The Lallantop

टीवी एंकर को रक्षा मंत्रालय, वैक्सीन विरोधी को स्वास्थ्य, ट्रंप के इन नए मंत्रियों पर पूरी दुनिया में बवाल!

Donald Trump शपथ से पहले अलग-अलग विभागों का बंटवारा कर रहे हैं. जिसमें कुछ लोगों के नाम को लेकर काफी विवाद हो रहा है.

post-main-image
तुलसी गबार्ड और रॉबर्ट कैनेडी जूनियर जैसे नेताओं के नाम को लेकर हो रहा है विवाद (AP)

डॉनल्ड ट्रंप (Donald Trump) एक बार फिर से अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ लेने वाले हैं. इससे पहले वो अलग-अलग विभागों का बंटवारा कर रहे हैं. अब तक जो नाम सामने आए हैं, उनमें से कुछ को लेकर बवाल मचा हुआ है. खासकर, देश-विदेश की मीडिया में. इन लोगों के नाम को लेकर ट्रंप के ऊपर सवाल उठाए जा रहे हैं. जिन नामों को लेकर सबसे ज्यादा विवाद हो रहा है, वो हैं तुलसी गबार्ड (Tulsi Gabbard), मैट गेट्ज (Matt Gaetz), पीट हेगसेथ (Pete Hegseth) और रॉबर्ट कैनेडी जूनियर (Robert F Kennedy Jr). 

तुलसी गबार्ड को जहां देश के खुफिया विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है. वहीं, फॉक्स न्यूज के ऐंकर पीट हेगसेथ को रक्षा मंत्री बनाया गया है. बाकी लोगों को भी बडे़ बड़े पोस्ट दिए गए हैं. इनके अलावा विवेक रामास्वामी और एलन मस्क तो है हीं. आइए जानते हैं कौन हैं ये लोग जो ट्रंप सरकार में बड़ी जिम्मेदारियां संभालेंगे और आखिर इन्हें लेकर बवाल क्यों मचा हुआ है?

तुलसी गबार्ड

शुरुआत करते हैं तुलसी गर्बाड से. गबार्ड को ट्रंप सरकार की नई कैबिनेट में नेशनल इंटेलिजेंस डायरेक्टर  (National Intelligence director) नॉमिनेट किया गया है. गबार्ड ने इराक युद्ध के समय अमेरिकी सेना के साथ काम किया था. उन्हें कुवैत में भी तैनात किया गया था. गबार्ड ने दो साल तक आंतरिक सुरक्षा पर हाउस कमेटी में काम किया है. लेकिन उनके पास खुफिया पद पर कोई सीधा अनुभव नहीं है. तुलसी का नाम अक्सर रूस से भी जोड़ा जा चुका है. उनपर रूस की प्रोपेगैंडा को बढ़ावा देने का आरोप लगाया जा चुका है. मार्च 2022 में गबार्ड ने X पर एक वीडियो पोस्ट किया था. जिसमें उन्होंने दावा किया था कि यूक्रेन में अमेरिकी फंडेड 25 से ज़्यादा बायोलैब हैं. ऐसे में गबार्ड के नॉमिनेशन की काफी आलोचना हो रही है.

अब नेशनल इंटेलिजेंस डायरेक्टर क्या काम करता है, ये भी जान लीजिए. नेशनल इंटेलिजेंस डायरेक्टर (D) अमेरिकी खुफिया समुदाय का प्रमुख होता है, जो राष्ट्रीय खुफिया कार्यक्रम की देखरेख करता है और राष्ट्रीय सुरक्षा के मामलों में राष्ट्रपति, राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद और आंतरिक सुरक्षा परिषद के सलाहकार के रूप में कार्य करता है.

ये भी पढ़ें: ट्रंप के तीसरी बार प्रेसिडेंट बनने में रोड़ा है ये कानून, क्या संविधान बदलने की तैयारी है?

मैट गेट्ज

अब बात करते हैं मैट गेट्ज की. मैट एक वकील हैं, जिन्होंने विलियम एंड मैरी कॉलेज ऑफ लॉ से ट्रेनिंग हासिल की है. मैट को अटॉर्नी जनरल नॉमिनेट किया गया है. मैट गेट्ज के खिलाफ अमेरिकी के न्याय विभाग ने यौन तस्करी की जांच की थी. अब वो इसी डिपार्टमेंट यानी न्याय विभाग को लीड करने वाले हैं. गेट्ज़ ने 2022 में अबॉर्शन के अधिकारों के लिए प्रदर्शन करने वाले प्रदर्शनकारियों को "बदसूरत" और अधिक वजन वाला कहकर विवाद खड़ा कर दिया था. इसके बाद भी उन्होंने कई मौकों पर इस तरह के बयान दिए थे.

रॉबर्ट कैनेडी जूनियर

अब बात करते हैं रॉबर्ट कैनेडी जूनियर की. जिन्हें देश का स्वास्थ्य मंत्री नॉमिनेट किया गया है. रॉबर्ट कैनेडी अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जॉन एफ. कैनेडी के भतीजे हैं. कैनेडी की दुनियाभर में पहचान वैक्सीन के कट्टर विरोधी के तौर पर है. खासकर कोरोना वैक्सीन के. उनके मुताबिक वैक्सीन लगवाने से ऑटिज्म और अन्य बीमारियां का खतरा हो सकता है. ऐसे में कैनेडी जूनियर को स्वास्थ्य मंत्रालय दिए जाने का बड़े पैमाने पर विरोध हो रहा है.

पीटर हेगसेथ

अब जिस नाम को लेकर सबसे ज्यादा बवाल है, वो है पीटर हेगसेथ का. जो देश के नए डिफेंस मिनिस्टर बनने जा रहे हैं. पीटर फ़ॉक्स न्यूज़ के होस्ट रहे हैं. वो फॉक्स न्यूज के पॉपुलर प्रोग्राम "फॉक्स एंड फ्रेंड्स वीकेंड" के को-होस्ट रहे हैं. पीटर को ट्रंप की अमेरिका फर्स्ट की नीति का समर्थक माना जाता रहा है. हेगसेथ ने कई किताबें भी लिखी हैं. इसके साथ ही वो एक सैनिक के तौर पर इराक और अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना में अपनी सेवा भी दे चुके हैं. लेकिन उनके पास प्रशासनिक काम करने का कोई अनुभव नहीं है. इसी वजह से हेगसेथ को नॉमिनेट किए जाने की आलोचना हो रही है.

वीडियो: जीत के बाद ट्रंप की रैली में लगे 'मोदी-मोदी' के नारे! वायरल वीडियो के फैक्ट चेक में कुछ और ही निकला