अमेरिका के यंग बिजनेसमैन हैं डेरियन क्रेग (Darien Craig). क्रेग ने अपनी नौकरी से मिली आखिरी सैलरी से एक कंपनी खोली. कंपनी शुरु करने की लागत मात्र 300 डॉलर (करीब 25 हजार रुपये). और चंद सालों में ही उनकी कंपनी ने कमाई के रिकार्ड खड़े कर दिए. आज उनकी कंपनी का सालाना रेवेन्यू 4 मिलियन डॉलर (करीब 33 करोड़ 80 लाख रुपये) है. जबकि सालाना प्रॉफिट है 8 लाख डॉलर (करीब 6 करोड़ 75 लाख रुपये).
नौकरी से निकाले जाते वक्त जेब में थे सिर्फ 600 रुपये, आज 33 करोड़ की कंपनी का मालिक है
डेरियन क्रेग (Darien Craig) ने नौकरी से निकाले जाने के बाद एक मर्तबान, चीनी और चाय की पत्ती ख़रीदी. और इसी के साथ जन्म हुआ ख़ुद की कंपनी खोलने के आईडिया का. सालाना 33 करोड़ रुपये कमाने वाली कंपनी का. मगर कैसे?
Darien Craig ने ये कैसे किया?
NDTV पर छपी ख़बर के अनुसार, इस कहानी की शुरुआत होती है साल 2021 में. जब अचानक से डेरियन को उनकी कंपनी ने नौकरी से निकाल दिया. क्रेग बताते हैं “जब मुझे नौकरी से निकाला गया तो मेरे पास उस वक़्त अकाउंट में सिर्फ़ 7 डॉलर (करीब 600 रुपये) थे. लेकिन मैंने उम्मीद नहीं खोई”.
क्रेग अपनी कंपनी की वेबसाइट पर लिखते हैं,
“मुझे अपनी नौकरी से सैलरी का आखिरी चेक मिला था 300 डॉलर (करीब 25 हजार रुपये) का. मैंने उस पैसे से एक मर्तबान, चीनी और चाय की पत्ती ख़रीदी. और इसी के साथ जन्म हुआ अपनी ख़ुद की कंपनी खोलने के आईडिया का.”
उसके बाद क्रेग ने अपने बचपन के दोस्त ब्रैंडन इकोल्स के साथ मिलकर “यॉल स्वीट टी” की शुरुआत की. यॉल स्वीट टी आज मिलियन डॉलर रेवेन्यू जेनेरेट कर रही है. कंपनी अलग-अलग स्वाद की चाय की पत्ती और कॉफ़ी उत्पाद बेचने के कारोबार में है.
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यॉल स्वीट टी ऑनलाइन वेबसाइट के द्वारा सीधे ग्राहकों को अपना प्रोडक्ट बेचती है. इसके अलावा अमेरिका के दक्षिण पूर्वी राज्यों में इसके क़रीब 600 ग्रॉसरी स्टोर्स हैं. जहां इनके प्रोडक्ट्स बिकते हैं. बीते सप्ताह क्रेग और उनके साथी और सह-संस्थापक ब्रैंडन नज़र आए ‘शार्क टैंक’ में. उनके ‘शार्क टैंक’ में आने का मक़सद था अपनी कंपनी के लिए फंडिंग जुटाना. इस एपिसोड के प्रसारण के बाद कंपनी लोगों के बीच काफ़ी चर्चित हुई.
Shark Tank में Darien Craig के साथ क्या हुआ?
शार्क टैंक में अपनी कंपनी की पांच प्रतिशत हिस्सेदारी के बदले क्रेग और ब्रैंडन ने 5 लाख डॉलर (करीब 4 करोड़ 20 लाख रुपये) की मांग की. उनकी इस मांग के जवाब में रौशन विलियम्स ने उन्हें इतने ही रुपये देने का ऑफर किया और बदले में कंपनी की 10 प्रतिशत हिस्सेदारी मांगी. रौशन एक वेंचर कैपिटलिस्ट हैं और अटलांटा फालकन्स नाम की कंपनी में भी उनकी हिस्सेदारी है. रौशन ने ये भी कहा क्रेग और ब्रैंडन सक्षम आंतरप्रेन्योर हैं और उनको कंपनी चलाने के लिए किसी के मार्गदर्शन की ज़रूरत नहीं है. साथ ही उन्होंने कहा कि क्रेग की कंपनी में ग्रोथ की असीमित क्षमता है. इसके बाद इस प्रस्ताव के काउंटर में कई और प्रस्ताव आए.
आख़िर में क्रेग और ब्रैंडन ने लोरी ग्रीनर और रौशन विलियम्स के जॉइंट फंडिंग प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया. जिसमें उन्हें अपनी कंपनी की 15 प्रतिशत हिस्सेदारी के बदले 5 लाख डॉलर (करीब 4 करोड़ 20 लाख रुपये) मिले. क्रेग और ब्रैंडन ने रौशन के वेंचर कैपिटलिज्म और ग्रीनर के रिटेल सेक्टर के अनुभव को प्राथमिकता दी और कहा कि निवेशकों के आने से उनकी कंपनी को काफ़ी फायदा मिलेगा.
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