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जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस का कोई मंत्री न बनने पर पार्टी ने क्या जवाब दिया?

Tariq Hamid Karra, Jammu Kashmir Congress के प्रमुख. कहा जा रहा था कि ये भी कैबिनेट में शामिल होंगे. लेकिन अब कांग्रेस के नए बयान ने सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है.

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उमर अब्दुल्ला बने जम्मू-कश्मीर के नए मुख्यमंत्री. (फ़ोटो - PTI)

जम्मू-कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद उमर अब्दुल्ला राज्य के पहले मुख्यमंत्री बन गए हैं (Jammu Kashmir CM Omar Abdullah). आज, 16 अक्टूबर को उन्होंने मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. हालांकि, इस शपथ ग्रहण समारोह में नया पेंच सामने आया है. माना जा रहा था कि जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के प्रमुख तारिक़ हमीद कर्रा भी इस कैबिनेट में शामिल होंगे. लेकिन शपथ ग्रहण समारोह से पहले कांग्रेस ने कहा कि उनकी पार्टी से कोई भी विधायक मंत्री पद की शपथ नहीं लेगा. पार्टी बाहर से सरकार का समर्थन करेगी.

इस मामले पर जम्मू-कश्मीर के कांग्रेस प्रभारी भरत सिंह सोलंकी का बयान आया. ये बयान शपथ ग्रहण से चंद मिनट पहले आया. आजतक से जुड़े मीर फरीद और मौसमी सिंह की रिपोर्ट के मुताबिक़, उन्होंने कहा कि नेशनल कॉन्फ़्रेंस और कांग्रेस के बीच बातचीत फिलहाल जारी है. चर्चा पूरी होने के बाद ही कोई फ़ैसला लिया जाएगा. बात पूरी नहीं हुई है, इसीलिए आज कोई भी कांग्रेस का विधायक शपथ नहीं लेगा.

ऑर्टिकल 370 के निरस्त होने के बाद राज्य में हाल ही में पहला विधानसभा चुनाव हुआ. इसमें नेशनल कॉन्फ़्रेंस और कांग्रेस ने जीत हासिल की. यानी, दोनों मिलकर लड़े. 90 विधानसभा सीटों में से नेशनल कॉन्फ़्रेंस ने 42 और कांग्रेस ने 6 सीटों पर जीत हासिल की. BJP को 29 सीटों पर जीत मिली. ऐसे में माना जा रहा था कि कांग्रेस भी इस सरकार में हिस्सा लेगी. लेकिन ऐसा नहीं हुआ.

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उमर अब्दुल्ला के शपथ ग्रहण समारोह में INDIA गठबंधन के कई शीर्ष नेता शामिल हुए. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ समारोह में पहुंचे. इसके अलावा समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव, डीएमके सांसद कनिमोझी करुणानिधि, NCP-SCP सांसद सुप्रिया सुले और CPI नेता डी राजा भी उमर अब्दुल्ला के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए.

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