ध्रुव राठी और गौरव तनेजा (Dhruv Rathee Vs Gaurav Taneja) के बीच शुरू हुआ वाकयुद्ध थमने का नाम नहीं ले रहा. दोनों यूट्यूबर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लगातार एक दूसरे को निशाने पर ले रहे है. लेटेस्ट बहसबाजी की बात करें तो गौरव ने राठी का नाम लिए बिना उनपर निशाना साधते हुए ट्वीट किया. तो ध्रुव राठी ने जवाब दिया, वो भी गौरव का नाम लेते हुए. किसने क्या कहा पहले ये देख लेते हैं, फिर विवाद कहां से शुरू हुआ उस पर बात करेंगे.
Dhruv Rathee और Gaurav Taneja की लड़ाई खत्म ही नहीं हो रही, मामला बहुत आगे बढ़ गया है!
Dhruv Rathee Vs Gaurav Taneja: ये पूरा विवाद शुरू हुआ था Sadguru की एक पोस्ट से. उन्होंने Bharat Vs India की बहस को लेकर अपनी बात कही थी. जिसके बाद Dhruv Rathee और Gaurav Taneja आपस में भिड़ गए.

गौरव तनेजा ने कल, 20 जून की शाम X पर एक पोस्ट लिखा. ये पोस्ट ध्रुव राठी पर ही था. हालांकि, उन्होंने राठी का नाम नहीं लिखा, ना ही उन्हें टैग किया. उन्होंने लिखा-
सवाल- इंटरनेट पर लोग अपने अलग-अलग मत नहीं रख सकते क्या?
जवाब- इंस्टाग्राम पर मेरे फॉलोवर्स का स्क्रीनशॉट.
करीब दो घंटे बीते थे और गौरव के इस पोस्ट पर ध्रुव का रिप्लाई आ गया. ध्रुव ने क्या कहा वो भी देख लेते हैं.
उन्होंने लिखा-
मैं- अपना देश विरोधी एजेंडा बंद करिए.
गौरव- इंटरनेट पर लोग अपने अलग-अलग मत नहीं रख सकते क्या?
मैं- ठीक है. मैं आप पर अपनी राय बताता हूं.
गौरव- हाय मेरी रोटी, मेरा स्क्रीनशॉट.
अगर आपको अबतक ये बहसबाजी समझ नहीं आई है तो अब इसके बैकग्राउंड पर चलते हैं. दरअसल, ये विवाद शुरू हुआ था सद्गुरु जग्गी वासुदेव की एक पोस्ट के बाद. जग्गी वासुदेव ने भारत बनाम इंडिया की बहस को एक बार फिर हवा दी. उन्होंने लिखा,
हमें अंग्रेजों के देश छोड़कर जाने के बाद ही अपना नाम ‘भारत’ वापस ले लेना चाहिए था. नाम ही सब कुछ नहीं होता लेकिन यह महत्वपूर्ण है कि देश का नाम इस तरह रखा जाए कि वह सभी के दिलों में गूंजे. भले ही राष्ट्र हमारे लिए सब कुछ है, लेकिन ‘इंडिया’ शब्द का कोई मतलब नहीं है. अगर हम आधिकारिक तौर पर राष्ट्र का नाम नहीं बदल रहे, तो अब समय आ गया है कि हम कम से कम ‘भारत’ को अपनी दैनिक बोलचाल में शामिल करें. युवा पीढ़ी को यह जानना चाहिए कि भारत का अस्तित्व इंडिया के जन्म के बहुत पहले से है.
जग्गी वासुदेव की इस पोस्ट पर यूट्यूबर ध्रुव राठी कूद पड़े. राठी ने रिप्लाई किया और भिड़ गए. उन्होंने इसे जग्गी वासुदेव का ‘देश-विरोधी’ एजेंडा करार दिया. राठी ने लिखा,
क्या आप अपने भारत विरोधी एजेंडे पर लगाम लगा सकते हैं जगदीश वासुदेव? सब जानते हैं कि हमारे संविधान में इंडिया और भारत दोनों लिखा है लेकिन सिर्फ राजनीति के लिए आप फूट डालो और राज करो का गंदा खेल खेल रहे हैं.
ध्रुव राठी के बाद इस विवाद में एंट्री होती है गौरव तनेजा की. उन्होंने ध्रुव राठी पर विदेशी होने का तंज कसते हुए निशाना साधा. गौरव ने लिखा,
लोग इंटरनेट पर अलग-अलग मत क्यों नहीं रख सकते? कुछ विदेशी लोग इंटरनेट पर सारा नियंत्रण क्यों करना चाहते हैं?
यहां से ये विवाद भारत बनाम इंडिया से ध्रुव राठी बनाम गौरव तनेजा बन गया. गौरव ने राठी पर तंज कसा था तो राठी ने भी जवाब दिया. राठी ने कहा,
कोई भी विवाद आपके खत्म होते करियर को नहीं बचा सकता गौरव, यहां तक कि ड्रामा के लिए आपके बच्चों का शोषण भी नहीं. आपको इसके लिए अच्छा कॉन्टेंट बनाना होगा. अगर आपको मदद की ज़रूरत है तो मैं आपको अपना YouTube ब्लूप्रिंट कोर्स सुझा सकता हूं.
यानी पहले गौरव तनेजा ने 'डिफरेंस ऑफ ओपिनियन' की बात की. हालांकि साथ में उन्होंने ध्रुव राठी की राष्ट्रीयता पर भी सवाल उठाया. जवाब में राठी ने गौरव के फॉलोवर्स का स्क्रीनशॉट डाल दिया और कहा कि अब तो उनका यूट्यूब करियर खत्म हो गया है.
गौरव ने इसके बाद भी एक पोस्ट लिखा.
राठी के पोस्ट को रीपोस्ट करते हुए उन्होंने कहा कि ‘ईमानदारी से कमाई रोटी का सुख तुम क्या जानो भाई.’
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