भारी मौसम का दौर जारी है. इससे देश के अलग-अलग इलाक़ों से बाढ़ की ख़बरें भी आ रही हैं (flood situation in India) . इस बीच ख़बर है कि भारी बारिश के कारण केदारनाथ, बद्रीनाथ हाईवे समेत 115 से ज़्यादा सड़कें बंद हो गई हैं. बारिश से मुंबई, उत्तराखंड समेत कई राज्यों में स्कूलों को बंद रखने का फ़ैसला लिया गया है. इधर उत्तर प्रदेश में भी बाढ़ को लेकर सीएम योगी (UP CM on flood) ने निर्देश दिए हैं. यूपी के श्रावस्ती में कई जगहों पर नदियों के जलस्तर बढ़ने से खेत में काम कर रहीं 12 महिलाओं और बच्चों को रेस्क्यू किया गया है. वहीं, जम्मू-कश्मीर में भी भारी भूस्खलन की ख़बर है. इससे मुगल रोड आवाजाही के लिए बंद कर दी गई है. मुगल रोड राजौरी और पुंछ ज़िले को कश्मीर घाटी के साथ जोड़ती है.
देशभर में बाढ़ से आफत, मुंबई में ट्रेनें लेट-स्कूल बंद, उत्तराखंड में रोड ढहे, नीतीश कुमार हवाई निरीक्षण से लेंगे बाढ़ का जायजा
Rain and Flood Update: बाढ़ से पड़ोसी देश भी बेहाल हैं. Nepal में बारिश से जुड़ी घटनाओं में कम से कम 62 लोगों की मौत की ख़बर है. साथ ही, प्राकृतिक आपदाओं से कुल 1,058 परिवारों को विस्थापित किया गया है.
भारी बारिश से मध्य रेलवे की कई ट्रेनों की सेवाएं प्रभावित होने की ख़बर है. मुंबई में सायन, भांडुप और नाहुर स्टेशनों के बीच पानी पटरियों के ऊपर रहा. इससे ट्रेनें क़रीब एक घंटे तक रुकी रहीं. 8 जुलाई को भी भारी बारिश की संभावना है. इसके कारण छात्रों को असुविधा से बचाने के लिए, मुंबई (BMC क्षेत्र) के सभी BMC, सरकारी और निजी स्कूलों और कॉलेजों के लिए पहले सत्र के लिए छुट्टी की घोषणा की है. स्थिति की समीक्षा के बाद आगे का फ़ैसला लिये जाने की बात कही गई है.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी 8 जुलाई को बाढ़ के हालात का जायजा लेंगे. नीतीश, पटना से हवाई निरीक्षण के लिए निकलेंगे. इसके बाद वो वाल्मीकि नगर बैराज पर भी पहुंचेंगे. साथ ही, नेपाल से आ रहे पानी के डिस्चार्ज का भी जायजा लेंगे. वहीं, उत्तराखंड में बीते 4 दिनों से तेज़ बारिश हो रही है. इससे उत्तराखंड के उधम सिंह नगर ज़िले में कई नदियां उफान पर हैं. कई रास्ते लैंडस्लाइड के कारण बंद हो गए हैं. ऐसे में एहतियाती कदम उठाते हुए नैनीताल, पिथौरागढ़, बागेश्वर जिलों के स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई है. प्रशासन ने 8 जुलाई को सभी सरकारी, गैर सरकारी स्कूलों और आंगनबाड़ियों को बंद रखने का आदेश दिया है.
गंगा, अलगनंदा, भागीरथी समेत कई नदियां ख़तरे के निशान के क़रीब आ गई हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़, उत्तराखंड के चंपावत ज़िले में SDRF ने 8 जुलाई की देर रात 30 लोगों को सुरक्षित निकाला. ये लोग टनकपुर के जगपुरा में बाढ़ में फंसे थे. देर रात SDRF को SDM टनकपुर के माध्यम से जल भराव की ख़बर मिली थी. इससे पहले से अलर्ट SDRF की टीम मौक़े पर पहुंची. टीम ने सभी को सुरक्षित निकाल कर बस द्वारा रैन बसेरा बनबसा के लिए रवाना किया.
असम में भयानक त्रासदीअसम में भी बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है. क़रीब 24 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (ASDMA) के मुताबिक़, बाढ़ से 64 लोग जान गंवा चुके हैं. राज्य भर में 3,535 गांवों के लगभग 23.9 लाख बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. इनमें 50 हज़ार से ज़्यादा लोगों ने शेल्टर होम में शरण लिया है.
नेपाल में 62 लोगों की मौतबीते 4 हफ्तों में नेपाल में बारिश से जुड़ी घटनाओं में कम से कम 62 लोगों की मौत हो गई है. 90 लोग अभी भी घायल हैं. नेपाल के गृह मंत्रालय की तरफ़ से बताया गया कि मानसून से जुड़ी इन मौतों का मुख्य कारण भूस्खलन, बाढ़ और बिजली गिरना है. मरने वालों में से 34 लोग भूस्खलन से मारे गए, जबकि 28 लोग बाढ़ में मारे गए. इसके अलावा, प्राकृतिक आपदाओं के संबंध में 7 लोग लापता बताए गए हैं. बताया गया कि कम से कम 121 घर जलमग्न हो गए हैं और 82 अन्य क्षतिग्रस्त हो गए हैं. प्राकृतिक आपदाओं ने देश भर में कुल 1,058 परिवारों को विस्थापित कर दिया है.
वीडियो: बाढ़ में डूबे असम के कई जिले! पानी के बीच फंसे जानवरों को बचाने उतरा शख्स, वीडियो वायरल