The Lallantop

Drishti IAS समेत UPSC की ट्रेनिंग देने वाले कई बड़े कोचिंग सेंटरों पर लगा ताला

आरोप लग रहा है कि ये सेंटर्स नियमों का ‘उल्लंघन’ कर वहां संचालित हो रहे हैं. इनमें Drishti IAS जैसा चर्चित कोचिंग सेंटर भी शामिल है. दिल्ली नगर निगम (MCD) ने सिविल सर्विस की तैयारी कराने वाले इस इंस्टीट्यूट के भी एक सेंटर को सील किया है.

post-main-image
तीन छात्रों की मौत के बाद दिल्ली नगर निगम की कोचिंग संस्थानों के खिलाफ कार्रवाई. (फोटो- आज तक)

दिल्ली के RAU's IAS स्टडी सर्कल कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने के कारण तीन छात्रों की मौत पर विरोध प्रदर्शन जारी है. तैयारी करने वाले छात्र न्याय की मांग करते हुए सड़कों पर उतरे हैं. वहीं पुलिस, सरकार और MCD की तरफ से कार्रवाइयां की जा रही हैं. इस बीच, दिल्ली के कई कोचिंग सेंटर्स की तस्वीरें सामने आ रही हैं, जिन्हें सील कर दिया गया है. आरोप लग रहा है कि ये सेंटर्स नियमों का ‘उल्लंघन’ कर वहां संचालित हो रहे हैं. इनमें Drishti IAS जैसा चर्चित कोचिंग सेंटर भी शामिल है. दिल्ली नगर निगम (MCD) ने सिविल सर्विस की तैयारी कराने वाले इस इंस्टीट्यूट के भी एक सेंटर को सील किया है.

इंडिया टुडे से जुड़ीं श्रेया चटर्जी की रिपोर्ट के मुताबिक, मुखर्जी नगर स्थित वर्धमान मॉल के बेसमेंट में 'दृष्टि' का एक सेंटर चल रहा था. दिल्ली नगर निगम ने नोटिस में लिखा है कि 22 जुलाई को उल्लंघन के मामले में 'दृष्टि' को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था. लेकिन संस्थान की तरफ से कोई जवाब नहीं मिला. नोटिस के मुताबिक, 'दृष्टि' के इस सेंटर के पास फायर डिपार्टमेंट से NOC (नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट) भी नहीं मिला था.

नगर निगम के नोटिस में लिखा है कि मॉल के टावर 1, 2 और 3 के पूरे बेसमेंट में 'दृष्टि' का ये कोचिंग सेंटर चल रहा था. एमसीडी का कहना है कि ये सेंटर दिल्ली मास्टर प्लान- 2021 का उल्लंघन करता है. इसलिए इस पूरे सेंटर को सील करने का आदेश दिया गया है.

दिल्ली मास्टर प्लान (MPD) - 2021 कहता है कि आवासीय और कमर्शियल बिल्डिंग्स में बेसमेंट का इस्तेमाल सिर्फ स्टोरेज, पार्किंग और यूटिलिटी एरिया के लिए किया जा सकता है.

इंडिया टुडे से जुड़े रामकिंकर की रिपोर्ट के मुताबिक, 'दृष्टि' के 1200 वर्गमीटर इलाके को सील किया गया है. इसके अलावा 29 जुलाई को दो और कोचिंग संस्थानों के खिलाफ कार्रवाई हुई. 'वाजीराम एंड रवि IAS कोचिंग' की तीन प्रॉपर्टी को सील किया गया है. वहीं श्रीराम IAS इंस्टीट्यूट के एक 700 वर्गमीटर के बेसमेंट एरिया को भी बंद किया गया है.

दी लल्लनटॉप ने 'दृष्टि' कोचिंग के अधिकारियों से उनका पक्ष भी जानने की कोशिश की है. लेकिन खबर लिखे जाने तक उनका जवाब नहीं मिल सका. इसके अलावा हमने दूसरे कोचिंग संस्थानों से भी संपर्क करने की कोशिश की. उनके जवाब के बाद हम स्टोरी को अपडेट करेंगे. 

