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चीन में 4 अमेरिकी शिक्षकों पर चाकू से हमला, विदेश मंत्रालय ने क्या कहा?

पुलिस ने बताया कि हमले में शिक्षकों को लगी चोट जानलेवा नहीं है. साथ ही उसने हमले के पीछे किसी साजिश से भी इनकार किया है. मंगलवार, 11 जून को चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा, “ये इस तरह का इकलौता हमला है. इसका प्रभाव चीनी और अमेरिकी लोगों के आपसी रिश्तों पर नहीं पड़ेगा.”

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चीन में आए अमेरिकी शिक्षकों पर चाकूू से हमला. (तस्वीर: इंडिया टुडे)

चीन के एक पब्लिक पार्क में एक अमेरिकी यूनिवर्सिटी के चार शिक्षकों पर चाकू से हमला हुआ. इस हमले के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. चारों ही शिक्षक एक पार्टनरशिप प्रोग्राम के तहत चीन की एक यूनिवर्सिटी में पढ़ा रहे थे. फिलहाल सभी खतरे से बाहर हैं. वे सभी आयोवा नाम के स्थानीय कॉलेज के शिक्षक बताए गए हैं. स्थानीय पुलिस ने Cui नाम के 55 साल के एक शख्स को शक के आधार पर हिरासत में लिया है.   

रॉयटर्स में छपी खबर के मुताबिक घटना, घायल अमेरिकी शिक्षक सोमवार, 10 जून को चीन के जिलिन शहर के एक पार्क में बने टेंपल जा रहे थे. स्थानीय पुलिस ने घटना को लेकर अपने आधिकारिक बयान में बताया, “बेइशान पार्क में घूमने के दौरान Cui विदेशी लोगों से टकरा गया. इसी दौरान Cui ने उनमें से एक विदेशी पर चाकू से हमला कर दिया. इसके बाद उसके तीन साथियों पर भी हमला किया. उसने एक चीनी यात्री को भी अपना निशाना बनाया जो उन्हें बचाने की कोशिश कर रहा था.”

पुलिस ने ये भी बताया कि हमले में शिक्षकों को लगी चोट जानलेवा नहीं है. साथ ही उसने हमले के पीछे किसी साजिश से भी इनकार किया है. मंगलवार, 11 जून को चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा, “ये इस तरह का इकलौता हमला है. इसका प्रभाव चीनी और अमेरिकी लोगों के आपसी रिश्तों पर नहीं पड़ेगा.”

वहीं आयोवा कॉलेज के एक प्रतिनिधि एडम जबनेर का बयान भी सामने आया है. एडम के भाई भी घायलों में शामिल हैं. उन्होंने कहा, “मेरा भाई डेविड जबनेर चीन के जिलिन शहर में एक मंदिर के दर्शन के दौरान चाकू से किए गए हमले में घायल हो गया. मेरी डेविड से बात हुई. वो जल्द ही ठीक हो जाएगा. हम खुशकिस्मत हैं कि डेविड इस हमले के बाद भी सुरक्षित है."

चीन के विदेश मंत्रालय का बयान

वहीं चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने बताया कि अभी भी इस मामले की जांच जारी है. उन्होंने कहा कि सभी घायलों को तुरंत ही अस्पताल ले जाया गया और उन्हें उचित इलाज मुहैया कराया गया है. फिलहाल सभी खतरे से बाहर हैं. साथ ही चीन में विदेशी नागरिकों की सुरक्षा को लेकर प्रभावी कदम उठाए जा रहे है.

इस घटना के बाद सोशल मीडिया एक्स पर एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें कुछ लोग पार्क के अंदर खून से लथपथ जमीन पर पड़े दिखाई दिए. हालांकि चीन की मीडिया से ये दृश्य नदारद थे. रॉयटर्स ने अपनी रिपोर्ट में दीवारों पर लिखे चीनी शब्दों और रास्ते के लेआउट से जगह को पहचान लेने का दावा किया है. लेकिन ये वीडियो कब शूट किया गया इसे लेकर कोई पुख्ता जानकारी अभी उपलब्ध नहीं है.

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