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चीन के फैसलों के सामने नरम पड़े ट्रंप, पता है बातचीत को लेकर अब क्या बोले हैं?

Donald Trump के सुर बदलने लगे हैं... ऐसा तब से हुआ, जब से चीन ने देश के एयरलाइन्स कंपनियों से कह दिया कि वे अमेरिकी बोइंग कंपनी से विमानों की खरीद बंद कर दें.

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चीन और अमेरिका के बीच जारी है ट्रेड वार (Photo India Today)

अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड (US china Trade war) वॉर जारी है. टैरिफ को लेकर जंग के बाद दोनों देशों में व्यापार को लेकर बातचीत बंद है. इस बीच ट्रंप ने संकेत दिया है कि वह इस मामले पर चीन से बातचीत करना चाहते हैं. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, मंगलवार को डॉनल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने बयान जारी कर कहा कि सौदों के लेकर गेंद अब चीन (China) के पाले में है. और वो इस पर बातचीत करने के लिए तैयार हैं, लेकिन अगला कदम चीन को उठाना होगा. ट्रंप की ओर से वॉइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने मीडिया से कहा,

व्यापार मामले में गेंद अब चीन के पाले में है. चीन को हमारे साथ सौदा करने की जरूरत है. हमें उनके साथ सौदा करने की जरूरत नहीं है. चीन और किसी भी अन्य देश के बीच कोई अंतर नहीं है. सिवाय इसके कि वे बहुत बड़े हैं.

उन्होंने आगे कहा,

चीन अमेरिकी बाजार पर बहुत अधिक निर्भर करता है. चीन वही चाहता है जो हमारे पास है और वो है अमेरिकी ग्राहक. या दूसरे शब्दों में कहें तो उन्हें हमारे पैसों की जरूरत है.

कैरोलिन लेविट ने कहा, 

जैसा कि आपने प्रशासनिक अधिकारियों से सुना है कि कई देशों के साथ बातचीत हुई है. हमने 15 से अधिक सौदे किए हैं. इन पर सक्रिय रूप से विचार किया जा रहा है. हमने लगातार कहा है कि हमसे 75 से अधिक देशों ने संपर्क किया है. इसलिए अभी बहुत काम करना है.

उन्होंने खुलासा किया कि हम बहुत जल्द कुछ सौदों की घोषणा कर सकते हैं.

बता दें कि वॉइट हाउस का ये बयान ऐसे समय में आया है, जब चीन लगातार अमेरिका पर हमले के मूड में है. जवाबी टैरिफ के बाद चीन ने अपने देश की एयरलाइन्स से कह दिया है कि वो अमेरिकी बोइंग विमानों की खरीद बंद कर दें. विमान ही नहीं, उसके कलपुर्जों की खरीद भी इस कंपनी से न की जाए. इससे अमेरिकी अर्थव्यवस्था को भी बड़ा झटका लगने के आसार हैं, लेकिन ट्रंप जता रहे हैं कि इससे उन पर कोई असर नहीं पड़ेगा.

नहीं थम रहा ट्रेड वॉर

बता दें कि चीन और अमेरिका के बीच ट्रेड वॉर थमने का नाम नहीं ले रहा है. बल्कि हाल के दिनों में दोनों आर्थिक महाशक्तियों के बीच टकराव और बढ़ा ही है. बीते दिनों अमेरिका ने चीन पर 145 फीसदी का टैरिफ लगाया. जवाबी कार्रवाई में चीन ने भी अमेरिकी सामानों पर 125% टैरिफ लगा दिया. 

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