दिल्ली (Delhi) की एक महिला ने ओला कैब (OLA Cab) की यात्रा के दौरान घटित हुए अपने बुरे अनुभवों को सोशल मीडिया पर शेयर किया है. महिला ने दावा किया है कि उसने गुरुग्राम (Gurugram) तक जाने के लिए OLA कैब बुक की थी. लेकिन यात्रा के दौरान रास्ते में ड्राइवर ने कैब रोक दी. इसके बाद कुछ अंजान लोगों ने कैब को घेर लिया. महिला ने आरोप लगाया कि इस दौरान ऐप पर इमरजेंसी में यूज होने वाली SOS सुविधा भी काम नहीं कर रही थी.
OLA ड्राइवर ने रास्ते में रोक दी कैब! डरी सहमी महिला यात्री ने ओला के CEO भाविश अग्रवाल से क्या कहा?
Shazia नाम की महिला ने Linkedin पर पोस्ट करते हुए लिखा कि उसने Gurugram तक जाने के लिए OLA कैब बुक की थी. लेकिन यात्रा के दौरान रास्ते में ड्राइवर ने कैब रोक दी. इसके बाद कुछ अंजान लोगों ने कैब को घेर लिया. महिला ने आरोप लगाया कि इस दौरान ऐप पर इमरजेंसी में यूज होने वाली SOS सुविधा भी काम नहीं कर रही थी.
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, शाजिया (Shazia) नाम की महिला ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म लिंक्डइन (Linkedin) पर पोस्ट करते हुए लिखा-
“कल गुड़गांव जाते वक्त OLA कैब के साथ मेरा अनुभव बहुत बुरा रहा. मैं यह घटना इसलिए साझा कर रही हूं. ताकि यात्रियों, खासकर महिलाओं को इन कैब सेवाओं का उपयोग करते समय होने वाली सेफ्टी चिंताओं के बारे में जागरूकता पैदा हो सके.”
शाजिया ने बताया कि यह घटना 20 दिसंबर को दोपहर 1:30 बजे हुई थी. जब उन्होंने गुरुग्राम जाने के लिए OLA से कैब बुक की थी. शाजिया जेनपैक्ट (Genpact) कंपनी की सीनियर मैनेजर हैं. आगे उन्होंने बताया-
“टोल पार करने के बाद ड्राइवर ने बिना किसी कारण के गाड़ी की स्पीड कम कर दी. जब मैंने पूछा कि ऐसा क्यों हुआ तो उसने कोई जवाब नहीं दिया. इसके बाद दो आदमी कैब के आगे आ गए और ड्राइवर को गाड़ी रोकने का इशारा किया. ड्राइवर उनके इशारों को फॉलो करने लगा. मैंने ड्राइवर से पूछा कि वह अजनबियों की बात क्यों मान रहा था, लेकिन उसने मेरी बात अनसुनी कर दी. हैरानी की बात यह है कि ड्राइवर ने बिना किसी हिचकिचाहट के गाड़ी रोक दी. इसके तुरंत बाद, बाइक पर सवार दो और लोग उनके साथ आ गए.”
शाजिया ने बताया कि ड्राइवर समेत वो कुल 5 लोग थे. यह घटना नेशनल मीडिया सेंटर के बाहर हुई. जहां पर ट्रैफिक कम था और सड़क भी सुनसान थी. शाजिया ने पोस्ट में आगे बताते हुए लिखा-
“इसके बाद ड्राइवर ने कहा- ‘मेरी किस्त बकाया है.’ मैंने जवाब दिया ये उसके निजी मामले, मेरी टेंशन नहीं हैं. उसने जोर देकर कहा कि वह यात्रा जारी रखे. इसके बावजूद, वे लोग कैब के पास आ गए और ड्राइवर भी उनके साथ शामिल हो गया.”
शाजिया ने बताया इसके बाद वो घबरा गई और उन्होंने भागने का फैसला किया. उन्होंने कहा कि यह बेहद दर्दनाक अनुभव था. मैं बता भी नहीं सकती कि मैं कितनी डरी हुई थी. उन्हें निराशा तब और हुई जब घटना के दौरान ओला ऐप पर SOS बटन काम नहीं कर रहा था. शाजिया का दावा है कि इसकी शिकायत दर्ज कराने के 24 घंटे बाद भी OLA की ओर से उन्हें कोई जवाब नहीं मिला.
पोस्ट के आखिर में उन्होंने लिखा-
“OLA कैब्स/भाविश अग्रवाल - मैं आपसे आग्रह करती हूँ कि इस मुद्दे पर तुरंत प्रतिक्रिया दें और यात्रियों की सुरक्षा से समझौता न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए सख्त कदम उठाएं."
शाजिया के पोस्ट के बाद से कई यूजर्स ने भी कैब यात्रा के दौरान अपने बुरे अनुभव साझा किए. कई यूजर्स ने भाविश अग्रवाल से अनुरोध किया कि वे इस मुद्दे पर ध्यान दें और सेफ्टी नियमों को और ज्यादा सख्त करें. हालांकि OLA और भाविश अग्रवाल ने अभी तक इस पोस्ट पर अपनी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.
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