बन सकता.

इसके बाद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि इजरायल, ईरान के समर्थन वाले समूहों के खिलाफ मल्टी फ्रंट वॉर लड़ रहा है और ऐसी स्थिति में सभी सभ्य देशों को इजरायल के पक्ष में मजबूती से खड़ा होना चाहिए. बोले,

ऐसी स्थिति में राष्ट्रपति मैक्रॉन और अन्य पश्चिमी नेता इजरायल के खिलाफ हथियार प्रतिबंध की मांग कर रहे हैं. उन्हें शर्म आनी चाहिए.

उन्होंने बताया कि इजरायल गाजा में हमास, लेबनान में हिजबुल्लाह, यमन में हूथी, इराक और सीरिया में शिया मिलिशिया और पश्चिमी तट में आतंकवादियों के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है. बोले,

इजरायल उनके समर्थन के साथ या उनके बिना भी जीत जाएगा. लेकिन युद्ध जीतने के बाद उनकी शर्मिंदगी लंबे समय तक जारी रहेगी.

नेतन्याहू के इस बयान के बाद मैक्रॉन के ऑफिस ने एक बयान जारी कर फ्रांस को इजरायल का पक्का दोस्ता बताया. साथ में ये भी कहा कि नेतन्याहू की टिप्पणियां दोनों देशों के बीच दोस्ती से अलग हैं.

गाजा में चल रही युद्धविराम वार्ता में मध्यस्थ बने देश कतर ने मैक्रॉन के बयान की तारीफ की और इसे युद्ध रोकने की दिशा में एक महत्वपूर्ण और सराहनीय कदम बताया. मिडिल ईस्ट के देश जॉर्डन ने भी फ्रांस के राष्ट्रपति की टिप्पणियों का स्वागत किया.

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बता दें कि सोमवार 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमास के हमले को एक साल पूरा जाएगा. उस हमले में लगभग 1,200 लोग मारे गए थे और 251 अन्य को बंधक बना लिया गया था. गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि तब से अब तक वहां 40 हजार से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं.

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