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यति नरसिंहानंद के विवाद में बोले CM योगी, 'अपमानजनक टिप्पणी स्वीकार्य नहीं, लेकिन...'

29 सितंबर को उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में आयोजित एक कार्यक्रम में Yati Narsinghanand ने पैगंबर मोहम्मद और कुरान को लेकर आपत्तिजनक बातें कही थीं.

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यति नरसिंहानंद के बयान के बाद योगी आदित्यनाथ की यह पहली प्रतिक्रिया है. (PTI)

पैगंबर मोहम्मद पर यति नरसिंहानंद की टिप्पणियों पर मचे हंगामे के बीच यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का बयान आया है. उन्होंने कहा है कि किसी भी जाति, धर्म या संप्रदाय के देवी- देवताओं, संतों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी अस्वीकार्य है, लेकिन विरोध के नाम पर अराजकता भी ‘बर्दाश्त नहीं की जाएगी’.

गाजियाबाद के डासना मंदिर के महंत नरसिंहानंद की टिप्पणी को लेकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र में विरोध प्रदर्शन हुए थे. इस बीच खबर आई थी कि पुलिस ने नफरत फैलाने वाले भाषण पर यति के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. लेकिन यति के खिलाफ प्रदर्शन थमे नहीं. 7 अक्टूबर को मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने मुख्य सचिव, DGP, अपर मुख्य सचिव गृह और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कानून व्यवस्था की स्थिति पर बैठक की. इस दौरान उन्होंने कहा, "हर नागरिक को महापुरुषों के प्रति कृतज्ञता का भाव रखना चाहिए, लेकिन इसे किसी पर थोपा नहीं जा सकता."

मुख्यमंत्री ने कहा कि जो भी व्यक्ति महापुरुषों, देवी-देवताओं या संप्रदायों के खिलाफ़ अपमानजनक टिप्पणी करेगा, उसके साथ कानून के तहत सख्ती से निपटा जाएगा. मगर साथ ही, विरोध के नाम पर बर्बरता और आगजनी करने वालों को भी परिणाम भुगतने होंगे.

दरअसल, 29 सितंबर को उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में आयोजित एक कार्यक्रम में यति नरसिंहानंद ने पैगंबर मोहम्मद साहब और कुरान को लेकर ‘आपत्तिजनक’ बातें कही थीं. बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसके बाद चारों तरफ से इसका विरोध शुरू हो गया. बुलंदशहर, गाजियाबाद और महाराष्ट्र के अमरावती में इस भाषण के ख़िलाफ़ भारी विरोध प्रदर्शन हुए.

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यति नरसिंहानंद सरस्वती के बयान के बाद गाजियाबाद के डासना स्थित देवी मंदिर के बाहर भी विरोध प्रदर्शन हुआ. 4 अक्टूबर को दिन में बुलंदशहर में पुलिस स्टेशन इलाक़े में लोगों का एक ग्रुप इकट्ठा हुआ और नारे लगाए गए. स्थानीय पुलिस ने हस्तक्षेप किया और भीड़ को तितर-बितर किया.

विरोध प्रदर्शन सिर्फ यूपी तक ही सीमित नहीं रहे. महाराष्ट्र में इसका असर देखा गया. यहां अमरावती से भी हंगामे की खबरें आईं. यति नरसिंहानंद के विवादित बयान के ख़िलाफ़ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की गई. आजतक की ख़बर के मुताबिक़, यहां अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने नागपुरी गेट पुलिस स्टेशन पर पथराव किया. 10 पुलिसकर्मियों के घायल होने और कई पुलिस गाड़ियों के क्षतिग्रस्त होने की भी बात कही गई. 

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