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IIT बॉम्बे में 'शाकाहारी टेबल' का विरोध, उसी पर नॉनवेज खाया तो छात्र पर ठुका भारी जुर्माना!

IIT बॉम्बे के हॉस्टल मेस में वेज वालों के लिए टेबल रिजर्व करने को लेकर कई महीनों से विवाद चल रहा है. अब खबर है कि विरोध करने वाले एक स्टूडेंट पर फाइन लगाया गया है.

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बायीं ओर IIT बॉम्बे की फाइल फोटो दायीं तस्वीर यहां के मेस में वेज टेबल को लेकर पहले हुए विवाद से जुड़ी है. (@AppscIITb)

इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT) बॉम्बे में एक स्टूडेंट पर 10 हजार रुपये का जुर्माना लगाए जाने की खबर है. कहा जा रहा है कि फाइन इसलिए लगाया गया है कि छात्र हॉस्टल मेस में 'वेज खाने के लिए अलग की गई टेबलों' का विरोध करने वाले स्टूडेंट ग्रुप में शामिल था. दरअसल, IIT बॉम्बे से पहले भी ऐसी खबरें आई हैं कि यहां मेस में सिर्फ शाकाहारियों के लिए टेबल रिजर्व करके भेदभाव को बढ़ावा दिया जा रहा है. हालिया मामला इसी से जुड़ा बताया जा रहा है.

इंडिया टुडे के सौरभ वक्तानिया और दीपेश त्रिपाठी की रिपोर्ट के मुताबिक IIT बॉम्बे के मेस में कुछ छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया था. विरोध की वजह मेस में वेज वालों के लिए अलग टेबल रिजर्व करना बताई जा रही है. रिपोर्ट के मुताबिक IIT बॉम्बे के हॉस्टल 12, 13 और 14 का एक कंबाइन्ड मेस है. यहां छात्रों के मेस काउंसिल की ओर से 6 टेबलों को सिर्फ वेज खाना खाने वालों के लिए अलग किया गया है.

28 सितंबर को अंबेडकर पेरियार फुले स्टडी सर्कल (APPSC) से जुड़े कुछ छात्रों ने मेस के उन 6 वेज टेबलों पर मौन विरोध किया. उनका कहना था कि इस तरह वेज टेबल रिजर्व करके मुस्लिम, दलित और आदिवासी छात्रों को अलग किया जा रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक ये भी कहा जा रहा है कि वेज खाने के लिए रिजर्व एक टेबल पर नॉन-वेज खाया गया.

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इसकी शिकायत सिक्योरिटी और मेस कमिटी के पास गई. पूरे मामले की जांच के लिए एक कमिटी बनाई गई. जांच कमिटी ने पाया कि कुछ छात्र जबरन संस्थान का माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे थे. इसके बाद कहा जा रहा है कि संस्थान ने एक छात्र पर 10 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है, जबकि दो छात्रों की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है.

APPSC की ओर से इस मामले पर ट्वीट किया गया,

"IIT बॉम्बे ने उन छात्रों पर 10 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है जिन्होंने इंस्टीट्यूट के खाने को अलग करने की नीति का शांति पूर्ण विरोध किया. एडमिन की ये कार्रवाई नए जमाने में भी छुआछूत को कायम रखने वाली खाप पंचायत के समान है."

इस ट्वीट के साथ APPSC ने दो स्क्रीनशॉट भी शेयर किए हैं. ये हॉस्टल नंबर 12 के हॉल मैनेजर की तरफ से भेजे गए मेल का स्क्रीनशॉट बताया गया है. इसके मुताबिक 1 अक्टूबर को मेस काउंसिल की एक मीटिंग हुई थी और छात्र पर 10 हजार रुपये का फाइन लगाया गया.

इंडिया टुडे ने इस मामले पर इंस्टीट्यूट के PRO से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. वहीं IIT बॉम्बे के एक छात्र ने ऑफ द रिकॉर्ड पुष्टि की है कि शाकाहारी और गैर-शाकाहारी खाने को अलग करने का विरोध करने वाले छात्र पर 10 हजार का जुर्माना लगाया गया है.