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सेना का अफसर नेवी में, नेवी का एयरफोर्स में, एयरफोर्स का सेना में, क्रॉस सर्विस पोस्टिंग है क्या?

पहली बार भारतीय सेना में क्रॉस-सर्विस पोस्टिंग होने जा रही है. जानिए इससे सेनाओं को क्या फायदे हो सकते हैं.

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भारतीय सेना में शुरू होने जा रही है क्रॉस-सर्विस पोस्टिंग. (फोटो क्रेडिट- PTI और इंडिया टुडे)

भारतीय सेना में पहली बार क्रॉस-सर्विस पोस्टिंग होने जा रही है. इसका सीधा मतलब है अब किसी भी एक सेना के अधिकारी या अधिकारियों का कुछ समय के लिए दूसरी दोनों सेनाओं में ट्रांसफर हो सकेगा. जैसे नेवी के किसी अधिकारी का एयरफोर्स और आर्मी में ट्रांसफर हो सकेगा. ऐसे ही आर्मी के अधिकारियों का नेवी और एयरफोर्स में ट्रांसफर हो सकेगा. एयरफोर्स के अधिकारियों का भी नेवी और आर्मी में ट्रांसफर हो पाएगा. क्रॉस-सर्विस पोस्टिंग के तहत ब्रिगेडियर और मेजर जनरल रैंक के वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे.

तीनों सेनाओं में आपसी तालमेल बढ़ाने का प्रयोग

भारतीय सशस्त्र बलों की तीनों सेनाओं के बीच आपसी तालमेल बढ़ाने के लिए ये कदम उठाया जा रहा है. इसके साथ ही तीनों सेनाओं में समानता लाना भी इसका एक उद्देश्य बताया गया है. इंडियन एक्स्प्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इसकी घोषणा आर्मी के 40 अधिकारियों के एक बड़े बैच की क्रॉस-सर्विस पोस्टिंग के बाद हुई. इसमें मेजर और लेफ्टिनेंट कर्नल रैंक के अधिकारी शामिल थे.

इसके अलावा 32 एयरफोर्स और 30 नेवी के अधिकारियों की भी क्रॉस पोस्टिंग की गई है. भारत की तीनों सेनाओं में ये भी पहली बार हुआ है. इससे पहले वरिष्ठ अधिकारियों का ट्रांसफर ट्राई सर्विस ऑर्गनाइजेशंस में तो होता था, लेकिन ये क्रॉस-सर्विस पोस्टिंग नहीं होती थी.

करीब 25 अधिकारियों का होगा ट्रांसफर

इन अधिकारियों का ट्रांसफर UAVs (मानव रहित विमान) संभालने, मिसाइल यूनिट्स, रसद, मरम्मत और रिकवरी के साथ सप्लाई मैनेजमेंट के लिए किया जाएगा. अखबार ने बताया कि अगले कुछ महीनों में बड़े स्तर पर ये ट्रांसफर हो सकते हैं. इसमें करीब 25 एक और दो सितारा ब्रिगेडियर और मेजर जनरल रैंक के अधिकारियों का ट्रांसफर होने की उम्मीद जताई जा रही है.

बनाई जाएगी सेना की एक कॉमन रिपोर्ट

ये कदम भारतीय सेना के कॉमन एनुअल कॉन्फिडेंशियल रिपोर्ट्स के मद्देनज़र भी उठाया गया है. इनके जरिए तीनों सेनाओं के अधिकारियों की एक रिपोर्ट बनाई जाएगी. फिलहाल, तीनों सेनाओं की अलग-अलग रिपोर्ट्स बनाई जाती हैं. अब 2 और 3 सितारा ऑफिसर्स के लिए एक सामान्य रिपोर्ट बनाई जाएगी. इस तरह की रिपोर्ट्स बनाने का उद्देश्य, सेना के वरिष्ठ अधिकारियों का तीनों सेवाओं के बीच तालमेल बढ़ाना है. इसके साथ ही ये क्रॉस-सर्विस पोस्टिंग में भी मददगार होंगी.

थिएटर कमांड की तरफ जरूरी कदम

क्रॉस-सर्विस पोस्टिंग को थिएटर कमांड की तरफ एक जरूरी कदम की तरह देखा जा रहा है. थिएटर कमांड आर्मी की भाषा में एक समान कमांड के लिए कहा जाने वाला शब्द है. इसका मतलब है युद्ध के समय, तीनों सेनाओं (आर्मी, एयरफोर्स और नेवी) को एक साथ कमांड देने की व्यवस्था.

इसके जरिए युद्ध के समय सेना को अंदरूनी तौर पर एक जैसी कमांड मिल पाती है. और आपस में किसी उलझन का सामना कम से कम करना पड़ता है. थिएटर कमांड के जरिए एक वरिष्ठ सैन्य कमांडर तीनों सेनाओं को कमांड दे सकता है.