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Farmers Protest: जगह-जगह जाम, पुलिस की तैनाती, कंटीले तार, तस्वीरों में देखिए दिल्ली का हाल

Delhi Chalo March: चंडीगढ़ में सरकार और किसानों के बीच हुई बातचीत के बाद किसानों ने दिल्ली की ओर बढ़ने का फैसला किया.

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किसान दिल्ली की ओर कूच कर गए हैं. (तस्वीर साभार: इंडिया टुडे)

किसानों का जत्था दिल्ली की ओर कूच कर चुका है (Farmers Protest). किसानों के ‘दिल्ली चलो’ मार्च (Delhi Chalo March) को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए हैं. इंडिया टुडे इनपुट्स के मुताबिक, दिल्ली पुलिस टिकरी बॉर्डर पर ड्रोन के जरिए निगरानी रख रही है. साथ ही सिंघु बॉर्डर पर तीन लेयर की सिक्योरिटी का प्लान बनाया गया है. बैरकेडिंग भी की गई है. इसके साथ-साथ पूरे सिंघु बॉर्डर से लेकर मुकरबा चौक तक 16 किलोमीटर के रास्ते को 8 जोन में बांटा गया है. तस्वीरों के माध्यम से जानेंगे कि किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने क्या तैयारियां की हैं.

Delhi chalo protest
सिंघू में NH फ्लाईओवर पर दंगा रोधी वाहन और तैनात सुरक्षाकर्मी. (तस्वीर साभार: इंडिया टुडे)

न्यूनतम समर्थन मूल्य की मांग को लेकर दिल्ली बॉर्डर के पास किलेबंदी जैसा माहौल है. पैरा फोर्सेज, कंटीले तार और कंक्रीट मिक्सर की व्यवस्था की गई है.

Delhi Chalo March
सिंघू बॉर्डर पर कंटीले तारों से किसानों को रोकने की तैयारी. (तस्वीर साभार: इंडिया टुडे)

12 फरवरी से 12 मार्च तक दिल्ली में धारा 144 लागू की गई है.

पुलिस की बैरकेडिंग. (तस्वीर साभार: इंडिया टुडे)

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इससे पहले 12 फरवरी को नोएडा पुलिस ने ट्रैफिक को लेकर एक एडवाइजरी भी जारी की थी. पुलिस ने अपील की थी कि इस दौरान लोग ज्यादा से ज्यादा मेट्रो का इस्तेमाल करें. न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, दिल्ली-नोएडा चिल्ला बॉर्डर पर भारी ट्रैफिक जाम देखा गया है.

Traffic during farmers protest
कई जगहों से ट्रैफिक जाम की भी खबरें आ रही हैं. (तस्वीर साभार: इंडिया टुडे)

गाजीपुर बॉर्डर पर भी भारी मात्रा में सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है. इस क्षेत्र से भी ट्रैफिक जाम की खबरें आई हैं.

Gazipur border farmers protest
गाजीपुर बॉर्डर पर तैनात सुरक्षाकर्मी (तस्वीर साभार: इंडिया टुडे)

इससे पहले चंडीगढ़ में सरकार और किसानों के बीच हुई बातचीत के बाद किसानों ने दिल्ली की ओर बढ़ने का फैसला लिया था. बताया गया कि ये बातचीत बेनतीजा रही. किसान मजदूर संघर्ष समिति के समन्वयक सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि बैठक में किसानों के पक्ष में कोई नतीजा नहीं आया. वहीं, कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि सरकार हर मुद्दे को बातचीत से सुलझाना चाहती है.