इससे पहले, 28 जुलाई को दिल्ली के 13 और कोचिंग संस्थानों के सेंटर्स को नियमों के उल्लंघन की वजह से सील किया गया था. जिन संस्थानों पर बेसमेंट का गलत तरीके से इस्तेमाल करने का आरोप लगा है उनके नाम नीचे हैं:

1. IAS गुरुकुल
2. चहल एकेडमी
3. प्लूटस एकेडमी
4. साई ट्रेडिंग
5. Eassy for IAS
6. IAS सेतु
7. टॉपर्स एकेडमी
8. दैनिक संवाद
9. सिविल्स डेली IAS
10. करियर पावर
11. 99 नोट्स
12. विद्या गुरु
13. गाइडेंस IAS

28 जुलाई को दिल्ली की मेयर शैली ओबेरॉय ने सोशल मीडिया पर बताया कि राजेंद्र नगर इलाके में जितने भी कोचिंग सेंटर बेसमेंट में नियमों का उल्लंघन कर रहे थे, उन पर नगर निगम ने सीलिंग की प्रक्रिया शुरू की है. और जरूरत पड़ने पर पूरी दिल्ली में इस अभियान को चलाया जाएगा.

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट बताती है कि पूरी दिल्ली में बेसमेंट का इस्तेमाल जिम, रेस्टोरेंट, ऑफिस और दूसरे कामों में किया जा रहा है. यूनिफाइड बिल्डिंग बाय लॉ- 2016 (UBBL) के तहत बेसमेंट में वकीलों, डॉक्टरों जैसे कुछ पेशे से जुड़े लोगों को काम करने की इजाजत है. कोचिंग संस्थान भी पढ़ाने-लिखाने के लिए बेसमेंट का इस्तेमाल कर सकते हैं, लेकिन उसमें फायर सेफ्टी और दूसरे स्थानीय कानूनों का पालन करना जरूरी होता है.

दिल्ली नगर निगम के एक अधिकारी ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि ओल्ड राजेंद्र नगर में बेसमेंट में इस तरह की एक्टिविटी की इजाजत नहीं है. एमसीडी ने ये भी साफ किया कि बेसमेंट को लाइब्रेरी की तरह इस्तेमाल करना नियमों का उल्लंघन है.

RAU's IAS स्टडी सर्कल की घटना के बाद दिल्ली नगर निगम लगातार कार्रवाई कर रहा है. बुलडोजर के जरिये कोचिंग सेंटर्स के सामने कथित रूप से अवैध अतिक्रमण को ढहाया जा रहा है. इसके अलावा, बेसमेंट में चलने वाली व्यावसायिक गतिविधियों का सर्वे किया जा रहा है.

केंद्र सरकार ने जांच के लिए कमिटी बनाई

अब केंद्रीय गृह मंत्रालय ने UPSC की तैयारी कर रहे तीन छात्रों की मौत की जांच के लिए एक कमिटी गठित की है. ये कमिटी घटना के कारणों की जांच करेगी और जिम्मेदारी तय करने के साथ नीति में बदलावों को लेकर सुझाव भी देगी. इस कमिटी में आवास और शहरी कार्य मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव, दिल्ली सरकार के प्रधान सचिव (गृह), दिल्ली पुलिस के स्पेशल सीपी, फायर एडवाइजर और केंद्रीय गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव होंगे. ये कमिटी 30 दिनों में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी.

ये भी पढ़ें- RAU'S IAS कोचिंग में 3 स्टूडेंट्स की जान नहीं जाती, अगर इस छात्र की बात सुन ली गई होती

इधर, इस मामले में पांच और आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है. अब तक कुल 7 लोगों की गिरफ्तारी हुई है. इससे पहले कोचिंग सेंटर के CEO अभिषेक गुप्ता और को-ऑर्डिनेटर देशपाल सिंह को न्यायिक हिरासत में भेजा गया था.

तीन छात्रों की मौत की शुरुआती जांच में बिल्डिंग मालिक और नगर निगम की लापरवाही की बात सामने आई है. समाचार एजेंसी PTI की रिपोर्ट बताती है कि घटना के दो मुख्य कारण सामने आए हैं. पहला ये कि नगर निगम ने मानसून से पहले सड़क किनारे के नाले को साफ नहीं करवाया था. दूसरा, बेसमेंट में पानी निकलने की कोई व्यवस्था नहीं थी और वहां अवैध रूप से लाइब्रेरी बनाई गई थी.

वीडियो: Rau's IAS में 3 छात्रों की मौत के बाद अब दूसरे कोचिंग सेंटर्स पर क्या कार्रवाई की गई, जागा सोया प्रशासन!