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मुसीबत में BYJU'S, ED ने जारी किया नोटिस, बहुत बड़ा आरोप लगा है

ED का कहना है कि BYJU'S के विदेशी निवेश के खिलाफ कई शिकायतें आई थीं. जिनके आधार पर जांच शुरू की गई. जांच में पाया गया कि BYJU'S ने विदेश से काफी पैसा कमाया है और निवेश भी किया है. लेकिन इस दौरान 1999 के FEMA एक्ट का उल्लंघन किया गया है

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Byju's ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा कि उन्हें ED का कोई नोटिस नहीं मिला है. (इंडिया टुडे)

मुश्किल दौर से गुजर रही BYJU'S एक और मुसीबत में फंस गई है. अब प्रवर्तन निदेशालय यानी ED ने BYJU'S को नोटिस जारी किया है. ED ने आरोप लगाया है कि BYJU'S ने फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट का उल्लंघन किया है. कंपनी पर कुल 9,362.35 करोड़ की गड़बड़ी का आरोप लगा है. ED ने थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड और BYJU'S के CEO बाइजू रविंद्रन को शो-कॉज़ नोटिस दिया है. थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड, BYJU'S की पैरेंट कंपनी है.

ED का कहना है कि BYJU'S के विदेशी निवेश के खिलाफ कई शिकायतें आई थीं. जिनके आधार पर जांच शुरू की गई. जांच में पाया गया कि BYJU'S ने विदेश से काफी पैसा कमाया है और निवेश भी किया है. लेकिन इस दौरान 1999 के FEMA एक्ट का उल्लंघन किया गया है. जिसकी वजह से केंद्र सरकार के राजस्व को नुकसान पहुंचा है.

NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, ईडी के सूत्रों का कहना है कि BYJU'S ने 2011 और 2023 के बीच लगभग 28,000 करोड़ रुपये का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) के रूप में हासिल किए. और इसी दौरान लगभग 9,754 करोड़ रुपये विदेश भेजे गए. ED का कहना है कंपनी ने विदेश में भेजे गए पैसे और फॉरेन इन्वेंस्टमेंट से संबंधित दस्तावेज जमा नहीं किए हैं.

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हालांकि, ED के नोटिस के बाद मीडिया में खबरों का BYJU'S की तरफ से खंडन किया गया है. उनका कहना है कि कंपनी ने किसी भी तरीके से FEMA का उल्लंघन नहीं किया है. साथ ही BYJU'S का ये भी कहना है कि ED की तरफ से उन्हें किसी तरह का नोटिस नहीं मिला है.

बाइजू रवींद्रन और दिव्या गोकुलनाथ ने 2011 में थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी बनाई. शुरुआत में इन्होंने कॉम्पिटीटिव एग्ज़ाम की तैयारी के लिए ऑनलाइन प्रोग्राम चलाए. फिर 2015 में इन्होंने BYJU'S लर्निंग ऐप लॉन्च किया. 2018 तक BYJU'S के डेढ़ करोड़ यूज़र्स हो गए थे. कंपनी सबसे ज्यादा फायदा कोविड महामारी के दौरान हुआ. जब बच्चों की ज्यादातर पढ़ाई डिजिटल मोड में होने लगी.

लेकिन 2021 से BYJU'S का मुश्किल दौर शुरू हुआ. यूज़र्स कम होने लगे. कंपनी को घाटा होने लगा. और फिर अपने दौर का सबसे सफल स्टार्ट-अप पर कानूनी जांच की आंच भी पड़ने लगी.