चुनाव आयोग (EC) ने पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ कथित अपमानजनक टिप्पणी के मामले में आम आदमी पार्टी (AAP) को कारण बताओं नोटिस भेजा है (EC issues notice to AAP and Priyanka Gandhi). आयोग ने कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी को भी प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ बयान देने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया है.
चुनाव आयोग ने प्रियंका गांधी और AAP को भेजा नोटिस, PM मोदी से जुड़ा है मामला
बीजेपी ने आम आदमी पार्टी के खिलाफ एक सोशल मीडिया पोस्ट के आधार पर चुनाव आयोग को शिकायत की थी. आयोग ने प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ बयान देने के लिए कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी को भी कारण बताओ नोटिस जारी किया है.
आयोग ने ये नोटिस बीजेपी द्वारा की गई शिकायत के आधार पर भेजे हैं. पार्टी ने शिकायत की थी कि प्रियंका गांधी ने हाल ही में मध्य प्रदेश में एक चुनाव रैली के दौरान पीएम मोदी के बारे में झूठे और असत्यापित बयान दिए थे. एक रैली में प्रियंका ने आरोप लगाते हुए कहा था कि मोदी सरकार ने पब्लिक सेक्टर यूनिट्स (PSUs) का निजीकरण कर दिया है. अब इसको लेकर आयोग ने प्रियंका से 16 नवंबर तक स्पष्टीकरण देने को कहा है.
उधर बीजेपी ने आम आदमी पार्टी के खिलाफ एक सोशल मीडिया पोस्ट के आधार पर शिकायत की थी. इसको लेकर AAP को 16 नवंबर शाम 7 बजे तक जवाब देना है. पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल को भी आयोग ने नोटिस जारी किया है. 10 नवंबर को बीजेपी ने आम आदमी पार्टी द्वारा पोस्ट किए एक वीडियो को अस्वीकार्य और अनैतिक बताते हुए पार्टी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की थी.
आयोग ने जारी नोटिस में कहा है कि निर्धारित समय के भीतर आपकी तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिलने पर ये माना जाएगा कि आपको इस मामले में कुछ नहीं कहना है. और आयोग इस मामले में उचित कार्रवाई या फैसला कर सकता है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी और राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी सहित बीजेपी के एक प्रतिनिधिमंडल ने इस मुद्दे पर चुनाव आयोग से संपर्क किया था. जिसके बाद उन्होंने मीडिया को बताया,
“आम आदमी पार्टी ने अपने ऑफिशियल X हैंडल से एक वीडियो और दो अन्य पोस्ट किए थे. जिसमें उन्होंने लोकतांत्रिक रूप से बनाई गई सरकार के मुखिया के बारे में बहुत अस्वीकार्य, निंदनीय, शरारतपूर्ण और अनैतिक बातें कही हैं.”
मंत्री ने कहा कि सोशल मीडिया पर किए गए इन पोस्ट में कहा जा रहा है कि लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित एक नेता, जो कि पीएम भी हैं, किसी व्यक्ति का वेतन भोगी कर्मचारी है. पुरी ने कहा कि AAP का ये कृत्य राजनीति में नया निचला स्तर है.
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