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मां का बयान और CCTV फुटेज...लखनऊ के 'थाने में' युवक की मौत का सच क्या है?

Custodial Death in Lucknow: मृतक मोहित पांडे के परिवार का आरोप है कि थाने में उसे इतना पीटा गया कि उसकी मौत हो गई. वहीं पुलिस कह रही है कि मोहित की तबीयत खराब हो गई थी और अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हुई.

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मृतक मोहित पांडे की फाइल फोटो और चिनहट थाने के एक CCTV फुटेज का स्क्रीनशॉट (क्रेडिट: आजतक)
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संतोष शर्मा

यूपी की राजधानी लखनऊ से पुलिस हिरासत में मौत का एक और मामला सामने आया है. लखनऊ में बीते 15 दिनों में कस्टोडियल डेथ का ये दूसरा मामला है. मृतक का नाम मोहित पांडे था. मोहित की मां का कहना है कि एक मामूली विवाद के बाद पुलिस उनके बेटे को चिनहट थाने ले गई थी. उन्होंने आरोप लगाया है कि थाने में मोहित को इतना पीटा गया कि उसकी मौत हो गई. वहीं इससे पहले एक दलित युवक अमन गौतम की पुलिस हिरासत में मौत का मामला सामने आया था. सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कस्टोडियल डेथ को लेकर सरकार पर निशाना साधा है. कहा है कि पुलिस थाने ‘अत्याचार गृह’ बन गए हैं. 

मृतक की मां ने की शिकायत, FIR दर्ज

आजतक के समर्थ श्रीवास्तव की रिपोर्ट के मुताबिक मोहित पांडे की मौत के मामले में उनकी मां ने FIR दर्ज कराई है. इस मामले में चिनहट थाने के प्रभारी सहित तीन लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. मोहित की मां के मुताबिक 25 अक्टूबर को उनके बेटे की आदेश नाम के व्यक्ति के साथ कुछ विवाद हो गया था. मौके पर पहुंची पुलिस मोहित को पकड़कर चिनहट थाने ले गई थी. उसी रात उनका बड़ा बेटा शोभाराम चिनहट थाने गया, तो पुलिस ने उसे भी पकड़ लिया. 

मृतक मोहित की मां का दावा है कि उनके छोटे बेटे मोहित को लॉकअप में इतना मारा गया कि उसकी मौत हो गई. उनके मुताबिक 26 अक्टूबर की सुबह जब परिवार के लोग मोहित और शोभाराम से मिलने पहुंचे, तो किसी को भी उनसे मिलने नहीं दिया गया. वहीं दोपहर शोभाराम ने फोन करके परिवार को लोहिया हॉस्पिटल बुलाया और बताया कि पुलिस ने मोहित को इतना मारा कि उसकी मौत हो गई.

मोहित की मां ने ADCP, लखनऊ ईस्ट से इस मामले में आदेश, आदेश के चाचा और चिनहट थाने के प्रभारी अश्विनी चतुर्वेदी और दूसरे पुलिसकर्मियों के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग की. उनकी शिकायत के बाद चिनहट थाने के प्रभारी अश्विनी चतुर्वेदी सहित तीन लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है.

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पुलिस के मुताबिक मोहित को शांति भंग की आशंका में पकड़ा गया था. इस दौरान मोहित की तबीयत खराब हो गई. पुलिस का दावा है कि मोहित की इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हुई. लेकिन मोहित के परिवार का आरोप है कि पुलिस ने एक लोकल नेता के कहने पर मोहित की पिटाई की, जिससे उसकी मौत हो गई. 

थाने के CCTV फुटेज में क्या दिखा?

चिनहट थाने का एक CCTV फुटेज भी सामने आया है. आजतक के संतोष शर्मा की रिपोर्ट के मुताबिक फुटेज में मोहित लॉकअप में लेटा नज़र आ रहा है. इस बीच उसके हाथ-पैर ऐंठने लगे, तो बगल में बैठा एक व्यक्ति उसकी पीठ सहलाता दिख रहा है. वहीं दूसरा व्यक्ति मोहित की तरफ पानी बोतल बढ़ाता और तीसरे व्यक्ति ने पुलिस को मोहित के हालत की सूचना दी.

मोहित के परिवार ने स्थानीय पुलिस पर जो आरोप लगाए हैं, सीनियर अधिकारी उसकी जांच करने की बात कह रहे हैं. साथ ही, मोहित के पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का भी इंतजार है, जिससे मौत की वजह पता चल सकेगी.

अखिलेश यादव बोले- 'पुलिस अत्याचार कर रही'

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कस्टोडियल डेथ को लेकर यूपी सरकार पर निशाना साधा है. अखिलेश यादव ने कहा,

"थाने अत्याचार गृह बन गए हैं. थानों पर जनता अपनी शिकायत और परेशानी लेकर आती है, लेकिन पुलिस सुन नहीं रही है. (पुलिस) उन्हीं पर अत्याचार कर रही है, जो शिकायत लेकर आते हैं. कस्टोडियल डेथ में यूपी सबसे ऊपर जा रहा है. पहले अमन गौतम, अब एक और मौत. अगर यूपी की राजधानी लखनऊ में इस तरह से जान जा रही है, तो पूरे यूपी में ऐसी तमाम घटनाएं मिल जाएंगी. ये सरकार पुलिस से सरकार चलाना चाहती है. कम से कम सरकार को कस्टोडियल डेथ में सेंसिटिव होना चाहिए."

बता दें कि इससे पहले एक दलित युवक अमन गौतम की पुलिस हिरासत में मौत का मामला सामने आया था. पुलिस के मुताबिक अमन को थाने ले जाने के लिए जब गाड़ी में बैठाया गया था, तब अमन की तबीयत खराब हो गई थी. अमन को तुरंत हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई.

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